आपके खाते में शायद न आए किसान सम्मान निधि का पैसा, पौने 2 लाख किसानों पर भारी पड़ी ये छोटी गलती
अब जहां सातवीं किस्त कुछ ही दिनों में आपके खाते में आने वाली है, जो जान लें उन छोटी गलतियों के बारे में जो आप पर काफी भारी पड़ सकती हैं।
देश के करोड़ों किसानों को आर्थिक मदद प्रदान करने के लिए केंद्र सरकार ने 2019 के अंतरिम बजट में किसान सम्मान निधि की घोषणा की थी। इसके तहत किसानों को साल में तीन बार 2000 रुपये यानि कुल 6000 रुपये की मदद मिलती है। इसके तहत दिसंबर में पीएम किसान सम्मान निधि की सातवीं किस्त आने वाली है। लेकिन जानकारी की कमी और कुछ गलतियों के चलते लाखों किसान इस सौगात से महरूम रह जाते हैं। केंद्र सरकार द्वारा जारी की गई 6वीं किस्त के आंकड़ों पर गौर करें तो 173861 किसानों के खाते में सरकार ने पैसा तो भेजा पर पेमेंट फेल हो गया। अब जहां सातवीं किस्त कुछ ही दिनों में आपके खाते में आने वाली है, जो जान लें उन छोटी गलतियों के बारे में जो आप पर काफी भारी पड़ सकती हैं।
दर्ज जानकारी गलत होना
पेमेंट फेल होने का सबसे बड़ा और आम कारण जानकारी गलत होना है। कई लोगों के आधार में गलत जानकारी फीड की गई होती है। जानकारी के अभाव में लोग इन गलतियों को ठीक भी नहीं कराते हैं। कई बार सरकार रिकॉर्ड में आपका नाम या पता गलत होता है और बैंक में कुछ और दर्ज होता है, जिसके कार फंड ट्रांसफर ऑर्डर जनरेट होने के बावजूद भुगतान फेल हो जाता है। ऐसे में जरूरी है कि आवेदनकर्ता अपने नाम, मोबाइल नंबर और बैंक अकाउंट नंबर की गड़बड़ी ठीक करा लें।
घर बैठे ठीक करवाएं गलतियां
अगर छठी किस्त का पैसा आपके बैंक अकाउंट में क्रेडिट नहीं हुआ है तो आप पीएम किसान ऐप डाउनलोड कर गलतियां सुधार सकते हैं। इसके लिए आपको ऑफिशियल वेबसाइट pmkisan.gov.in पर जाएं। इसके फार्मर कॉर्नर के अंदर जाकर एडिट आधार डिटेल ऑप्शन पर क्लिक करें।
आप यहां पर अपना आधार नंबर दर्ज करें। इसके बाद एक कैप्चा कोड डालकर सबमिट करें।
अगर आपका केवल नाम गलत होता है यानी कि अप्लीकेशन और आधार में जो आपका नाम है दोनों अलग-अलग है तो आप इसे ऑनलाइन ठीक कर सकते हैं। अगर कोई और गलती है तो इसे आप अपने लेखपाल और कृषि विभाग कार्यालय में संपर्क करें
बता दें पीएम किसान सम्मान निधि स्कीम के तहत देश के कुल 11 करोड़ 33 लाख 52 हजार सात सौ तीन किसान रजिस्टर्ड हो चुके हैं। इनमें से 10 करोड़ 48 लाख 31 हजार एक सौ तीस किसानों का फंड ट्रांसफर आर्डर जेनरेट भी हो चुका है, यानी मोदी सरकार इनके बैंक खातों में पैसा भेजने की हरी झंडी दे चुकी है, लेकिन इनमें से 13 लाख 78 हजार 727 किसान ऐसे हैं, जिनके खाते में 2000 रुपये की किस्त नहीं पहुंच पाई है। उनके खाते को किया गया पेमेंट फेल हो चुका है। वहीं चार लाख से अधिक किसानों का पैसा विभिन्न कारणों से फंसा हुआ है। पीएम किसान पोर्टल पर उपलब्ध यह डेटा पहली किस्त का है।
पीएम किसान पोर्टल पर उपलब्ध आंकाड़ों के मुताबिक पेमेंट फेल होने के सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और यूपी के हैं। बता दें खाता अमान्य होने का दूसरा कारण अस्थायी रोक या जो खाता संख्या दिया गया वो बैंक में मौजूद नहीं था। यह भी हो सकता है बैंक पीएफएमएस यानी सार्वजनिक वित्त प्रबंधन प्रणाली में रजिस्टर्ड नहीं था।