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Hindi News पैसा फायदे की खबर Youtube पर आप भी तो नहीं लेते इन 'रायचंद्र' से राय, भ्रामक वीडियो से निवेश की सलाह देने वाली 9 फर्म पर सेबी का बैन

Youtube पर आप भी तो नहीं लेते इन 'रायचंद्र' से राय, भ्रामक वीडियो से निवेश की सलाह देने वाली 9 फर्म पर सेबी का बैन

यूट्यूब के कई चैनलों पर भ्रामक वीडियो डालकर शार्पलाइन ब्रॉडकास्ट लिमिटेड की शेयर कीमतों में हेराफेरी करने के मामले में नौ इकाइयों पर लगाई गई पाबंदी हटाने से इनकार कर दिया है।

Youtuber Stock Advice- India TV Paisa Image Source : FILE Youtuber Stock Advice

Youtube पर शेयर बाजार (Stock Market) और निवेश (Investment) से जुड़ी भ्रामक सलाह देने वालों के खिलाफ सेबी ने सख्त कार्रवाई की है। Sebi ने यूट्यूब के ऐसे 9 'रायचंद्रों' पर बैन को सेबी ने सही माना है और इन्हें प्रतिबंधित कर दिया है। ये अकाउंट कंपनियों की जानकारियों से जुड़ी भ्रामक जानकारी प्रदान कर निवेशकों को भटकाने का काम करते थे। मार्च में सख्त कार्रवाई करते हुए सेबी ने 24 इकाइयों को प्रतिबंधित किया था। जिनमें से 9 कंपनियों के खिलाफ आरोपों की पुष्टि हुई है। 

शार्पलाइन ब्रॉडकास्ट से जुड़ा है मामला 

बाजार नियामक सेबी ने सोशल मीडिया मंच यूट्यूब के कई चैनलों पर भ्रामक वीडियो डालकर शार्पलाइन ब्रॉडकास्ट लिमिटेड की शेयर कीमतों में हेराफेरी करने के मामले में नौ इकाइयों पर लगाई गई पाबंदी हटाने से इनकार कर दिया है। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने इस मामले की प्रथम दृष्टया जांच के आधार पर मार्च में 24 इकाइयों को शेयर बाजारों में कारोबार करने से प्रतिबंधित कर दिया था। इनमें से नौ कंपनियों पर लगाए गए प्रतिबंध की अब उसने पुष्टि कर दी है। 

इन इकाइयों पर जारी रहेगा बैन 

सेबी ने मंगलवार को जारी आदेश में कहा कि ये इकाइयां फर्जी एवं अनुचित व्यापार व्यवहार निषेध (पीएफयूटीपी) नियमों के तहत प्रथम दृष्टया संलिप्त पाई गई थीं और इस अंतरिम आदेश को पुष्ट किया जाता है। इस आदेश में जतिन मनुभाई शाह, अंगद एम राठौड़, हेली जतिन शाह, दैविक जतिन शाह, अशोक कुमार अग्रवाल, अंशु अग्रवाल, अंशुल अग्रवाल, हेमंत दुसाद और अंशुल अग्रवाल कंपनी एचयूएफ पर प्रतिबंध बरकरार रखा गया है। इनमें से चार लोगों को सेबी ने कुछ रियायतें दी हैं। 

भ्रामक वीडियो से निवेशकों को किया प्रभावित 

सेबी ने अपनी जांच में पाया था कि मई, 2022 के दूसरे पखवाड़े में शार्पलाइन ब्रॉडकास्ट कंपनी के शेयरों के बारे में यूट्यूब पर कुछ भ्रामक एवं गलत वीडियो डाले गए थे। इन वीडियो में निवेशकों को इस कंपनी के शेयरों में निवेश की सलाह दी गई थी। इन वीडियो के प्रभाव में आकर बड़ी संख्या में निवेशकों ने शेयर बाजार में शार्पलाइन के शेयरों में निवेश कर दिया था। 

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