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RBI के नए नियमों से आपके क्रेडिट कार्ड लिमिट पर क्या पड़ेगा असर, क्रेडिट स्कोर का क्या होगा

मान लीजिए, एक कार्ड जारीकर्ता 500 की मिनिमम फीस के साथ ओवरलिमिट अमाउंट का 2.5% चार्ज करता है। ये चार्ज बिलिंग साइकल में एक बार लगाया जा सकता है। आप इस प्रोसेस को समझने के लिए अपने बैंक या कार्ड जारीकर्ता कंपनी से बात कर सकते हैं कि क्या आपके कार्ड पर ओवरलिमिट ट्रांजैक्शन की अनुमति है और अगर है तो इसके लिए आपको कितना चा

क्रेडिट कार्ड पर ओवरलिमिट का नियम- India TV Paisa Image Source : REUTERS क्रेडिट कार्ड पर ओवरलिमिट का नियम

क्रेडिट कार्ड के साथ मिलने वाले शानदार फीचर्स की वजह से इसका इस्तेमाल लगातार बढ़ता जा रहा है। लेकिन इस बात में कोई दो राय नहीं है कि क्रेडिट कार्ड यूज़ करने वाले ज्यादातर लोग, इसके कुछ बेहद जरूरी फीचर्स से अनजान हैं। अगर आपके पास 1 लाख रुपये की लिमिट वाला क्रेडिट कार्ड है, जिससे आप 80,000 रुपये का ट्रांजैक्शन कर चुके हैं। अब अचानक आपको एक जरूरी काम आ गया है और अब आपको पूरे 1 लाख रुपये का ट्रांजैक्शन करना है। ऐसे में क्या आप 80,000 रुपये का बिल भरकर दोबारा 1 लाख रुपये का ट्रांजैक्शन कर सकते हैं। RBI के नए क्रेडिट रिपोर्टिंग नियमों के तहत ये काफी अहम प्रश्न हो जाता है।

बिल जमा किए बगैर भी लिमिट से ऊपर कर सकते हैं खर्च

एक्सपर्ट के मुताबिक मौजूदा समय में क्रेडिट कार्ड का बिल भरने के कुछ ही देर बाद आपके कार्ड की लिमिट को दोबारा रीस्टोर कर दिया जाता है यानी बिल भरने के कुछ देर बाद ही आप उसकी पूरी लिमिट का इस्तेमाल कर सकते हैं। इतना ही नहीं, अगर आप एक बिलिंग साइकल के अंदर कार्ड का पूरा बिल नहीं भरते हैं, तब भी आप लिमिट से ज्यादा ट्रांजैक्शन कर सकते हैं। हालांकि, इसके लिए आपको चार्ज करना होगा।

ओवरलिमिट के लिए बैंक से बात करें

मान लीजिए, एक कार्ड जारीकर्ता 500 की मिनिमम फीस के साथ ओवरलिमिट अमाउंट का 2.5% चार्ज करता है। ये चार्ज बिलिंग साइकल में एक बार लगाया जा सकता है। आप इस प्रोसेस को समझने के लिए अपने बैंक या कार्ड जारीकर्ता कंपनी से बात कर सकते हैं कि क्या आपके कार्ड पर ओवरलिमिट ट्रांजैक्शन की अनुमति है और अगर है तो इसके लिए आपको कितना चार्ज करना होगा। इसके अलावा, आप अपने कार्ड की लिमिट बढ़ाने के लिए भी आवेदन कर सकते हैं।

बैंक को देनी होती है रिपोर्ट

बैंक को अब आपके क्रेडिट हैबिट्स की रिपोर्ट क्रेडिट इंफॉर्मेशन ब्यूरो (इंडिया) लिमिटेड (CIBIL) या एक्सपेरियन को देनी होगी, जबकि बैंक इससे पहले पुरानी मंथली फ्रिक्वेंसी के रिकॉर्ड देता था। इसका मतलब ये हुआ कि आपके क्रेडिट स्कोर में संभावित रूप से एक महीने के दौरान उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है, जो पहले ऐसा नहीं था। 

क्रेडिट स्कोर पर क्या पड़ेगा असर

मान लीजिए, आपने अपने कार्ड की लिमिट का 80 प्रतिशत इस्तेमाल कर लिया है, जिससे आपका क्रेडिट स्कोर थोड़ा कम हो सकता है। लेकिन आप बिलिंग साइकल खत्म होने और बिल जनरेट होने से पहले ही बिल का भुगतान करना चाहते हैं तो आपके स्कोर पर इसका कोई खास प्रभाव नहीं पड़ेगा।

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