म्यूचुअल फंड निवेश पर चाहिए बंपर रिटर्न तो चुनें मल्टी एलोकेशन फंड, इस तरह होगी छप्परफाड़ कमाई
म्यूचुअल फंड की मल्टी एसेट एलोकेशन में निवेशकों का आकर्षण तेजी से बढ़ा है। यह एक ऐसी स्कीम है जिसने लगातार बाजार के हर चक्र और अन्य परिसंपत्तियों में निवेश कर निवेशकों को बेहतर रिटर्न दिया है।
मौजूदा समय में देश में सिप के जरिये म्यूचुअल फंड में निवेश करने वाले निवेशकों की संख्या करोड़ों में है। निवेशकों में महानगर से लेकर छोटे शहर और गांव तक के लोग शामिल हैं। हालांकि, इतनी बड़ी संख्या में निवेशक होने के बावजूद बहुत कम लोगों को सही फंड चुनने की जानकारी है। अधिकांश लोग म्यूचुअल फंड एजेंट या दोस्त-रिश्तेदार की कही बातों पर फंड में पैसा लगा देते हैं। हालांकि, अगर थोड़ी समझदारी से फंड का चुनाव किया जाए तो रिटर्न को कई गुना बढ़ाया जा सकता है। म्यूचुअल फंड जानकारों का कहना है कि बीते कुछ सालों में जिस तरह से शेयर बाजार में उठापटक देखने को मिला है, उसमें मल्टी एसेट एलोकेशन फंड एक बेहतर विकल्प बनकर सामने आया है। इस फंड ने पिछले 21 सालों में 21 फीसदी की दर से रिटर्न दिया है।
बाजार में बहुत सारे विकल्प उपलब्ध
अगर आप मल्टी एसेट एलोकेशन फंड में निवेश करना चाहते हैं तो बाजार में बहुत सारे विकल्प उपलब्ध है। उदाहरण के तौर पर सबसे बड़े मल्टी एसेट एलोकेशन फंडों में से एक आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल मल्टी-एसेट फंड ने 21 साल पूरे किए हैं। इस स्कीम का एसेट अंडर मैनेजमेंट (एयूएम) 24,060.99 करोड़ रुपये था। मल्टी एसेट एलोकेशन कैटेगरी में इस राशि का लगभग 57% हिस्सा है। इस स्कीम ने 31 अक्टूबर, 2002 को 10 लाख रुपये का निवेश 30 सितंबर, 2023 तक 21 फीसदी सीएजीआर की दर से लगभग 5.49 करोड़ रुपये हो गया है। इसके अलावा यूटीआई मल्टी एसेट एलोकेशन फंड- डायरेक्ट प्लान, क्वांट मल्टी एसेट फंड-डायरेक्ट प्लान-ग्रोथ, बड़ौदा बीएनपी पारिबा मल्टी एसेट फंड-डायरेक्ट प्लान-ग्रोथ, एचडीएफसी मल्टी-एसेट फंड-डायरेक्ट प्लान-ग्रोथ, निप्पॉन इंडिया मल्टी एसेट फंड-डायरेक्ट प्लान- ग्रोथ, यूटीआई मल्टी एसेट एलोकेशन फंड-डायरेक्ट प्लान समेत तमाम फंड मार्केट में उपलब्ध हैं। इनमें से ज्यादातर फंड ने निवेशकों को शानदार रिटर्न दिया है।
निवेशकों को जोखिम कम करने में मिलती है मदद
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड के एमडी एवं सीईओ निमेश शाह ने बताया कि मल्टी एसेट फंड का पैसा निवेश करने में इक्विटी, डेट और कमोडिटी एसेट क्लास के फंड मैनेजर टीम बनाते हैं और वे एक साथ निवेश पर फैसला लेते हैं। इस तरह की रणनीति ने बाजार चक्र में बेहतर जोखिम समायोजित निवेश का अनुभव प्रदान करने में मदद की है। इसके अतिरिक्त, विभिन्न एसेट क्लासों में पोर्टफोलियो में विविधता लाने से पोर्टफोलियो की अस्थिरता को कम करने में भी मदद मिलती है। दरअसल, म्यूचुअल फंड की मल्टी एसेट एलोकेशन में निवेशकों का आकर्षण तेजी से बढ़ा है। यह एक ऐसी स्कीम है जिसने लगातार बाजार के हर चक्र और अन्य परिसंपत्तियों में निवेश कर निवेशकों को बेहतर रिटर्न दिया है। वे कहते हैं कि मल्टी एसेट एलोकेशन फंड की पैसे कमाने की शानदार सफलता इस बात का प्रमाण है कि विभिन्न परिसंपत्ति वर्गों में विवेकपूर्ण निवेश ने लंबी अवधि में निवेशकों के लिए अच्छा काम किया है।