PM Kisan: इस राज्य के 2 करोड़ किसानों को जल्द मिलने वाली है 8वीं किस्त, लिस्ट में ऐसे चेक करें अपना नाम
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत उत्तर प्रदेश के 2 करोड़ 16 लाख 67 हजार किसानों को जल्द ही बड़ी खुशखबरी मिलने वाली है।
लखनऊ: प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत उत्तर प्रदेश के 2 करोड़ 16 लाख 67 हजार किसानों को जल्द ही बड़ी खुशखबरी मिलने वाली है। किसानों को सम्मान निधि की 2000 रुपए की आठवीं किश्त जल्द मिलने वाली है। उत्तर प्रदेश सरकार किसानों का डाटा लॉक कर इसे भुगतान के लिए केंद्र सरकार को भेज रही है। 2019 के बजट में घोषित इस योजना के तहत सरकार हर योग्य किसान के खाते में साल में 3 बार 2000 हजार रुपये के हिसाब से साल में 6000 रुपये जमा करती है। अभी तक सरकार 7 किस्तें जारी कर चुकी है। आखिरी किस्त दिसंबर 2020 में जारी हुई थी। अब 1 अप्रैल से किसानों के खाते में 2000 रुपये की आठवीं किस्त आने वाली है। इस प्रकार 8वीं किस्त के साथ किसानों के खाते में 16000 रुपये आ जाएगी।
अगर आपको अभी तक इस योजना का लाभ नहीं मिला है तो आपको 8वीं किस्त से पहले यह जान लेना जरूरी है कि कहीं आपका नाम लिस्ट से बाहर तो नहीं हो गया है। कई किसानों की किस्त या तो लटकी है या फिर पेमेंट फेल हो गया है। पिछले साल 25 दिसंबर को मोदी सरकार ने 9 करोड़ किसानों के खातों में 18000 करोड़ रुपये किस्त के रूप में डाली थी। आठवीं किस्त होली के आसपास आ सकती है।
लाखों किसानों को नहीं मिल रहा लाभ
1 मार्च तक करीब 4 लाख किसानों के खातों में 7वीं किस्त नहीं पहुंची है। ये आंकड़े पीएम किसान पोर्टल के हैं। इसमें सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश के किसानों की संख्या है। यहां 168183 किसानों की सातवीं किस्त पेंडिग है जबकि 49357 किसानों का पेमेंट फेल हो चुका है। किसानों का पेमेंट लटकने के मामले में दूसरा स्थान राजस्थान का है। यहां 11346 किसानों का पेमेंट पेंडिंग है। पेमेंट फेल होने के मामले में दूसरे स्थान पर आंध्र प्रदेश है। यहां 28422 किसानों का पेमेंट फेल चुका है। तीसरे नंबर पर महराष्ट्र है, जहां 25517 किसानों के खातों में भेजी गई 7वीं किस्त नहीं पहुंची है।
अपात्र लोगों को मिल रहा था फायदा
इस योजना की शुरुआत के बाद जब सरकार ने जांच की तो पता चला कि इस स्कीम के जरिए ऐसे लोगों को फायदा मिल रहा है जो कि पात्र नहीं हैं। सरकार की कोशिश है कि इस स्कीम का फायदा हर हाल में ऐसे किसानों को मिले जो कि पात्रता की शर्तों को पूरी करते हैं। यही वजह है कि बीते 2 साल के दौरान सरकार ने इस स्कीम की शर्तों में कुछ बदलाव किए हैं।
8वीं किस्त से पहले कर लें ये काम!
आठवीं किस्त आने को है लेकिन फिर भी तकनीकी खामियों की वजह से अभी 1 मार्च तक करीब 4 लाख किसानों के खातों में 7वीं किस्त नहीं पहुंची है। ये आंकड़े पीएम किसान पोर्टल के हैं। इसमें सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश के किसानों की संख्या है। यहां 168183 किसानों की सातवीं किस्त पेंडिग है जबकि 49357 किसानों का पेमेंट फेल हो चुका है। किसानों का पेमेंट लटकने के मामले में दूसरा स्थान राजस्थान का है। यहां 11346 किसानों का पेमेंट पेंडिंग है। पेमेंट फेल होने के मामले में दूसरे स्थान पर आंध्र प्रदेश है। यहां 28422 किसानों का पेमेंट फेल चुका है। तीसरे नंबर पर महराष्ट्र है, जहां 25517 किसानों के खातों में भेजी गई 7वीं किस्त नहीं पहुंची है।
किस गलती के कारण रुका पैसा
अक्सर किसी डाक्यूमेंट में कोई कमी रहने के चलते पैसा अटक जाता है। सबसे सामान्य गलतियों में आधार, अकाउंट नंबर और बैंक अकाउंट नंबर में गलती सामने आती है। अगर ऐसा हुआ तो आपको आने वाली किस्तें भी नहीं मिल पाएंगी। आप कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) जाकर इन गलतियों को सुधार सकते हैं। हालांकि इन गलतियों को आप घर बैठे सुधार सकते हैं। हम आपको घर बैठे गलतियां सुधारने का तरीका बता रहे हैं।
- PM-Kisan Scheme की ऑफिशियल वेबसाइट (https://pmkisan.gov.in/) पर जाएं। इसके फार्मर कॉर्नर के अंदर जाकर Edit Aadhaar Details ऑप्शन पर क्लिक करें।
- आप यहां पर अपना आधार नंबर दर्ज करें। इसके बाद एक कैप्चा कोड डालकर सबमिट करें।
- अगर आपका केवल नाम गलत होता है यानी कि अप्लीकेशन और आधार में जो आपका नाम है दोनों अलग-अलग है तो आप इसे ऑनलाइन ठीक कर सकते हैं।
- अगर कोई और गलती है तो इसे आप अपने लेखपाल और कृषि विभाग कार्यालय में संपर्क करें
- इसे अलावा वेबसाइट पर दिए गए Helpdesk ऑप्शन पर क्लिक करने के बाद आप आधार नंबर, अकाउंट नंबर और मोबाइल नंबर एंटर करने के बाद जो भी गलतियां हैं, उन्हें सुधार सकते हैं।जैसे आधार नंबर में सुधार, स्पेलिंग में गलती ऐसी तमाम गलतियों को ठीक किया जा सकता है।
- आपके पैसे क्यों अटक गए हैं, इसकी भी जानकारी मिल जाएगी, ताकि आप गलतियों को सुधार सकें।