e-passport with chip: विदेश यात्रा के लिए पासपोर्ट सबसे अहम दस्तावेज में शामिल होता है, वहीं इसे बनवाने के लिए हमें कई चक्कर काटने पड़ते हैं। दूसरी ओर सरकार ने पासपोर्ट में एक अहम बदलाव किया है, जिसके फलस्वरूप अब पासपोर्ट इलेक्ट्रॉनिक रूप में हम सबके सामने होगा। बता दें कि यह इलेक्ट्रॉनिक पासपोर्ट ई-पासपोर्ट के नाम से जाना जायेगा, जिसमें एक खास तरह की चिप लगी होगी, जिसमें ही हमारी पूरी जानकारी इलेक्ट्रॉनिक रूप में मौजूद होगी।
जानें कब से बनेगा ई-पासपोर्ट
बता दें कि ई-पासपोर्ट बनाने का पायलट प्रोजेक्ट सरकार द्वारा मई, 2023 में शुरू किया जाएगा, जहां शुरुआती चरण में 10 लाख ई-पासपोर्ट बनाने का लक्ष्य सरकार की ओर से रखा गया है। इसके साथ ही शुरुआत में इन्हें उन केंद्रों में बनाया जायेगा, जहां भीड़भाड़ कम रहती है, जिससे लोगों को अधिक परेशानी का सामना न करना पड़े।
ई-पासपोर्ट लाभ
बता दें कि ई-पासपोर्ट को कंप्यूटर सेंसर के पास ले जाने पर चिप पर मौजूद सारा डेटा एक स्क्रीन पर आसानी से खुल जायेगा, जिससे यात्रियों का एयरपोर्ट में समय बचेगा। इसके साथ ही इंटरनेशनल सिविल एविएशन ऑर्गनाइजेशन मानक अपनाने वाले 70 देशों में भारतीयों को इसके जारी काफी आसानी होगी, जहां समय की बचत के साथ-साथ कई झंझटों से मुक्ति मिलेगी।
पुराने बने पासपोर्ट का क्या होगा
मौजूदा समय में भारत में 10 करोड़ लोंगो के पास पासपोर्ट है, जिन्हें इस नए अपडेट के बाद ई-पासपोर्ट में बदला जाएगा। वहीं नए ई-पासपोर्ट बनवाने के लिए अभी आवेदन के तरीके तय किये जा रहे हैं, साथ ही नई बुकलेट बनाने का काम शुरू हो गया है, जोकि जल्द ही हमारे सामने होगा। दूसरी ओर फिलहाल में 4.5 करोड़ बुकलेट का नया आर्डर दिया गया है, जोकि आगे की 4-5 साल की जरूरत के हिसाब से है।
रुकेगा फर्जीवाड़ा, सरकार का पूरा रोडमैप तैयार
ई-पासपोर्ट बनने से फर्जी पासपोर्ट बनने पूरी तरह से बंद हो जायेंगे, जहां फर्जी पासपोर्ट के जरिये यात्रा करने वाले लोगों के लिए अब मुश्किलें खड़ी होने वाली हैं। इसके साथ ही ई-पासपोर्ट बनाने का पूरा नेटवर्क जून, 2023 तक पूरी तरह से तैयार हो जायेगा, इसके लिए मैनेजमेंट सिस्टम, ई-पासपोर्ट वेरिफिकेशन, इमिग्रेशन चेकपोस्ट और प्रोजेक्ट मैनेजमेंट यूनिट को नए तरीके से तैयार किया जा रहा है।
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