मुंबई। देश के सबसे बड़े सार्वजनिक बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने इलेक्ट्रिक वाहन खरीदने वालों को मौजूदा ऑटो लोन में 0.20 प्रतिशत छूट देने की घोषणा की है। इस पहल का मकसद इलेक्ट्रिक वाहन सेगमेंट को बढ़ावा देना है।
उद्योग के आंकड़े के अनुसार 2018-19 में 36 लाख कारों में से इलेक्ट्रिक वाहनों की हिस्सेदारी करीब 1,000 सालाना है। दो पहिया वाहनों को मिलाकर यह आंकड़ा 54,000 सालाना रहा है। इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने की कई नीतियों के बावजूद इस सेगमेंट में मांग जोर नहीं पकड़ पा रही है।
एसबीआई के प्रबंध निदेशक (खुदरा और डिजिटल बैंकिंग) पी के गुप्ता ने कहा कि हमे भरोसा है कि एसबीआई ग्रीन कार लोन (इलेक्ट्रिक वाहन) योजना वाहन ऋण सेगमेंट में बदलाव की अगुवा बनेगी तथा ग्राहकों के बीच इलेक्ट्रिक वाहन की मांग बढ़ाने में मदद करेगी। इसके तहत ग्राहकों को आठ साल तक के लिए कर्ज दिया जाएगा। योजना शुरू होने के पहले छह महीने में प्रसंस्करण शुल्क नहीं लगेगा।
सोसायटी ऑफ मैन्यूफैक्चरर्स ऑफ इलेक्ट्रिक व्हीकल्स ने कहा कि सरकार द्वारा टैक्स राहत न देने से इलेक्ट्रिक वाहनों की लागत ऊंची बनी हुई है, जिसकी वजह से इनकी खुदरा कीमत अधिक है। वित्त वर्ष 2017-18 में इलेक्ट्रिक स्कूटर की बिक्री संख्या एक साल पहले की तुलना में दोगुनी होकर 54,800 रही, जबकि इलेक्ट्रिक कार की बिक्री 2000 से घटकर 1200 रह गई।
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