What is Swiss Bank: स्विस बैंक क्या है? कैसे खुलता है खाता, कितना रखना होता मिनिमम बैलेंस और क्यों है कालेधन की सबसे सुरक्षित तिजोरी
ये स्विस बैंक क्या है? क्या मैं भी इस बैंक में अपना खाता खुलवा सकता हूं? अगर हां, तो मुझे कितना पैसा रखना होगा? क्या मुझे यहां पैसे रखने के लिए बैंक को पैसे देने होंगे?
Highlights
- स्विस बैंक को दुनिया भर की सबसे सुरक्षित तिजोरी माना जाता है
- UBS को जिसे पूरी दुनिया में “स्विस बैंक” के नाम से जाना जाता है
- स्विस बैंक के ‘नंबर्ड अकाउंट’ को सबसे सुरक्षित माना जाता है
What is Swiss Bank: कालाधन! शर्त लगा लीजिए, इस शब्द का जिक्र आते ही आपके मन में भी सबसे पहले स्विस बैंक का नाम आ जाता है। स्विस बैंक को दुनिया भर के तानाशाहों, भ्रष्ट राजनेताओं, अधिकारियों और कारोबारियों की सबसे सुरक्षित तिजोरी माना जाता है। बीते कई दशकों से स्विस बैंक भारतीय राजनीति का भी केंद्र रहा है। स्विस बैंक में भारत के सबसे बड़े खाताधारकों की फर्जी लिस्ट का फॉर्वर्ड आपके मैसेज संभव है आपके मोबाइल पर भी आया होगा।
भष्टाचारियों की बीच इस बैंक की इतनी इज्जत को देखते हुए हर किसी के मन में यही ख्याल उपजता है कि भला ये स्विस बैंक क्या है? क्या मैं भी इस बैंक में अपना खाता खुलवा सकता हूं? अगर हां, तो मुझे कितना पैसा रखना होगा? क्या मुझे यहां पैसे रखने के लिए बैंक को पैसे देने होंगे? और आखिर में यहां पैसा रखना दुनिया भर में सबसे सुरक्षित क्यों है? आइए हम आपके इन्हीं सब सवालों के जवाब लेकर आए हैं। जानते हैं स्विस बैंक के बारे में सब कुछ।
स्विटजरलैंड में पहले बैंक की स्थापना 1713 में हुई थी। फिलहाल स्विटजरलैंड में करीब 400 से अधिक बैंक कार्यरत हैं। ये तमाम बैंक स्विस फेडरल बैंकिंग एक्ट के गोपनीयता कानून के सेक्शन 47 के तहत बैंक अकाउंट खोलने का अधिकार रखते हैं। लेकिन हम जिस स्विस बैंक की चर्चा करते हैं वह दरअसल UBS है, जिसे पूरी दुनिया में “स्विस बैंक” के नाम से जाना जाता है। इसकी स्थापना 1998 में यूनियन बैंक ऑफ़ स्विट्जर्लैंड और स्विस बैंक कारपोरेशन के विलय के बाद हुई थी। ये विश्व की टॉप 3 बैंक में से एक बैंक है। इसका मुख्यालय स्विट्जरलैण्ड के जूरिक और बसेल में है।
कैसे काम करता है स्विस बैंक
यूबीएस यानि स्विस बैंक भी वही काम करती है जो दूसरी बैंक करते हैं। सिर्फ इन बेंको के नियम और काम करने के तरीके थोड़े अलग होते है। स्विटजरलैंड के बैंक 1713 से चले आ रहे हैं। ये बैंक सीक्रेसी के कानून का सख्ती से पालन करते थे। इसके मुताबिक अगर किसी ने स्विटजरलैंड में कोई अपराध नहीं किया है तो उसके बारे में बैंक कोई भी जानकारी शेयर नहीं करता था। यहां तक कि स्विस सरकार के साथ भी नहीं। साल 2017 में विश्व समुदाय ने स्विटरजरलैंड पर दबाव बनाया और इस कानून को ढीला कराया। अब अनुबंध करने का सिस्टम बन गया है। स्विटजरलैंड का जिन देशों के साथ अनुबंध है उनके साथ वह सारी जानकारी साझा करते हैं।
क्यों है ये दुनिया की सबसे सुरक्षित तिजोरी
स्विस बैंक को कालेधन का स्वर्ग कहा जाता है। आपके मन में सवाल आएगा कि जब देशों की सरकार को इसका पता है फिर भी वह कुछ कर क्यों नहीं पाती है। इसका जवाब है यहां का सीक्रेसी कोड। स्विस बैंक के ‘नंबर्ड अकाउंट’ को सबसे सुरक्षित तिजोरी माना जाता है। नंबर्ड अकाउंट किस व्यक्ति का है, इसका पता बैंक के आम कर्मचारियों को भी नहीं होता। बैंक खाताधारक को एक चार डिजिट का नंबर और आगे अपने मन का नाम अलॉट कर देता है। उनका असली बैंक अकाउंट नंबर और नाम बैंक के पास गोपनीय रहेगा। हालांकि बैंक के आला अधिकारी इस नाम का पता लगा सकते हैं।
ये अकाउंट कैसे खुलता है?
ये खुलवाना मुश्किल काम है। इसके लिए स्विटजरलैंड में बैंक की ब्रांच में जाना होता है। स्विस बैंक में खाता खोलने की कुछ जरूरी शर्तें हैं। लेकिन प्रक्रिया की बात करें तो भारत में एसबीआई में खाता खोलने से भी आसान प्रक्रिया स्विस बैंक में अकाउंट बनाने की है। आप घर बेठे-बेठे स्विस बैंक में अकाउंट खोल सकते है। यहाँ तक की UBS जैसे बड़े बैंक आपको ईमेल के द्वारा भी खाता खोलने की सुविधा प्रदान करते है। इन्टरनेट पर ऐसी कई कंपनी है जो आपको स्विस बैंक में खाता खोलने में मदद करती है।
कितना होता है मिनिमम बैलेंस
यूबीएस की वेबसाइट के अनुसार इसका मिनिमम बैलेंस 1 लाख डॉलर या 75 लाख रुपए के आसपास होता है। अकाउंट पर 300 डॉलर या तकरीबन 22 हजार रुपए का मेंटेनेंस चार्ज भी लगता है। यानि ब्याज तो भूल जाइए आपको अकाएंट रखने के लिए 300 डॉलर देने होंगे। ठीक वैसे ही जैसे हम लॉकर का चार्ज देते हैं।
स्विस बैंक में खाता खोलने के लिए दस्तावेज
इन बेंको में खाता खोलने के लिए आपको कुछ चंद दस्तावेज चाहिए होते है जो आसानी से मिल जाते है।
- 1.पासपोर्ट: पासपोर्ट की कॉपी बहुत जरुरी है.
- 2. आपकी संपत्ति से जुड़े डॉक्यूमेंट: यानि की आपके पास कितना पैसा है, आपके पास कितनी प्रॉपर्टी है, आपके पूर्वज क्या करते थे। ये सारी जानकारी देना जरुरी है।
- 3.आपकी जमा के मूल स्रोत का प्रमाण : यानि जो-जो आपके अकाउंट है और प्रॉपर्टी है उसके ओरिजिनल डॉक्यूमेंट की कॉपी आपके पास होना जरुरी है। साथ ही साथ आपके जितने डिपॉजिट्स है उनकी जानकारी आपके पास होना जरुरी है।
क्या बैंक किसी को नहीं देता जानकारी?
सही मायनों में अब स्विस बैंक पहले जैसे सुरक्षित नहीं रहे हैं। अब स्विटजरलैंड के साथ भारत ने एक खास अनुबंध कर लिया है। इसके मुताबिक स्विटरलैंड अपने बैंकों में पैसा जमा कराने वाले भारतीयों और कंपनियों की जानकारी भारत के साथ साझा करेगा। यह अनुबंध साल 2018 से लागू हो गया है। हालांकि भारत सरकार किसी भी ऐसे बैंक अकाउंट की डिटेल नहीं मांग सकती जो 2018 से पहले स्विटजरलैंड में खोले गए थे।
बैंक किसे जानकारी दे सकते हैं?
खातेदार के जीवित न होने पर स्विस बैंक केवल उसकी संपत्ति के सच्चे वारिसों को ही खाते की स्थिति के बारे में जानकारी दे सकते हैं। वे ऐसे पति या पत्नी को भी जानकारी दे सकते हैं, जिसके पास अदालत से अधिकार है कि उसे अपने जीवनसाथी के खाते की स्थिति जानने का अधिकार है।