साइबर फ्रॉड की दुनिया में हैकर्स के लिए आधार एक नया हथकंडा बनकर सामने आया हैं। देश में हर दिन हजारों साइबर फ्रॉड की शिकायतें दर्ज हो रही हैं। जिसमें से एक बड़ी संख्या आधार के जुड़ी धोखाधड़ी के भी हैं। अक्सर लोगों के आधार नंबर या फिर आधार कार्ड के प्रिंटआउट का गलत इस्तेमाल कर गलत फायदा उठाया जाता हैं इसे देखते हुए भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) ने ‘आधार’ आधारित फिंगरप्रिंट सत्यापन और धोखाधड़ी के प्रयासों का तेजी से पता लगाने के लिए एक नया सुरक्षा तंत्र पेश किया है।
क्या है नया सिस्टम
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस(एआई) और मशीन लर्निंग (एमएल) आधारित सुरक्षा तंत्र ‘दर्ज फिंगरप्रिंट के सत्यापन के लिए अब उंगली का बारीक ब्योरा और उंगली की तस्वीर के मेल’ का उपयोग कर रहा है। यूआईडीएआई ने एक बयान में मजबूत फिंगरप्रिंट आधारित ‘आधार’ सत्यापन के लिए नए सुरक्षा तंत्र की घोषणा करते हुए कहा कि ‘इससे आधार सत्यापन अधिक मजबूत और सुरक्षित हो जाएगा।’ विज्ञप्ति के अनुसार, “दो चरण वाली नई सत्यापन व्यवस्था में फिंगरप्रिंट की वास्तविकता को प्रमाणित करने के लिए जांच बढ़ाई जा रही है, जिससे धोखाधड़ी की आशंका और कम हो सके।”
सुरक्षा के लिए लिंक करें मोबाइल नंबर
आधार से जुड़ी सुरक्षा के लिए जरूरी है कि सबसे पहले ये जान लें कि आपका फोन आधार नंबर से लिंक है या नहीं। क्योंकि आधार से जुड़े सभी आनलाइन काम ओटीपी के माध्यम से ही होते हैं। साथ ही आधार के इस्तेमाल से पहल ओटीपी के माध्यम से ही आपसे अनुमति मांगी जाती है। अगर कमजोर मोबाइल नेटवर्क के कारण आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर ओटीपी नहीं आ रहा है, तो आप एम-आधार एप को डाउनलोड कर सकते हैं। इससे आप एम-आधार एप पर मिले टाइम बेस्ड ओटीपी की मदद से आधार से जुड़ी ऑनलाइन सेवाओं का लाभ ले सकते हैं।
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