नयी दिल्ली। यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया (यूबीआई) और इलाहाबाद बैंक ने ग्राहकों को नीतिगत दरों में कटौती का लाभ देने के लिए अपने कुछ ऋण उत्पादों को रेपो दर से जोड़ने का फैसला किया है। बैंक अधिकारियों ने शुक्रवार को यह बात कही। यूबीआई के सूत्रों ने कहा कि बैंक आवास और कार के लिए कर्ज को रेपो आधारित ब्याज दर से जोड़ेगा। आवास कर्ज के लिए नई रेपो आधारित ब्याज दर 8.15 प्रतिशत से 8.30 प्रतिशत होगी। कार ऋण के लिए दरें 8.70 से 8.85 प्रतिशत होगी।
बैंक ने कहा कि वह कोष की सीमांत लागत आधारित ब्याज (एमसीएलआर) पर भी आवास और कार के लिए कर्ज देना जारी रखेगा। इससे ग्राहकों को विकल्प चुनने का अवसर मिलेगा। वहीं, इलाहाबाद बैंक 75 लाख रुपये तक के आवास ऋण के साथ-साथ साथ मुद्रा लोन को भी को रेपो दर से जोड़ेगा। हालांकि, वह एमसीएलआर से जुड़े कर्ज को भी जारी रखेगा।
आईडीबीआई बैंक भी रेपो दर से जुड़ा आवास, वाहन ऋण पेश किया
आईडीबीआई बैंक ने शुक्रवार को कहा कि वह रेपो दर आधारित आवास एवं वाहन कर्ज की पेशकश करेगा। इस कर्ज पर सालाना ब्याज दर साढ़े आठ प्रतिशत से शुरू हो रहा है। आईडीबीआई बैंक ने विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि सुविधा प्लस मकान ऋण एवं सुविधा प्लस वाहन ऋण रिजर्व बैंक के रेपो दर से जुड़े होंगे एवं 10 सितंबर से ग्राहकों के लिए उपलब्ध होंगे। निजी क्षेत्र के बैंक ने कहा कि अच्छी ऋण साख वाले नये ग्राहकों एवं न्यूनतम छह लाख रुपये तक की सालाना आय वालों को यह कर्ज दिया जाएगा।
बैंक ने कहा है कि साढ़े आठ प्रतिशत की ब्याज दर पर 35 साल की अवधि के लिए 75 साल रुपये तक का कर्ज दिया जाएगा। इसके अलावा बिना किसी प्रोसेसिंग शुल्क के शेष राशि के हस्तांतरण एवं टॉपअप की सुविधा उपलब्ध होगी। ग्राहकों को 8.90 प्रतिशत की ब्याज दर पर सात साल की अवधि तक के लिए 25 लाख रुपये तक के वाहन ऋण की पेशकश की जाएगी।
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