1 साल के FD पर ये 5 बैंक दे रहे हैं सबसे ज्यादा ब्याज, फिक्स्ड डिपॉजिट कराने से पहले चेक करें इंटरेस्ट रेट
गौरतलब है कि महंगाई को कम करने के लिए आरबीआई रेपो दर में बढ़ोतरी कर रहा है। मई से लेकर अब तक आरबीआई 2.25% की दर में वृद्धि कर चुका है।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा रेपो रेट में बड़ी वृद्धि के बाद देश के सभी प्रमुख बैंकों ने ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए अपनी सावधि जमा यानी FD पर दी जाने वाली ब्याज दरों में कई बार वृद्धि की है। इसके चलते एफडी में निवेश करना एक बार फिर फायदेमंद हो गया है। अगर, आप भी एफडी में निवेश करना चाहते हैं तो हम आपको उन पांच बैंकों की सूची दे रहे हैं, जिसमें 1 साल की एफडी पर सबसे ज्यादा ब्याज मिल रहा है। आपको बता दें कि समय-समय पर रेपो दर बढ़ने के परिणामस्वरूप ब्याज दरों में 2.25% की वृद्धि हुई है।
ये पांच बैंक दे रहें सबसे ज्यादा रिटर्न
सभी टेन्योर की एफडी पर ब्याज दर समान नहीं
निवेश करते समय ध्यान रखें कि सभी टेन्योर की एफडी पर ब्याज दर समान नहीं होती है। अगर आप सबसे लंबी अवधि के विकल्प का चयन कर रहे हैं तो यह नहीं मान लें कि आपको सबसे बेहतर ब्याज मिलेगा। चक्रवृद्धि ब्याज की गणना कर खुद से उस अवधि का चयन करें जिसमें आपको सबसे ज्यादा रिटर्न मिलें। एक नन-क्यूम्यलेटिव एफडी आपको नियमित रिटर्न देता है। वहीं, क्यूम्यलेटिव एफडी आपको ब्याज राशि जमा करने और इसे अपनी मूल राशि के साथ फिर से निवेश करने की अनुमति देता है। इसलिए, आप अपनी जमा राशि पर और भी अधिक रिटर्न पाते हैं, जो लंबी अवधि के लिए फायदेमंद होता है।
इस तरह पाएं एफडी पर अधिक ब्याज
अगर आप एफडी पर अधिक ब्याज चाहते हैं तो auto-renewal विकल्प से बचें। बैंक आमतौर पर फिक्स्ड डिपॉजिट में निवेश करने वाले ग्राहकों को ऑटो-रिन्यूअल का विकल्प देते हैं। यदि कोई ग्राहक ऑटो-रिन्यूअल विकल्प चुनता है, तो बैंक परिपक्वता के समय वर्तमान ब्याज दर के साथ उसी अवधि के लिए सावधि जमा को स्वतः नवीनीकृत कर देता है। ऐसे में मौजूदा ब्याज दर सावधि जमा की पिछली ब्याज दर से अधिक या कम हो सकती है। इससे निवेशकों को नुकसान उठाना पड़ सकता है। इसलिए जब भी एफडी की अवधि पूरी हो तो रिसर्च करें और पता करें कि कौन बैंक और किस अवधि पर सबसे ज्यादा ब्याज मिल रही है। इसके बाद ही निवेश करें।
रेपो रेट में बढ़ोतरी की संभावना
गौरतलब है कि महंगाई को कम करने के लिए आरबीआई रेपो दर में बढ़ोतरी कर रहा है। मई से लेकर अब तक आरबीआई 2.25% की दर में वृद्धि कर चुका है। आज से मौद्रिक पॉलिसी समिति की बैठक शुरू हुई है। इसमें 0.25% की बढ़ोतरी होने की संभावना है। यानी आगे भी एफडी पर दरों में वृद्धि जारी रह सकती है। यह निवेशकों के लिए अच्छी खबर है। कोरोना के बाद बैंकों ने एफडी पर ब्याज दरों में बड़ी कमी कर दी थी। अब उसमें बढ़ोतरी शुरू हुई है। चूंकि बैंकों ने एफडी निवेशकों को अभी तक पूरी रेट हाइक का लाभ नहीं दिया है, इसलिए आने वाले महीनों में एफडी पर ब्याज दर में और वृद्धि होने की संभावना है।