Home Loan लेने से पहले जानिए विभिन्न तरह के लोन, बेहतर चुनाव में होगा मददगार
Before taking Home loan, know it's different types. This way it will help the buyer to take the decision wisely
नई दिल्ली: अपना घर खरीदना हर किसी का सपना होता है। इसके लिए लोग जीवन भर की कमाई और सेविंग्स लगा देते हैं। ऐसे में एक बार में घर के लिए इसनी बड़ी राशि एकत्र करना थोड़ा मुश्किल है। आप को बता दें कि जिस तरह बाजार में उपलब्ध हर चीज के लिए कई विकल्प मौजूद है, उसी तरह अगर आप अपने ड्रीम होम के लिए लोन लेने का सोच रहे हैं तो पहले सभी तरह के होम लोन (Home Loan) के बारे में जान लें। इससे आपको पता चल पाएगा कि आपकी जरूरत अनुसार कौन सा लोन सबसे बेहतर है। इंडिया टीवी पैसा आपको ऐसे 4 तरह के लोन के बारे में बताने जा रहे है जिन को पढ़ने के बाद आप बेहतर चुनाव कर सकते हैं।
1. होम इंप्रूवमेंट एंड एक्सटेंशन लोन
जरूरी नहीं कि होम लोन सिर्फ घर या फ्लैट खरीदते वक्त ही लिया जाए। पुराने घर की मरम्मत और एक्सपेंशन में भी बड़ी राश्ाि खर्च होती है। इसके लिए होम इंप्रूवमेंट एंड एक्सटेंशन एक अच्छा विकल्प है। यह लोन उस स्थिति में लेना चाहिए जब आपको अपने घर की मरम्मत, रेनोवेशन, फर्निचर खरीदना या फिर अपने घर का दायरा बढ़ाना हो। उस स्थिति में यह लोन लेना चाहिए।
2. शॉर्ट टर्म ब्रिजिंग लोन
कई बार हम पुराना घर बेचकर नया घर लेते हैं। लेकिन नए घर की ज्यादा कीमत का भुगतान हमारे बस से बाहर होता है। इस स्थिति में हम लोन लेते हैं। यह लोन छोटी अवधि के लिए होता है। पुराना घर बेचने और नया घर खरीदने के बीच के समय में यह मददगार साबित हो सकता है। यह दो साल के लिए दिया जाता है। इस लोन के लिए नई प्रॉपर्टी को कर्ज देने वाले बैंक के पास गिरवी रखा जाता है।
3. लैंड पर्चेस लोन
होम लोन हम फ्लैट खरीदने या रिनोवेशन के लिए ही नहीं बल्कि दूसरे जरूरी काम जैसे जमीन खरीदने के लिए भी लेते हैं। इसे होम लोन की तरह विभिन्न हिस्सों में नहीं बल्कि एक साथ बैंक से लेना होता है। यह लोन जमीन खरीदने पर मिलता है। इसमें आपको जमीन की 85 फीसदी तक की कीमत पर लोन मुहैया कर दिया जाता है।
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4. होम लोन इक्विटी
अपने निजी इस्तेमाल के लिए ये काफी अच्छा विकल्प है। उदाहरण के तौर पर अगर आपने वर्ष 2000 में 20 लाख रुपए की प्रॉपर्टी 15 लाख रुपए लोन पर ली। आपने बैंक को सिक्योरिटी के रूप में अपनी प्रॉपर्टी गिरवी रख दी। अब साल 2006 में आपकी प्रॉपर्टी की कीमत बढ़ने से 30 लाख हो गई है और आपके लोन का आउटस्डैंडिंग 11 लाख रुपए रह गया है। आपको बैंक को तो केवल 11 लाख रुपए चुकाने हैं, लेकिन इसके बदले बैंक के पास आपकी 30 लाख रुपए की प्रॉपर्टी है। इसके देखते हुए बैंक आपको और पैसे उधार दे सकता है। यानि कि आप को 7 लाख रुपए और उधार मिल सकते हैं। बाजार में चल रहे ब्याजा दर के हिसाब से आपको ब्याज मिलेगा। लोन लेने से पहले फिक्स्ड और फ्लोटिंग रेट ऑफ इंटरेस्ट में से किसी एक का चयन करें।
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