सरकार का ऐलान, अब हिंदी में भी बनेगा पासपोर्ट, बुजुर्गों-बच्चों को फीस में मिलेगी 10% की छूट
देश में पासपोर्ट अंग्रेजी, हिंदी दोनों भाषाओं में बनेंगे। साथ ही, बुजुर्गों-बच्चों को फीस में 10% की छूट मिलेगी। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने यह जानकारी दी
नई दिल्ली। देश में अब पासपोर्ट अंग्रेजी और हिंदी दोनों भाषाओं में बनेंगे। साथ ही, बुजुर्गों और बच्चों को फीस में 10% की छूट मिलेगी। शुक्रवार को पासपोर्ट एक्ट के 50 साल पूरे होने पर दिल्ली में हुए एक समारोह के दौरान विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने यह जानकारी दी। वहीं, विदेश मंत्रालय ने घोषणा की है कि वह हर 50 किमी पर एक पासपोर्ट सेवा केंद्र या पासपोर्ट केंद्र बनाएगा। इसके लिए पोस्ट ऑफिस में पासपोर्ट सेवा केंद्र की संख्या में भी इजाफा किया जाएगा। यह भी पढ़े: अब घरेलू हवाई टिकट बुक करने के लिए भी जरूरी होगा आधार या पासपोर्ट दिखाना, सरकार ला रही है नया नियम
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा
यूं तो फॉर्म अंग्रेजी में भरना इंटरनेशनल कारणों से जरूरी होता है, लेकिन जर्मनी वाले जर्मन में बनाते हैं, रूस वाले रूसी में बनाते हैं तो हम हिंदी में क्यों नहीं बना सकते हैं। अब नासिक प्रिंटिंग प्रेस को जो ऑर्डर दिया गया है, उनमें हमने पासपोर्ट को दो भाषाओं में करने का निर्णय लिया है। आगे जो भी आपको पासपोर्ट मिलेंगे, वे दो भाषाओं में मिलेंगे।
बुजुर्गों-बच्चों के लिए फीस में 10 फीसदी की कटौती
विदेश मंत्री ने कहा कि वरिष्ठ नागरिकों के बीच पासपोर्ट की डिमांड बढ़ गई है। आजकल लोग बाहर घूमने जाते हैं तो बच्चों को भी साथ लेकर जाते हैं। इस तरह बच्चों के भी पासपोर्ट की जरूरत होती है। 60 वर्ष से ज्यादा उम्र के नागरिकों को और 8 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को पासपोर्ट फीस में 10 फीसदी की छूट दी जाएगी, जो शनिवार से ही लागू हो जाएगी। यह भी पढ़े: अब हिंदी में भी कर सकेंगे पासपोर्ट के लिए आवेदन, विदेश मंत्रालय की मिली मंजूरी
तस्वीरों में देखिए किन देशों के पासपोर्ट हैं सबसे पावरफुल और क्या है उनकी रैंकिंग
पुलिस वेरिफिकेशन पर दी राहत!
मंत्री ने कहा कि पासपोर्ट में सबसे ज्यादा दिक्कत की शिकायत पुलिस वेरिफिकेशन में आती है। हमने एक योजना निकाली, जिसके तहत आधार कार्ड, पैन कार्ड और वोटर आईडी के साथ यह लिखकर देना होगा कि मेरे खिलाफ कोई आपराधिक मुकदमा नहीं है तो पुलिस वेरिफिकेशन बाद में होगा। हमने देखा कि गांवों में पैन कार्ड की कमी है तो अब हम पैन कार्ड की जगह राशन कार्ड की कॉपी देने की भी छूट दे रहे हैं। हमने पुलिस वेरिफिकेशन के लिए एक ऐप भी बनाया है। यह भी पढ़े: पाकिस्तान के मुकाबले बेहद पावरफुल है भारत का Passport, जानिए किस देश की क्या हैं रैंकिंग
सुषमा ने अफसरों की तारीफ करते हुए कहा
कई स्थानों पर लोगों को एक ही दिन में पासपोर्ट मिल जाता है। दिल्ली, गाजियाबाद, चंडीगढ़, भोपाल, तेलंगाना, हैदराबाद में पासपोर्ट कार्यालय और पुलिस विभाग में बेहतर तालमेल है। यहां पर रिकॉर्ड समय में वैरिफिकेशन होते हैं, जिससे लोगों को तेजी से पासपोर्ट मिल रहा है।
इन पुराने नियमों में भी हुआ बदलाव
कुछ पुराने नियमों को खत्म भी किया गया है। नए नियम पासपोर्ट रूल 1980 की जगह लेंगे। नए नियमों से पेपर वर्क कम हो जाएगा। वहीं, अब साधु या संन्यासी पासपोर्ट फार्म में अपने माता-पिता की जगह अपने गुरु का नाम लिख सकते हैं। पहले यह व्यवस्था नहीं थी। साथ ही तलाक ले चुके लोगों को अपनी पत्नी-पति का नाम लिखना जरूरी नहीं होगा। सुषमा ने पासपोर्ट एक्ट के 50 साल होने के मौके पर स्टेंप भी लॉन्च किया। यह भी पढ़े: Government Eases Rules: पासपोर्ट बनवाना हुआ आसान, सरकार ने बदल दिए हैं ये नियम