SGB यानी सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड 2023-24 सीरीज III का सब्सक्रिप्शन 22 दिसंबर तक के लिए खुला हुआ है। सरकार की ओर से सोने के आयात को कम करने के लिए 2015 में एसजीबी को लाया गया था और समय अंतराल पर एसजीबी बॉन्ड सब्सक्रिप्शन की लिए खोले जाते हैं। आज हम इस आर्टिकल में आपको उन चार फायदों के बारे में बताने जा रहे हैं जो आपको एसजीबी के साथ मिलते हैं।
सोने की खरीद पर डिस्काउंट
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड को आप बैंकों, स्टॉक होल्डिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड, पोस्ट ऑफिस, एनएसई और बीएसई की मदद से खरीद सकते हैं। इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि अगर आप ऑनलाइन माध्यम से एसजीबी को खरीदते हैं तो आपको प्रति ग्राम 50 रुपये का डिस्काउंट सरकार की ओर से दिया जाता है, जबकि सोना खरीदने के किसी भी अन्य माध्यम में खरीद पर डिस्काउंट मिलने की कोई संभावना नहीं होती है।
लागत
जब भी आप फिजिकल गोल्ड खरीदते हैं तो आपको जीएसटी देना पड़ता है। गोल्ड ईटीएफ पर आपको एक्सपेंस रेश्यो अदा करना होता है। इन सभी कारणों के चलते आपके निवेश पर रिटर्न घट जाता है। वहीं, अगर आप एसजीबी में निवेश करते हैं तो आपको जीएसटी और एक्सपेंस रेश्यो किसी का भुगतान नहीं करना होगा और इससे आपको अन्य माध्यमों के मुकाबले एसजीबी पर अधिक रिटर्न मिलेगा।
टैक्स
एसजीबी की मैच्योरिटी अवधि आठ वर्षों की होती है। हालांकि, इसमें पांच वर्ष बाद प्रीमैच्योर निकासी का विकल्प दिया जाता है। वहीं, इसे प्राप्त हुई ब्याज पर कोई टीडीएस नहीं लगता है साथ ही एसजीबी को सरकार द्वारा कैपिटल गेन के दायरे से बाहर रखा गया है।
ब्याज
गोल्ड निवेश के सभी माध्यमों में एसजीबी ही है, जिसमें आपको निवेश पर 2.5 प्रतिशत का सालाना ब्याज सरकार द्वारा दिया जाता है जो कि ईटीएफ और फिजिकल गोल्ड के मुकबाले इसे रिटर्न को बढ़ाते हैं। ऐसे अगर आप लंबी अवधि के लिए गोल्ड में निवेश करने का मन बना रहे हैं तो एसजीबी एक अच्छा विकल्प हो सकता है।
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