‘वर्क फ्रॉम होम’ बढ़ने के साथ ही बढ़े ऑनलाइन फ्रॉड, इन आसान टिप्स से रहें सुरक्षित
कोरोना संकट की वजह से वर्क फ्रॉम होम बढ़ने के बीच ऑनलाइन फ्रॉड के मामले बढ़े
नई दिल्ली। कोरोनावायरस की वजह से लॉकडॉउन के समय लोगों को घर से काम करना पड़ रहा है और हालात को देखते हुए अगले कुछ दिनों तक भी ये सिलसिला जारी रह सकता है। ऐसे में ऑनलाइन फ्रॉड का खतरा भी काफी बढ़ गया है और साइबर क्राइम के बढ़ने से कई लोगों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। अगर आपको भी ये डर है कि कहीं कोई आपके भी पर्सनल डेटा को ऑनलाइन हैक तो नहीं कर रहा है तो हम आपको बताएंगे कुछ ऐसे टिप्स जिसके जरिए आप सावधानी रख सकते हैं और ऑनलाइन धोखाधड़ी से बच सकते हैं।
1.सबसे पहले हैकर के सोर्स का पता करें:
ध्यान दें कि हैकर न केवल आपके लैपटॉप और डेस्कटॉप को हैक कर सकता है बल्कि आपके वॉट्सऐप, फेसबुक, पेटीएम को भी आसानी से हैक करने की कोशिश कर सकता है। ऐसी कई वेबसाइट हैं जिसके जरिए आप पता लगा सकते हैं कि हैकर आपके ब्राउज़र के जरिए आपको ट्रैक कर रहा है। आप Panopticlick, Am I Unique, Disconnect, Trackography, Lightbeam जैसे एनेलाइजर या फीचर के जरिए हैकर को ट्रैक कर सकते हैं। अगर आप Panopticlick के जरिए चेक करते हैं तो उसमें ‘Test Me’ ऑपशन होता है।जैसे ही आप उस बटन पर क्लिक करेंगें आपके टेस्ट के साथ सारे रिजल्ट आ जाएंगें। उसी प्रकार Am I Unique है और Disconnect के लिए आपको ये डाउनलोड करना होगा और आप इस फीचर का इस्तेमाल अपने Chrome, Firefox, Safari , Opera में कर सकते हैं। इसी प्रकार बाकी ट्रैकर में दिए गए ऑप्शन के जरिए आप अपने ऑनलाइन डेटा को ट्रैक होने से बचा सकते हैं।
2. Zoom App से रहें थोड़ा सावधान:
आजकल जिससे भी सुनिए वो यही कहता है कि Zoom ऐप से मीटिंग हो रही थी या ग्रुप डिस्कशन का काम चल रहा था। फिर चाहे वो नौकरी करने वाले हों या पढ़ाई करने वाले बच्चे। हर किसी को Zoom के जरिए काम समझाया जा रहा है और डिस्कस किया जा रहा है। लेकिन Zoom App से ऑनलाइन का खतरा काफी बढ़ा हुआ है। हमेशा डाउनलोड करने से पहले नोटिफिकेशन और अलॉउड डिटेल्स को चेक करें। पासवर्ड अल्फा न्यूमरिक रखें और बदलते रहें। आपका ईमेल हैक हुआ है या नहीं इसे चेक करने के लिए Cyble की AMIBreached या फिर Have I Been Pwned के जरिए चेक करें।
3.जिस भी मेल में अर्जेंट लिखा हो उसे इग्नोर करें:
अक्सर Important, Urgent जैसे शब्दों से लिखा हुआ ईमेल हमें मिलता है। ऐसे ईमेल को डिलीट करें या फिर इग्नोर करें। साथ ही कई बार इनकम टैक्स या आपके बैंक से लिखा होता है कि अगर जवाब नहीं दिया तो कार्यवाही होगी। ऐसे समय में पहले ईमेल ऐड्रेस/स्पेलिंग को अच्छी तरह कन्फर्म करें कि कहां से आया है और कितना सही है। हो सके तो अपने बैंक से या आईटी विभाग से संपर्क करें।
4. भूलकर भी हाइपरलिंक क्लिक नहीं करें:
कई बार हम देखते हैं कि ईमेल के साथ एक हाइपरलिंक भी दिया होता है। ऐसे में गल्ती से भी उसपर क्लिक न करें वरना भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। साथ ही हमेशा चेक करें कि https के साथ किसी भी वेबसाइट की शरुआत हुई हो। बिना उसके किसी भी लिंक पर क्लिक करने से बचें क्योंकि जैसे ही आप लिंक पर क्लिक करेंगें आपकी सारी जानकारी हैकर को मिल जाएगी।
5. सॉफ्टवेयर अपडेट करें:
काम करते वक्त अक्सर हम सिक्योरिटी सॉफ्टवेयर को अपडेट करना भूल जाते हैं। ऐसा बिल्कुल न करें। हमेशा समय पर अपने सिक्योरिटी सॉफ्टवेयर को अपडेट करते रहें। कई एंटी वायरस सॉफ्टवेयर ऑनलाइन भी मिलते हैं। आप उसे भी खरीद सकते हैं और सिस्टम को सिक्योर कर सकते हैं। हमेशा पेड सॉफ्टवेयर ही लें वो सुरक्षित होता है।
कुछ अहम बातें:
· सोशल मीडिया पर अपना सारी जानकारी देने से बचें
· साइन अप करते समय या ऐप को पर्मिशन देने से पहले ऑप्शन को पढ़े तभी क्लिक करें
· बहुत ज्यादा ऐड वाले ऐप को अपने फोन, लैपटॉप से हटा दें
· अपने अकाउंट की डिटेल्स हमेशा पेमेंट के बाद डिलीट कर दें
· बिना जरुरत वाले ऐप को अनसब्सक्राइब कर दें
· एक ही ब्रॉउसर में लगातार काम न करें
· अपने ओटीपी को किसी से शेयर न करें
· समय-समय पर अपना पासवर्ड बदलें
· अगर खुद समझ में नहीं आता तो किसी आईटी एक्सपर्ट या फिर साइबर एक्सपर्ट की मदद लें