नौकरी नहीं फिर भी बैंक देगा Personal Loan, जानें क्या हैं तरीके
नौकरी नहीं होने पर बढ़े हुए जोखिम के कारण पर्सनल लोन देने से बैंक हिचकते हैं।
बैंक अक्सर नौकरीपेशा लोगों को आसानीसे पर्सनल लोन देते हैं। इसकी वजह बैंक को पताहै कि उनका लोन डूबेगा नहीं और लेने वाला आसानी से ईएमआई का भुगतान कर देगा। लेकिन अगर आपकी नौकरी छूट गई है तो भी बैंक लोन देंगे? इसका जवाब है हां! बैंक नौकरी छूटने पर भी पर्सनल लोन देते हैं लेकिन लोन सेक्शन करने से पहले चीजों पर गौर करते हैं। आइए जानते हैं कि अगर आपके पास नौकरी नहीं तो कैसे पर्सनल लोन ले सकते हैं।
आवेदन से पहले इन बातों का ख्याल रखें?
1. अपनी लोन जरूरतों का निर्धारण करें: आवेदन करने से पहले, यह आकलन करना जरूरी है कि आपको वास्तव में कितने पैसे की जरूरत है।
2. अपनी क्रेडिट रिपोर्ट की समीक्षा करें: नौकरी नहीं होने पर बैंक का भरोसा जीतना मुश्किल हो जाता है, इसलिए उच्च क्रेडिट स्कोर होना महत्वपूर्ण हो जाता है। एक अच्छा क्रेडिट स्कोर आपके ऋण दिनाने में मदद करता है।
3. जरूरी दस्तावेज़ इकट्ठा करें: अपने लोन आवेदन के लिए सभी जरूरी दस्तावेज तैयार करें। इसमें वे दस्तावेज भी शामिल करें जो लोन चुकाने की आपकी क्षमता को प्रदर्शित कर सकते हैं।
4. अपना उद्देश्य स्पष्ट रूप से समझाएं: आवेदन करते समय, इस बारे में पारदर्शी रहें कि आपको लोन की आवश्यकता क्यों है। इस बात का विस्तृत ब्यौरा दें कि आप पैसे का उपयोग कैसे करने की योजना बना रहे हैं, जिससे आपके आवेदन में ऋणदाता का विश्वास बढ़ाने में मदद मिलेगी।
बैंक क्या दे देंगे लोन?
नौकरी नहीं होने पर लोन मिलना मुश्किल जरूर होता है लेकिन नामुंकिन नहीं। अच्छा क्रेडिट है तो बैंक लोन दे देते हैं। नौकरी नहीं होने पर बैंक या वित्तीय संस्थान के साथ आपका रिश्ता एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यदि आपने उच्च क्रेडिट स्कोर बनाए रखा है, तो यह स्वीकृत होने की आपकी संभावनाओं को बढ़ाता है।
इन विकल्पों पर भी कर सकते हैं विचार?
सिक्योर्ड लोन: कार या प्रॉपर्टी जैसी एसेट का इस्तेमाल कर बैंक से आप नौकरी छूटने के बाद भी लोन ले सकते हैं। बैंक आपकी प्रॉपर्टी को कोलैटरल के तौर इस्तेमाल कर आसानी से पर्सनल लोन देगा। इस तरह के लोन में एक यह भी फायदा है कि बैंक आपसे कम ब्याज चार्ज करेगा।
को-साइनर लोन: एक स्थिर आय वाले क्रेडिटयोग्य व्यक्ति का लोन पर को-साइनर बनाकर आप आसानी से लोन पा सकते हैं। लोन की ईएमआई नहीं चुकाने की स्थिति में को-साइनर पुनर्भुगतान की जिम्मेदारी लेता है।
क्यों लोन देने से हिचकते हैं बैंक?
बैंक अक्सर बेरोजगार आवेदकों के लिए सख्त पात्रता मानदंड लागू करते हैं, जिसमें उच्च क्रेडिट स्कोर सीमा और कम ऋण राशि शामिल होती है। नौकरी नहीं होने पर बढ़े हुए जोखिम के कारण, बेरोजगार व्यक्तियों के व्यक्तिगत ऋण आम तौर पर नौकरी वाले की तुलना में अधिक ब्याज पर दी जाती है। नौकरी छूटने और वित्तीय संकट के मामलों में, भुगतान व्यवस्था या कम ब्याज दरों जैसे विकल्पों का पता लगाने के लिए अपने वर्तमान बैंक से बात करें।