Gold Purity: सोने की दरें आज घरेलू बाजार में उच्च स्तर पर खुलीं। अप्रैल 2023 के लिए मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर सोने का वायदा अनुबंध 56,762 प्रति 10 ग्राम के स्तर पर खुला और कमोडिटी बाजार के खुलने के कुछ घंटों के बाद 56,920 रुपये के उच्च स्तर पर पहुंच गया। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमत भी 1,857 डॉलर के निचले स्तर पर पहुंचने के बाद 1,866 डॉलर प्रति औंस के स्तर पर पहुंच गई। बता दें, आज दिल्ली में सोने की कीमत 52,650 रुपये प्रति 10 ग्राम है। ये तो हो गई सोने की बात, अब जान लेते हैं कि अगर आप सोना खरीदने जाते हैं तो किन बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है, ताकि आप किसी ठगी का शिकार ना हो सकें।
ऐसे पहचाने सोने की शुद्धता
सोने की शुद्धता का पहला पैमाना हॉलमार्क का निशान है। सोना खरीदते वक्त हॉलमार्क के निशान वाली ही ज्वैलरी खरीदें। हॉलमार्क सरकारी गारंटी है। हॉलमार्क का निर्धारण भारत की एकमात्र एजेंसी ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड (बीआईएस) करती है। हॉलमार्किंग योजना भारतीय मानक ब्यूरो अधिनियम के तहत गोल्ड संचालन, नियम और विनियम का काम करती है। हालमार्क वाली ज्वैलरी पर हॉलमार्क का निशान और कुछ अंक जैसे 999, 916, 875 लिखे होते हैं। इन्ही अंको में आपके सोने की शुद्धता का राज चुपा होता है। ध्यान रहे हालमार्क के निशान के साथ 999 नंबर वाले सोने की ज्वैलरी 24 कैरेट की होती है। 999 का मतलब इसमें सोने की शुद्धता 99.9 फीसदी है। इसी तरह शुद्धता के आधार पर 23 कैरेट सोने पर 958, 22 कैरेट सोने पर 916, 21 कैरेट पर 875, 18 कैरेट पर 750 अंक पड़े होते हैं।
किस आधार पर तय किए जाते हैं ये नंबर
इन तीन अंकों के आधार पर सोने की शुद्धता पता करने के लिए आपको इस तरह की कोई सीरीज याद रखने की जरुरत नहीं है। इसको निकालने का सूत्र बड़ा ही साधारण है। मान लीजिए आपको 22 कैरेट सोने पर पड़ा नंबर ज्ञात करना है तो आप 22 को 24 से भाग देकर उसको 100 से गुणा कर दें। इससे आपको 22 कैरेट सोने पर पड़ने वाला अंक ज्ञात हो जाएगा। 22/24×100 = 916 । इसी नियम का प्रयोग करके आप सोने की शुद्धता के आधार पर पड़ा नंबर जान सकते हैं।
ऐसे पहचानें असली हॉलमार्क
हॉलमार्किंग में किसी उत्पाद को तय मापदंडों पर प्रमाणित किया जाता है। भारत में बीआईएस वह संस्था है, जो उपभोक्ताओं को उपलब्ध कराए जा रहे गुणवत्ता स्तर की जांच करती है। यदि सोना-चांदी हॉलमार्क है तो इसका मतलब है कि उसकी शुद्धता प्रमाणित है। लेकिन कई ज्वैलर्स बिना जांच प्रकिया पूरी किए ही हॉलमार्क लगा रहे हैं। ऐसे में यह देखना जरूरी है कि हॉलमार्क ओरिजनल है या नहीं? असली हॉलमार्क पर भारतीय मानक ब्यूरो का तिकोना निशान होता है। उस पर हॉलमार्किंग सेंटर के लोगो के साथ सोने की शुद्धता भी लिखी होती है। उसी में ज्वैलरी निर्माण का वर्ष और उत्पादक का लोगो भी होता है।
Latest Business News