सुकन्या योजना में सिर्फ '1 रुपये' बचाकर बनाएं बिटिया का भविष्य, जानिए कब निकाल सकते हैं पैसा
यदि आपको भी बेटी का पिता बनने का गौरव प्राप्त है और आपकी बेटी की उम्र 10 साल से कम है तो आप इस शानदार योजना का फायदा उठा सकते हैं।
"बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ" जैसा उम्दा अभियान चलाने वाली मोदी सरकार ने बेटियों का भविष्य सुरक्षित बनाने के लिए सुकन्या समृ़द्धि योजना शुरू की है। यदि आपको भी बेटी का पिता बनने का गौरव प्राप्त है और आपकी बेटी की उम्र 10 साल से कम है तो आप इस शानदार योजना का फायदा उठा सकते हैं। इस योजना के तमाम लाभों के चलते 2017 में अपनी लॉन्चिंग के बाद से ही यह योजना काफी लोकप्रिय साबित हुई है। कोई भी व्यक्ति जिसकी 10 साल से छोटी अधिकतम 2 बेटियां हैं, वह हर साल मात्र 250 रुपये के निवेश से बेटी का भविष्य उज्ज्वल बना सकता है। यानि दूसरे शब्दों में कहा जाए तो यहां सिर्फ प्रति दिन 1 रुपये के निवेश से बेटी को सुरक्षित भविष्य दे सकते हैं।
सुकन्या समृद्धि योजनाः बनाएं बिटिया का भविष्य, जानिए स्कीम के फायदे
यह खास योजना बेटियों के बेहतर भविष्य और उनकी परवरिश एवं विवाह के लिए वित्तीय संसाधन उपलब्ध कराने के उद्देश्य से शुरू की गई है। आपको बैंक या डाकघर में जाकर उसका जन्म प्रमाण पत्र देना होगा। इसके साथ ही अभिभावक को अपना फोटो, पता एवं पहचान का प्रमाण पत्र जमा कराना होगा। सरकार की इस स्कीम में निवेश करने पर आपको बेहतर रिटर्न के साथ ही 1.5 लाख तक की टैक्स सेविंग का फायदा भी मिलता है।
कब निकाल सकते हैं पैसा?
इस योजना में 14 साल के लिए खाते में रकम जमा करनी होती है। ये योजना 21 साल के बाद मैच्योर होती है। यानि आप 21 साल के बाद ही पैसा निकाल सकते हैं। हालांकि, 18 साल की उम्र के बाद अगर बेटी की शादी होती है तो पैसा निकाल सकते हैं। इसके अलावा 18 वर्ष की उम्र के बाद बेटी की पढ़ाई के लिए 50 फीसदी तक पैसा निकाल सकते हैं।
250 रुपये में खुलवाएं सुकन्या खाता
आप देश भर में मौजूद किसी भी पोस्ट ऑफिस एवं बैंक के माध्यम से सुकन्या खाता खुलवा सकते हैं। खास बात यह है कि इसमें आप कम से कम 250 रुपये की राशि से खाता खुलवा सकते हैं। बैंक या डाकघर में जाकर उसका जन्म प्रमाण पत्र देना होगा। इसके साथ ही अभिभावक को अपना फोटो, पता एवं पहचान का प्रमाण पत्र जमा कराना होगा। आप चाहें तो अधिक पैसा भी जमा कर सकते हैं। इस योजना के तहत अधिकतम निवेश सीमा 1.5 लाख रुपये है। यहां आपको 21 साल तक निवेश करना होगा।
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एक बच्ची के नाम पर सिर्फ एक खाता
एक बच्ची के नाम पर सिर्फ एक खाता खोला जा सकता है। एक अभिभावक अधिक से अधिक 2 बेटियों के नाम से अकाउंट खुलवा सकता है। अगर जुड़वां या तीन बच्चियां एक साथ होती हैं, तो फिर तीसरी बच्ची को भी इसका फायदा मिलेगा।
कब तक करना होगा निवेश
बच्ची के 10 साल के होने से पहले तक ये खाता खोला जा सकता है। शुरुआती 14 साल के लिए खाते में रकम जमा करनी होती है। ये योजना 21 साल के बाद मैच्योर होती है। यानि आप 21 साल के बाद ही पैसा निकाल सकते हैं। हालांकि, 18 साल की उम्र के बाद अगर बेटी की शादी होती है तो पैसा निकाल सकते हैं। इसके अलावा 18 वर्ष की उम्र के बाद बेटी की पढ़ाई के लिए 50 फीसदी तक पैसा निकाल सकते हैं।
जरूरी दस्तावेज
सुकन्या समृद्धि योजना के तहत खाता खुलवाने के लिए आवेदक को फॉर्म के साथ पोस्ट ऑफिस या बैंक में अपनी बेटी का बर्थ सर्टिफिकेट भी जमा कराना होगा। इसके अलावा बच्ची और माता-पिता का पहचान पत्र (पैन कार्ड, राशन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट) और जहां रह रहे हों उसका प्रमाण पत्र (पासपोर्ट, राशन कार्ड, बिजली बिल, टेलीफोन बिल, पानी का बिल) जमा कराना होगा।
टैक्स में छूट
सुकन्या समृद्धि योजना में निवेश करने पर आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत टैक्स छूट का लाभ लिया जा सकता है। मैच्योरिटी पर जो रकम मिलती है, उस पर टैक्स नहीं लगता। बाकी सभी योजनाओं की तुलना में इसमें ब्याज ज्यादा मिलता है। बच्ची की उच्च शिक्षा और शादी-ब्याह के लिए बचत कर सकते हैं।
कुछ नियम और शर्त:
- खाता खोलने के दिन से 21 साल पूरे होने पर खाता मैच्योर हो जाता है लेकिन शर्त ये है कि अगर बेटी की शादी खाते के 21 साल पूरे होने से पहले हो जाती है तो खाते को वहीं बंद करना पड़ता है। उसके आगे संचालन की अनुमति नहीं मिलती है
- पहले सिर्फ दो बेटियों का ही खुलवाया जा सकता था खाता लेकिन अब तीन खाते भी आप खोल सकते हैं। उसके लिए बर्थ सर्टिफिकेट से साथ हलफनामा देना पड़ेगा
- अब बेटी के नाम पर तीसरा खाता दूसरे जन्म के रूप में जुड़वां बालिकाओं का जन्म होने या यदि पहले जन्म में ही तीन बालिकाओं का जन्म होने पर खोला जा सकता है
- अगर खाते में सालाना 250 रुपये जमा नहीं किए जाते हैं तो इसे डिफॉल्ट खाता मान लिया जाएगा लेकिन योजना के तहत उस खाते में ब्याज दर मौजूदा जमा रकम पर जुड़ता रहेगा
- बेटी के 18 वर्ष का होने तक SSY खाता संभालने की अनुमति नहीं दी जाएगी (पहले आयु सीमा 10 वर्ष थी)
- सरकार की तरफ से 100 प्रतिशत सुरक्षा गारंटी मिलती है
- मैच्योरिटी के बाद भी जमा राशि पर तब तक वही ब्याज रकम मिलता रहेगा जब तक खाता बंद न कर दिया जाए