नई दिल्ली। अटल पेंशन योजना (एपीवाई) के सदस्यों की संख्या 1.9 करोड़ से अधिक हो गई है। यह जानकारी पेंशन फंड नियामक पीएफआरडीए ने दी। असंगठित क्षेत्र के कामगारों को सामाजिक सुरक्षा देने के उद्देश्य से केंद्र सरकार ने यह योजना शुरू की है।
नियामक ने बयान में कहा कि नामांकन बढ़ने का मुख्य कारण नए अटल पेंशन खाते खोलने के लिए बैंकों को दिए गए लक्ष्यों का पूरा होना है। पेंशन निधि विनियामक और विकास प्राधिकरण (पीएफआरडीए) ने कहा कि चालू वित्त वर्ष में अटल पेंशन योजना के नामांकन को अच्छी प्रतिक्रिया मिली है। 31 अक्टूबर 2019 तक अटल पेंशन योजना के 36 लाख से ज्यादा खाते खोले गए हैं। यह 33 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है। एक साल पहले की इसी अवधि में वृद्धि 26 प्रतिशत थी।
36 लाख एपीवाई खातों में 27.5 लाख खाते सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों, 5.5 लाख खाते क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक और करीब तीन लाख खाते निजी बैंक और भुगतान बैंक द्वारा खोले गए हैं। सार्वजनिक बैंक में भारतीय स्टेट बैंक का योगदान सबसे अधिक रहा। उसने 11.5 लाख अटल पेंशन खाते जोड़े।
इसके बाद कैनरा बैंक और बैंक ऑफ इंडिया का नंबर है। क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों में, बड़ौदा उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक, दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक और आंध्र प्रदेश ग्रामीण विकास बैंक ने सबसे ज्यादा अटल पेंशन खाते खोले हैं। भुगतान बैंक श्रेणी में एयरटेल पेमेंट बैंक ने चालू वित्त वर्ष में अब तक करीब 1.8 लाख पेंशन खाते खोले हैं। बयान में कहा गया है कि पीएफआरडीए ने मार्च 2020 तक 2.25 करोड़ लोगों को इस पेंशन योजना से जोड़ने का लक्ष्य रखा है।
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