Mudra Loan: सरकार इन लोगों को देती है 10 लाख रुपये का लोन, जानिए जरूरी कागजात और पूरी प्रक्रिया
मुद्रा लोन लेने के लिए आवेदक को बैंकों या लोन संस्थानों को कोई गारंटी देने या गिरवी रखने की आवश्यकता नहीं होती है।
छोटे कारोबारियों के लिए केंद्र सरकार की ओर से शुरू की गई प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) काफी लोकप्रिय है। इस योजना का पूरा नाम माइक्रो यूनिट्स डेवलपमेंट एंड रिफाइनेंस एजेंसी (MUDRA) है। इसके तहत इंडिविजुअल कारोबारी, SME और MSME को लोन मिलता है। MUDRA के तहत 3 लोन योजनाएं ऑफर की जाती हैं जिसका नाम शिशु, किशोर और तरुण है। मुद्रा लोन योजना (Mudra Loan Yojana) के तहत दी जाने वाली अधिकतम लोन राशि 10 लाख रु. है, जबकि न्यूनतम लोन राशि तय नहीं है। मुद्रा लोन लेने के लिए आवेदक को बैंकों या लोन संस्थानों को कोई गारंटी देने या गिरवी रखने की आवश्यकता नहीं होती है। इस लोन का भुगतान 3 साल से 5 साल तक कर सकते हैं।
मुद्रा लोन की विशेषताएं
मुद्रा योजना का लाभ केवल मैन्यूफैक्चरिंग, व्यापार और सर्विस सेक्टर में कार्यरत व्यक्तियों, SME, MSME, व्यवसायों द्वारा लिया जा सकता है। व्यापार और सर्विस सेक्टर में कार्यरत लोग इस योजना का लाभ ले सकते हैं। मुद्रा योजना भारत सरकार की क्रेडिट गारंटी योजनाओं के अंतर्गत आती है। लोन की राशि का उपयोग टर्म लोन और ओवरड्राफ्ट सर्विस के रूप में भी किया जा सकता है। सभी गैर-कृषि व्यवसाय, मतलब आय सृजन गतिविधियों में लगे छोटे व्यवसाय मुद्रा लोन का लाभ उठा सकता हैं। मुद्रा योजना का लाभ मुद्रा कार्ड के माध्यम से लिया जा सकता है।
मुद्रा लोन के प्रकार
व्यापार के आकार और विकास के साथ-साथ धन की आवश्यकता के आधार पर, मुद्रा लोन (Mudra Loan) को तीन प्रकार में बांटा गया है:
शिशु लोन: इसके तहत, लोन उन लोगों को दिया जाता है जो अपना व्यवसाय शुरू कर रहे हैं और आर्थिक मदद की तलाश कर रहे हैं। इसके अंतर्गत अधिकतम 50,000 रु. का लोन दिया जात है। 5 वर्ष की पुनर्भुगतान अवधि के साथ इसकी ब्याज दर 10% से 12% सालाना है।
किशोर लोन: ये लोन उनके लिए है जिनका व्यवसाय पहले ही शुरू हो चुका है, लेकिन अभी तक स्थापित नहीं हुआ है। इस के तहत दी जाने वाली लोन की राशि 50,000 रू. से 5 लाख रू. के बीच होती है। ब्याज की दर लोन देने वाली संस्था के आधार पर अलग-अलग होती है। व्यवसाय की योजना के साथ-साथ आवेदक का क्रेडिट रिकॉर्ड भी ब्याज दर तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। लोन भुगतान की अवधि बैंक द्वारा तय की जाती है।
तरुण लोन: ये उन लोगों के लिए है जिनका व्यापर स्थापित हो चुका है और उसे बढ़ाने और संपत्ति की खरीद के लिए धन की आवश्यकता है, इसमें लोन की राशि 5 लाख रु. से 10 लाख रु. के बीच है। ब्याज दर और भुगतान की अवधि योजना और आवेदक के क्रेडिट रिकॉर्ड पर आधारित होती है।
किस किस काम के लिए मिलता है लोन
- कॉमर्शियल वाहन: ट्रैक्टर, ऑटो-रिक्शा, टैक्सी, ट्रॉली, टिलर, माल परिवहन वाहनों, 3-पहिया, ई-रिक्शा, आदि जैसे कॉमर्शियल वाहनों की खरीद के लिए।
- सर्विस सेक्टर की गतिविधियाँ : सैलून, जिम, टेलरिंग की दुकानें, दवाई की दुकानें, मरम्मत की दुकानें और ड्राई क्लीनिंग और फोटोकॉपी की दुकानें आदि का व्यवसाय शुरू करना।
- फूड और वस्त्र निर्माण क्षेत्र की गतिविधियाँ: संबंधित क्षेत्र में विभिन्न गतिविधियाँ के लिए।
- व्यापारियों और दुकानदारों के लिए व्यावसायिक गतिविधियाँ: दुकानों, सेवा उद्यमों, व्यापार और व्यावसायिक गतिविधियों और गैर-कृषि आय सृजन गतिविधियों की स्थापना के लिए।
- छोटे व्यवसायों के लिए उपकरण फाइनेंस योजना: अधिकतम 10 लाख रु. तक।
- कृषि-संबद्ध गतिविधियाँ: कृषि-क्लीनिक और कृषि व्यवसाय केंद्र, खाद्य और कृषि-प्रोसेसिंग इकाइयाँ, पोल्ट्री, मछली पालन, मधुमक्खी पालन, छँटाई, पशुधन-पालन, ग्रेडिंग, कृषि उद्योग, डायरी, मत्स्य पालन, आदि व्यवसायों से संबंधित गतिविधियों के लिए।
जरूरी दस्तावेज
- पहचान का प्रमाण (आधार कार्ड / मतदाता पहचान पत्र / पासपोर्ट / ड्राइविंग लाइसेंस, आदि)
- निवास का प्रमाण (आधार कार्ड / मतदाता पहचान पत्र / पासपोर्ट / टेलीफोन बिल / बैंक विवरण, आदि)
- इनकम प्रूफ, जैसे कि आईटीआर, सेल्स टैक्स रिटर्न, लाइसेंस, रजिस्ट्रेशन, इत्यादि
- एक विशेष श्रेणी, जैसे कि एससी, एसटी, ओबीसी, अल्पसंख्यक, आदि (यदि लागू हो) का प्रमाण
- व्यवसाय का पता और कार्यकाल प्रमाण, यदि लागू हो
- रजिस्ट्रेशन, लाइसेंस या प्रमाण पत्र (यदि कोई हो तो)