मार्च 2020 में शुरू हुए कोरोना संकट के बीच अब बहुत सी आदतों को न्यू नॉर्मल के रूप मे स्वीकार कर लिया गया है। इन आदतों में मूवी थिएटर से परहेज भी शामिल है। करीब डेढ़ साल तक बंद रहने के बाद मल्टीप्लेक्स दोबारा शुरू तो हुए हैं, लेकिन तब तक काफी पानी बह चुका है। PVR और inox जैसी मल्टीप्लेक्स कंपनियां घाटे के पहाड़ पर खड़ी हैं। दिवाली बाद जहां सूर्यवंशी से कंपनियों को कुछ उम्मीद जगी थी, वह भी साल के अंत में ओमिक्रॉन संकट की भेंट चढ़ गई।
समस्या सिर्फ कोरोना के डर से मल्टीप्लेक्स में दर्शकों के न आने से ही नहीं है। बल्कि कंपनियों का भविष्य भी अंधकारमय दिखाई दे रहा है। पिछले दो साल में आई बॉलीवुड की लगभग सभी फिल्में ओटीटी यानि नेटफ्लिक्स, अमेजन प्राइम या हॉटस्टार जैसे प्लेटफॉर्म पर पर रिलीज हुई है। रही बची कसर थिएटर में रिलीज हुई बैलबॉटम, सूर्यवंशी और बंटी बबली जैसी फिल्मों के दो महीने के भीतर ही ओटीटी पर आने से निकल गई। ग्राहकों को भी अब अंदाजा लग चुका है कि यदि 1 या डेढ़ महीना रुक लिया जाए तो घर बैठे ओटीटी पर ही फिल्म का लुत्फ ले सकते हैं।
शेयरों पर दिख रहा है साफ असर
मल्टीप्लेक्स कंपनियों की इस पतली हालत का सीधा असर इन कंपनियों के शेयरों पर भी दिखाई दे रहा है। नवंबर की शुरुआत में जब अक्षय कुमार की फिल्म सूर्यवंशी थिएटर में रिलीज हुई, उसी दौरान पीवीआर सिनेमाज का शेयर अपने लाइफटाइम हाई ₹1,838 पर पहुंच गया। लेकिन नवंबर खत्म होेते होते ही 1,390.55 पर पहुंच गया। आज 21 दिसंबर का शेयर लाइफ टाइम हाई से 35 प्रतिशत के नुकसान के साथ 1272 पर है। इसी तरह, देश की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी आईनॉक्स लीजर का शेयर भी लुढ़क रहा है। 8 नवंबर को 466 का आल आइम हाई छूने के बाद यह शेयर करीब 100 रुपये टूट चुका है।
ओमिक्रॉन से संकट में भविष्य
कोविड -19 के एक नए संस्करण की खबर ने मल्टीप्लेक्स शेयरों के लिए आशंका पैदा कर दी है क्योंकि अगर सरकार लॉकडाउन या यहां तक कि प्रतिबंधों की घोषणा करती है तो वे सबसे बुरी तरह प्रभावित होंगे। ऐसे में लगभग 18 महीनों के अंतराल के बाद, प्रमुख बाजारों में सिनेमाघरों को फिर से खोलने और फिल्मों के लंबे लाइनअप से बाजार को काफी उम्मीदें थीं। लेकिन ओमिक्रॉन की खबरों के आने से आने वाले समय में मल्टीप्लेक्स शेयरों के लिए यह एक कठिन रास्ता होगा।
ओटीटी पर धड़ाधड़ रिलीज हो रही हैं फिल्में
मल्टीप्लेक्स पर दोहरी मार ओटीटी प्लेटफॉर्म से पड़ रही है। COVID लॉकडाउन के दौरान लोगों ने जब मनोरंजन के लिए टीवी और मोबाइल स्क्रीन की ओर रुख किया तो इसे न्यू नॉर्मल नाम दिया गया। बेटवे के डिजिटल सर्वेक्षण के अनुसार, भारत में 2023 तक ओटीटी ग्राहकों में जबरदस्त वृद्धि होगी। वर्तमान में, 350 मिलियन यूजर्स हैं, वहीं इसके 500 मिलियन उपयोगकर्ताओं तक पहुंचने का अनुमान है। सिनेमाघरों के फिर से खुलने के बाद जहां कई फिल्मों ने सिनेमा में अपनी जगह बनाई, वहीं फिल्म निर्माता भी थिएटर चलाने के 90 दिनों के बाद ओटीटी रिलीज का विकल्प चुन रहे हैं। लॉन्ग टर्म में यह घाटे का सौदा माना जा रहा है।
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