Best Mutual Funds: इन सेक्टोरल फंड्स ने पिछले 5 सालों में 25% से ज्यादा CAGR की दर से दिया रिटर्न
वेल्थ एडवाइजर अक्सर सुझाव देते हैं कि सेक्टोरल/थीमैटिक फंड जोखिम भरे होते हैं और किसी को अपने पोर्टफोलियो का केवल एक छोटा हिस्सा ही उनमें लगाना चाहिए।
सेक्टोरल म्यूचुअल फंड ने निवेशकों को तगड़ा रिटर्न दिया है। ऐसे में अगर आप भी सेक्टोरल म्यूचुअल फंड में निवेश की योजना बना रहे हैं तो हम आपको कुछ फंड के बारे में बाते रहे हैं, जिन्होंने पिछले 5 साल में निवेशकों को शानदार रिटर्न दिया है। आपको बता दें कि सेबी के म्यूचुअल फंड के नियमों के अनुसार, सेक्टोरल/थीमैटिक फंड, वे म्यूचुअल फंड होते हैं, जो किसी विशेष सेक्टर या थीम के शेयरों में न्यूनतम 80 प्रतिशत निवेश करते हैं। मौजूदा समय में करीब 183 सेक्टोरल म्यूचुअल फंड स्कीम हैं। इन स्कीम में सितंबर में लगभग ₹13,255 करोड़ का निवेश हुआ।
4.67 लाख करोड़ रुपये हुआ निवेश
इन स्कीम का कुल AUM ₹4,67,188 करोड़ है, जो इक्विटी म्यूचुअल फंड की सभी श्रेणियों में सबसे अधिक है, जिसमें फ्लेक्सी कैप, ELSS, लार्ज कैप, मिड कैप और स्मॉल कैप फंड भी शामिल हैं। हमने जिन स्कीम के बारे में बता रहे हैं, वे अच्छे प्रदर्शन करने वाली सेक्टोरल/थीमैटिक म्यूचुअल फंड स्कीम हैं, जिन्होंने 18 अक्टूबर, 2024 तक पिछले पांच वर्षों में 25 प्रतिशत से अधिक CAGR रिटर्न दिया है। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि इनमें से अधिकांश शीर्ष प्रदर्शन करने वाली योजनाएं आईटी, बुनियादी ढांचा, स्वास्थ्य सेवा, ऊर्जा और विनिर्माण की श्रेणियों में आती हैं।
सेक्टोरल/थीमैटिक म्यूचुअल फंड 5 साल में औसत रिटर्न (%)
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आदित्य बिड़ला सन लाइफ डिजिटल इंडिया फंड: 27.73
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बंधन इंफ्रास्ट्रक्चर फंड: 31.12
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बैंक ऑफ इंडिया मैन्युफैक्चरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर फंड: 31.0
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केनरा रोबेको इंफ्रास्ट्रक्चर फंड: 30.60
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डीएसपी हेल्थकेयर फंड: 30.26
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फ्रैंकलिन बिल्ड इंडिया फंड: 28.38
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एचडीएफसी इंफ्रास्ट्रक्चर फंड: 32.63
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आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल इंडिया ऑपर्च्युनिटीज फंड: 28.41
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इन्वेस्को इंडिया इंफ्रास्ट्रक्चर फंड: 31.70
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इन्वेस्को इंडिया पीएसयू इक्विटी फंड: 29.16
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कोटक इन्फ्रास्ट्रक्चर एंड इकोनॉमिक रिफॉर्म फंड: 29.17
वेल्थ एडवाइजर अक्सर सुझाव देते हैं कि सेक्टोरल/थीमैटिक फंड जोखिम भरे होते हैं और किसी को अपने पोर्टफोलियो का केवल एक छोटा हिस्सा ही उनमें लगाना चाहिए। हालांकि, यह ध्यान देने योग्य बात है कि किसी योजना के पिछले रिटर्न, हालांकि सांकेतिक हैं, लेकिन भविष्य के रिटर्न की गारंटी नहीं देते हैं। इसलिए किसी भी फंड में निवेश से पहले अपने वेल्थ एडवाइजर से सलाह जरूर लें।