Good News: इस पड़ोसी देश में भी चलेगा भारतीय रुपया! पर्यटकों को अब नहीं खरीदने पड़ेंगे डॉलर
उपयोग की अनुमति मिलने से भारतीय पर्यटकों और व्यापारियों को बार-बार मुद्रा बदलने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
भारतीय रुपया अब सरहद पार कर अन्य देशों में भी अपनी स्वीकार्यता बढ़ा रहा है। हाल ही में सरकार की बांग्लादेश के साथ आयात निर्यात में रुपये में कारोबार को लेकर सहमति बनी है। इस बीच एक और पड़ोसी देश में भी भारतीय रुपये स्वीकार करने की तैयारी शुरू हो गई है। बीते साल आर्थिक संकट से जूझ रहा श्रीलंका स्थानीय लेनदेन के लिए डॉलर, यूरो और येन की तरह ही भारतीय रुपये को भी स्वीकार करने पर विचार कर रहा है। विदेश मंत्री अली साबरी ने शनिवार को यह जानकारी दी। इस कदम से भारतीय पर्यटकों और कारोबारियों को राहत मिलेगी।
अब पर्यटकों को नहीं खरीदने होंगे डॉलर
साबरी राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे के 20-21 जुलाई के भारत दौरे के बारे में मीडिया को संबोधित कर रहे थे। पिछले साल कार्यभार संभालने के बाद पहली बार भारत यात्रा पर गए राष्ट्रपति विक्रमसिंघे ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की थी। साबरी ने कहा, “हमने भारतीय रुपये के उपयोग की संभावना पर विचार किया है, जैसे हम डॉलर, यूरो और येन स्वीकार करते हैं।” इसके सीधे उपयोग की अनुमति मिलने से भारतीय पर्यटकों और व्यापारियों को बार-बार मुद्रा बदलने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
श्रीलंका में चलेगा भारत का UPI सिस्टम
दोनों देशों ने शुक्रवार को इस बात पर सहमति जताई कि उनके बीच व्यापार के लिए मुद्रा के रूप में रुपये को अपनाने से वाणिज्यिक संबंध और मजबूत तथा लाभप्रद होंगे। दोनों देशों ने कारोबारी और आम लोगों के बीच व्यापार और लेनदेन को बढ़ाने के लिए एकीकृत भुगतान इंटरफेस (यूपीआई) आधारित डिजिटल भुगतान को संचालित करने पर सहमति व्यक्त की है। श्रीलंका में यूपीआई आवेदन की स्वीकृति के लिए एनपीसीआई इंटरनेशनल पेमेंट्स लिमिटेड (एनआईपीएल) और लंका पे के बीच एक समझौता हुआ है।
इस पड़ोसी देश के साथ शुरू हुआ रुपये में व्यापार
भारत सरकार लंबे समय से रुपये को अंतरराष्ट्रीय कारोबार में अहम मुद्रा के रूप में स्थापित करने के लिए पुरजोर कोशिश कर रहा है। यूक्रेन युद्ध के बाद रूस से भारत ने रुपये में कारोबार की शुरुआत की थी। अब इसी कड़ी में भारत अपने अहम पड़ोसी देश के साथ रुपये में कारोबार शुरू कर रहा है। यह देश है बांगलादेश। एक एतिहासिक कदम उठाते हुए भारत और बांग्लादेश के बीच मंगलवार को रुपये में कारोबार शुरु हो गया जिससे अमेरिकी डॉलर पर निर्भरता कम करने और क्षेत्रीय मुद्रा में व्यापार को मजबूती मिलेगी। बांग्लादेश ने पहली बार किसी देश से अमेरिकी डॉलर के अलावा उसकी मुद्रा में व्यापार किया है।
बॉर्डर हट के साथ होता है कारोबार
बांग्लादेश और भारत कुछ क्षेत्रों में अर्ध-औपचारिक तरीके से सीमा व्यापार करते हैं, जिन्हें ‘बॉर्डर हट’ कहा जाता है। इसमें दोनों देशों की मुद्राओं का आदान-प्रदान सीमित पैमाने पर होता है। अधिकारियों ने कहा कि औपचारिक व्यवस्था के तहत अब से दोनों देशों के बीच शुरुआत में व्यापार रुपये में होगा और व्यापार अंतर कम होने पर धीरे-धीरे बांग्लादेशी मुद्रा टका में कारोबार किया जाएगा।