अब QR कोड स्कैन करने पर मिलेंगे पैसे, देश के 12 शहरों में लगेंगी ये नई मशीनें
पिछले महीने हुई एमपीसी की बैठक में रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी (MPC) की बैठक में इन मशीनों को लेकर घोषणा की थी।
अभी तक आप QR कोड पर स्कैन कर पेटीएम या गूगल पे से पेमेंट करते होंगे, लेकिन अब आप सिक्के भी पाएंगे। इसके लिए रिजर्व देश के 12 शहरों में 19 मशीनें लगाने जा रहा है। दरअसल ये QR कोड इनेबल्ड कॉइन वैंडिंग मशीन होंगी। जिसकी मदद से आप अपने मोबाइल से इन QR कोड को स्कैन कर आसानी से सिक्के प्राप्त कर सकते हैं। रिजर्व बैंक का मानना है कि इसकी मदद से छोटे शहरों से लेकर महानगरों में भी सिक्कों के लिए लोगों को भटकना नहीं पड़ेगा।
बता दें कि पिछले महीने हुई एमपीसी की बैठक में रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी (MPC) की बैठक में इन मशीनों को लेकर घोषणा की थी। शक्ति कांत दास के अनुसार जल्द ही देश भर के 12 शहरों में 19 स्थानों पर QR कोड-आधारित सिक्का वेंडिंग मशीनें (QCVM) लगाई जाएंगी। यह पायलट प्रॉजेक्ट होगा जिसके तहत मशीन पर लगे QR कोड को स्कैन कर सिक्के निकाले जा सकेंगे।
बता दें कि रिजर्व बैंक पहले ही देश भर में कॉइन वैंडिंग मशीन स्थापित कर चुका है। कॉइन वेंडिंग मशीनें ऑटोमेटिक मशीनें हैं जो बैंक करंसी नोटों के बदले सिक्के बांटती हैं। लेकिन इन मशीनों में नकली नोट के सहारे पैसे निकालने की कई घटनाएं सामने आई थीं। जिसके बाद रिजर्व बैंक ने UPI आधारित विकल्प को अपनाने का फैसला किया है।
कैसे करेगी काम ?
रिजर्व बैंक के अनुसार, कॉइन वेंडिंग मशीनों को UPI के माध्यम से उपयोग किया जा सकता है। इनमें करेंसी नोट डालने की बजाए ग्राहक यूपीआई से पेमेंट करने के लिए QR कोड को स्कैन करना होगा। ग्राहक 1, 2, 5, 10 और 20 के सिक्के, जितनी जरूरत हो, उस संख्या में मशीन से निकाल सकेंगे। बैंक ग्राहकों के खाते से पैसे काटकर सिक्के उपलब्ध कराएंगी। इससे सिक्कों की उपलब्धता में आसानी होगी। पायलट प्रॉजेक्ट से मिले अनुभव के आधार पर इन मशीनों का उपयोग करके सिक्कों के वितरण को बढ़ावा देने के लिए बैंकों को दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे।