अब एजेंट के जरिए नहीं ऑनलाइन ही खरीदें इंश्योरेंस पॉलिसी, होगी समय और पैसों की बचत
आज के समय में अधिकांश इंश्योरेंस कंपनियां अपने प्रोडक्ट ऑनलाइन उपलब्ध कराती है। एजेंट्स से ली गई इंश्योरेंस की तुलना में ऑनलाइन पॉलिसी सस्ती होती हैं।
नई दिल्ली। क्या आप इंश्योरेंस पॉलिसी एजेंट के जरिए खरीदने की योजना बना रहे हैं? अगर इस सवाल की जवाब हां में तो एक बार फिर से सोचें। आज के समय में अधिकांश इंश्योरेंस कंपनियां अपने प्रोडक्ट ऑनलाइन उपलब्ध कराती है। एजेंट्स से ली गई इंश्योरेंस की तुलना में ऑनलाइन पॉलिसी सस्ती होती हैं। सस्ती इसलिए होती है क्योंकि ऑनलाइन सिस्टम में एजेंट या बिचौलिए का कमीशन नहीं होता जो कि डिस्ट्रिब्यूशन कॉस्ट या फिर लोगों को पॉलिसी खरीदने के लिए मनाने का काम करते हैं।
यह भी पढ़ें- खरीद ली है गलत पॉलिसी? छुटकारा पाने का यह है आसान तरीका
ऑनलाइन और ऑफलाइन पॉलिसी खरीदने में अंतर
जब खरीदार एजेंट के संपर्क में आता है तो एजेंट उन प्रोडक्ट्स की पेशकश करता है जिसपर उसे ज्यादा कमिशन मिलता है। इसलिए कहा जाता है कि इंश्योंरेंस बेचा है न कि खरीदा गया है। एजेंट अपनी मर्जी से बेचते है जिसकी वजह से ग्राहक गलत प्रोजक्ट खरीद लेता है। अधिक कमिशन के लिए एजेंट अपने ग्राहक से जानकारी छुपाता है।
जब आप पॉलिसी ऑनलाइन खरीदते हैं तो आपकी निर्भरता एजेंट बिल्कुल नहीं होती। आप खुद सभी जानकारियां हासिल करते हैं और उसके बाद खरीदने का फैसला लेते हैं। एजेंट से ऐसा प्लान खरीदना बहुत मुश्किल है जो कि सस्ता लाइफ कवर दें। साथ ही वह ग्राहक को विरूद्ध सलाह देते हैं। ऑनलाइन कोई आपको किसी भी तरह की सलाह नहीं देता है। उदाहरण के तौर पर Aegon Religare लाइफ इंश्योरेंस जीरो कमिशन टर्म प्लान भी ऑफर करता है जो कि कोई भी एजेंट नहीं बताता है। इसलिए पॉलिसी ऑनलाइन खरीदने में ज्यादा फायदा है।
यह भी पढ़ें- एक से ज्यादा Health Insurance पॉलिसी में ऐसे करें क्लेम, नहीं होगी कोई दिक्कत
फायदे और नुकसान-
ऑनलाइन पॉलिसी खरीदना आसान होता है। ग्राहक को किसी भी ऑफिस के चक्कर काटने नहीं पड़ते। यह समय और मेहनत दोनों की बचत करता है। अधिकांश इंश्योरेंस कंपनियां आपको अन्य पॉलिसी में तुलना करने का भी प्रावदान देते हैं। इससे ग्राहक कम पैसों में अपने लिए बेहतर पॉलिसी का चयन कर पाता है।
ऑनलाइन पॉलिसी खरीदने के कुछ नुकसान भी होते हैं। पहला चूंकि ग्राहक के पास कोई एजेंट नहीं होता इसलिए उसे खुद ही डॉक्यूमेंट पढ़कर समझना पड़ता है। दूसरा इंटरनेट ने काम आसान को बना दिया है, लेकिन कई लोग इसके जरिए ट्रांजेक्शन करने से कतराते हैं। ऐर तीसरा जो लोग दूर दराज के इलाकों में रहते हैं उनके पास इंटरनेट का साधन नहीं होता है।
कैसे खरीदें-
अच्छे से रिसर्च और अन्य प्रोडक्ट्स के बीच में तुलना करने के बाद इंश्योरर का चयन करें। साथ कंपनी की हमेशा क्लेम सेटलनेंट रेश्यो जरूर देखें। यह भी देकें कि पॉलिसी के लिए कितनी कीमत या प्रीमियम देना होगा। इंश्योरर को सेलेक्ट करने से पहले पॉलिसी के इश्यू होने की सभी औपचाकरिताएं पूरी करें।
इसके बाद आपसे निजी जानकारियां जैसे कि जन्म तिथि, पता, सम एश्योर्ड, मेडिकल हिस्ट्री, मौजूदा सेहत का स्टेटस आदि की मांग की जाएगी। सुनिश्चित करें कि आपकी ओर से दी गई सभी जानकारी सही है। अगले स्टेप में आपको भुगतान के तरीके को सेलेक्ट करना होगा। अधिकांश कंपनियां ऑनलाइन भुगतान, चेक या डिमांड ड्राप्ट का विकल्प देती हैं। चेक में भुगतान करने ती स्थिति में कंपनी किसी प्रतिनिधि को आपसे चेक और अन्य दस्तावेज लेने के लिए भेजेगी।
इसके बाद कंपनी की बैकएंड प्रक्रिया शुरू हो जाती है। इसमें आपकी ओर से दी गई जानकारियों को प्रमाणित किया जाता है। इसके लिए कंपनी एक प्रतिनिधि को भेजती है और वैरिफाई करती है। अगर किसी का हेल्थ चेक-अप करना है तो वह प्रतिनिधि उसके लिए डॉक्टर से अपॉइंटमेंट लेता है। ऑनलाइन खरीदने का मतलब यह नहीं है कि आपका किसी से भी संपर्क नहीं होगा।
ऑनलाइन पॉलिसी खरीदना कितना सुरक्षित है-
ऑनलाइन इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदना बिल्कुल सुरक्षित है। ऑफलाइन की तुलना में ऑनलाइन में कोई भी एजेंट आपको भ्रमित नहीं कर पाएगा। ऑनलाइन में कम कीमत और प्रक्रिया सरल होती है। इसलिए खरीदारी के समय ऑनलाइन का चयन करें।
ऑनलाइन पॉलिसी खरीदते समय किन बातों का रखें ध्यान-
- किसी भी पॉलिसी को खरीदने से पहले उसकी अन्य कंपनियों की पॉलिसी से तुलना जरूर करें। इसके लिए कंपनी की वेबसाइट या फिर एग्रीगेटर साइट्स जैसे कि पॉलिसी बाजार डॉट कॉम की मदद ले सकते हैं।
- पॉलिसी के डॉक्यूमेंट्स को ध्यानपूर्वक पढ़ें और उसके सभी नियम व शर्तें समझ लें।
- पॉलिसी के लिए राइडर्स भी ढूंढें जो आपकी पॉलिसी में अतिरिक्त लाभ जोड़ सकती हो।
- खरीदने से पहले अपने फाइनेंशियल प्लानर से सलाह जरूर लें।
- पेमेंट खुद करें। अपना लॉग इन और पैन डिटेल्स किसी और के साथ साझा न करें।
- ई-मेल, ऑनलाइन चैट सिस्टम या फोन पर सभी डिटेल्स को चेक कर लें।