सुकन्या खाता: आपकी इस चूक से टूट न जाए बिटिया का सपना, अगले दो दिनों में कर लें ये काम
बिटिया के बेहतर भविष्य के लिए केंद्र सरकार की एक सबसे लोकप्रिया योजना सुकन्या समृद्धि खाता है।
बिटिया के बेहतर भविष्य के लिए केंद्र सरकार की एक सबसे लोकप्रिया योजना सुकन्या समृद्धि खाता है। यह खास योजना बेटियों के बेहतर भविष्य और उनकी परवरिश एवं विवाह के लिए वित्तीय संसाधन उपलब्ध कराने के उद्देश्य से शुरू की गई है।इसके तहत आप प्रत्येक वित्तीय वर्ष में अपनी 2 बेटियों के लिए न्यूनतम 500 रुपये से लेकर अधिकतम 1.5 लाख रुपये तक जमा कर सकते हैं। मौजूदा वित्तीय वर्ष 31 मार्च को समाप्त हो रहा है। यदि आपने अभी तक बेटी के खाते में न्यूनतम राशि जमा नहीं करवाई है तो आपको इसके लिए पैनल्टी चुकानी होगी। वहीं अगर आप ज्यादा समय तक खाते में पैसा जमा नहीं करते हैं तो आपका खाता इनएक्टिव भी हो सकता है।
नियम के मुताबिक खाते को चालू रखने के लिए हर साल कम से कम 500 रुपये जमा करना जरूरी है। अगर यह रकम भी जमा न की जाए तो उसे डिफॉल्ट अकाउंट माना जाता है। इस स्थिति में यह अकाउंट इनएक्टिव हो जाता है। इसके लिए फिर से आपको अपने बैंक, पोस्ट ऑफिस (जहां पर भी खाता खुलवाया है) जाना होगा।
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कैसे एक्टिव करें सुकन्या समृद्धि खाता
पोस्ट ऑफिस की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक, अगर किसी का खाता इनएक्टिव हो जाए तो ग्राहक को पोस्ट ऑफिस की अपनी ब्रांच में जाना होगा। इसके बाद वहां जाकर दोबारा खाता शुरू करने का एक फॉर्म भरना होगा। साथ ही, बकाया भुगतान भी करना होगा। उन सभी साल का बकाया चुकाना होगा।
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250 रुपये में खुलवाएं सुकन्या खाता
यह स्कीम एक पोस्ट ऑफिस आधारित स्कीम है। यानि कि इसे आप देश भर में मौजूद किसी भी पोस्ट ऑफिस के माध्यम से खुलवा सकते हैं। खास बात यह है कि इसमें आप कम से कम 250 रुपये की राशि से खाता खुलवा सकते हैं। आप चाहें तो अधिक पैसा भी जमा कर सकते हैं। इस योजना के तहत अधिकतम निवेश सीमा 1.5 लाख रुपये है। यहां आपको 21 साल तक निवेश करना होगा।
एक बच्ची के नाम पर सिर्फ एक खाता
एक बच्ची के नाम पर सिर्फ एक खाता खोला जा सकता है। एक अभिभावक अधिक से अधिक 2 बेटियों के नाम से अकाउंट खुलवा सकता है। अगर जुड़वां या तीन बच्चियां एक साथ होती हैं, तो फिर तीसरी बच्ची को भी इसका फायदा मिलेगा।
कब तक करना होगा निवेश
बच्ची के 10 साल के होने से पहले तक ये खाता खोला जा सकता है। शुरुआती 14 साल के लिए खाते में रकम जमा करनी होती है। ये योजना 21 साल के बाद मैच्योर होती है। यानि आप 21 साल के बाद ही पैसा निकाल सकते हैं। हालांकि, 18 साल की उम्र के बाद अगर बेटी की शादी होती है तो पैसा निकाल सकते हैं। इसके अलावा 18 वर्ष की उम्र के बाद बेटी की पढ़ाई के लिए 50 फीसदी तक पैसा निकाल सकते हैं।
जरूरी दस्तावेज
सुकन्या समृद्धि योजना के तहत खाता खुलवाने के लिए आवेदक को फॉर्म के साथ पोस्ट ऑफिस या बैंक में अपनी बेटी का बर्थ सर्टिफिकेट भी जमा कराना होगा। इसके अलावा बच्ची और माता-पिता का पहचान पत्र (पैन कार्ड, राशन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट) और जहां रह रहे हों उसका प्रमाण पत्र (पासपोर्ट, राशन कार्ड, बिजली बिल, टेलीफोन बिल, पानी का बिल) जमा कराना होगा।
टैक्स में छूट
सुकन्या समृद्धि योजना में निवेश करने पर आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत टैक्स छूट का लाभ लिया जा सकता है। मैच्योरिटी पर जो रकम मिलती है, उस पर टैक्स नहीं लगता। बाकी सभी योजनाओं की तुलना में इसमें ब्याज ज्यादा मिलता है। बच्ची की उच्च शिक्षा और शादी-ब्याह के लिए बचत कर सकते हैं।
कुछ नियम और शर्त:
- खाता खोलने के दिन से 21 साल पूरे होने पर खाता मैच्योर हो जाता है लेकिन शर्त ये है कि अगर बेटी की शादी खाते के 21 साल पूरे होने से पहले हो जाती है तो खाते को वहीं बंद करना पड़ता है। उसके आगे संचालन की अनुमति नहीं मिलती है
- पहले सिर्फ दो बेटियों का ही खुलवाया जा सकता था खाता लेकिन अब तीन खाते भी आप खोल सकते हैं। उसके लिए बर्थ सर्टिफिकेट से साथ हलफनामा देना पड़ेगा
- अब बेटी के नाम पर तीसरा खाता दूसरे जन्म के रूप में जुड़वां बालिकाओं का जन्म होने या यदि पहले जन्म में ही तीन बालिकाओं का जन्म होने पर खोला जा सकता है
- अगर खाते में सालाना 250 रुपये जमा नहीं किए जाते हैं तो इसे डिफॉल्ट खाता मान लिया जाएगा लेकिन योजना के तहत उस खाते में ब्याज दर मौजूदा जमा रकम पर जुड़ता रहेगा
- बेटी के 18 वर्ष का होने तक SSY खाता संभालने की अनुमति नहीं दी जाएगी (पहले आयु सीमा 10 वर्ष थी)
- सरकार की तरफ से 100 प्रतिशत सुरक्षा गारंटी मिलती है
- मैच्योरिटी के बाद भी जमा राशि पर तब तक वही ब्याज रकम मिलता रहेगा जब तक खाता बंद न कर दिया जाए