Insurance Premium News: इंश्योरेंस होल्डर्स के लिए एक अच्छी खबर आई है। इंश्योरेंस रेगुलरेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (Irdai) ने बीमा कंपनियों से कहा है कि इंश्योरेंस प्रीमियम की कीमतों में कमी लाएं। Irdai का मानना है कि डिजिटल युग के आने से पहले की तुलना में काम करने के तरीकों में बदलाव आया है। इंश्योरेंस के प्रोसेस को कंप्लीट करने में आसानी देखने को मिली है। पहले एक प्लान खरीदने के लिए ऑफलाइन प्रक्रिया होने के चलते लंबा समय और कंपनियों के पैसे अधिक खर्च होते थे, जो अब बच रहे हैं। ऐसे में बीमा कंपनियों को प्रीमियम में कमी करनी चाहिए। इससे आम जनता को भी फायदा होगा और कंपनियों के बीमा सेल में भी सुधार देखने को मिल सकता है।
अभी ये है बीमा बाजार का हाल
भारत के बीमा नियामक ने बीमाकर्ताओं से खर्चों को कम करने और उससे हो रहे बचत को अपने ग्राहकों को देने के लिए कहा है। प्रत्येक बीमाकर्ता के बोर्ड को इस 'नीति' को वार्षिक रूप से स्वीकार करना चाहिए। नए आयोग ढांचे के तहत प्रबंधन के समग्र खर्च (ईओएम) के अधीन एक बोर्ड के नेतृत्व वाली नीति लागू की जाएगी। इससे पॉलिसीधारकों के लिए बेहतर मूल्य निर्धारण और उत्पाद मिलने की उम्मीद है। वर्तमान में टर्म प्लान प्रथम वर्ष के कमीशन के रूप में 40% प्रीमियम का भुगतान करते हैं, जबकि अन्य लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी के भुगतान अवधि के आधार पर 15-35% का पेमेंट करती हैं। इंश्योरेंस सेक्टर से जुड़े विशेषज्ञों का कहना है कि Irdai के इस पहल से आम लोगों को सस्ते प्रीमियम पर बीमा उपलब्ध हो सकता है।
मैंनेजमेंट खर्च कम कर राहत दे सकती हैं कंपनियां
एक्सपर्ट का कहना है कि कंपनियां अपने मैनेजमेंट खर्च को कम कर ग्राहकों को राहत दे सकती है। आज के समय में जनरल इंश्योरेंस पर बीमा कंपनियों को 30% का खर्च पड़ता है। ऐसे ही हेल्थ इंश्योरेंस पर 35%, पेंशन पर 80% तथा प्रीमियम रिन्यू कराने पर 25% का खर्च आता है। अगर कंपनियां अपने नियम और तरीकों में बदलाव कर टेक्नोलॉजी को सही तरीके से इस्तेमाल करती हैं तो आने वाले समय में एक बड़ा चेंज देखने को मिल सकता है। Irdai का ये पहल जल्द ही एक बड़े बदलाव का गवाह बनने जा रहा है।
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