डॉरमेंट बैंक अकाउंट पड़ सकता है जेब पर भारी, जानिए कैसे कर सकते हैं दोबारा चालू
बैंकिंग नियमों के अनुसार जब किसी बैंक अकाउंट को दो साल तक ट्रास्जेक्शन नहीं करते तो वह डॉरमेंट हो जाता है। यह आपके सिबिल स्कोर पर भी असर डालता है।
नई दिल्ली। एक समय था जब हर व्यक्ति के पास एक बैंक अकाउंट होता था। लेकिन आजकल बार बार जॉब चेंज करने, होम लोन या एक शहर से दूसरे शहर में ट्रांसफर के चलते मल्टीपल अकाउंट होना आम बात हो गई है। अक्सर हम एक ही अकाउंट से ट्रांजेक्शन करते रहते हैं। जबकि दूसरा अकाउंट यूं ही छोड़ देते हैं। बैंकिंग नियमों के अनुसार जब किसी बैंक अकाउंट को दो साल तक ट्रास्जेक्शन नहीं करते तो वह डॉरमेंट हो जाता है। आप को बता दें कि डॉरमेंट अकाउंट सिबिल स्कोर पर भी असर डालता है। साथ ही इस अकाउंट में जो भी राशि डिपॉजिडेट है उसे आप निकाल नहीं सकते है। वहीं अक्सर बैंक मिनिमम बैलेंस और दूसरे चार्जेज भी लगा देते हैं। इसी मुश्किल को ध्यान में रखते हुए इंडिया टीवी पैसा की टीम आपको बताने जा रही है कि कैसे आप बिना किसी चार्ज के भुगतान के अपने डॉरमेंट अकाउंट को दोबारा एक्टिव कर सकते है। सोमवार को सरकारी बैंकों के साथ वित्त मंत्री की बैठक, एनपीए और ब्याज दरों में कटौती पर होगी चर्चा
बैंक की वेबसाइट पर अकाउंट को तलाशें
डॉरमेट अकाउंट को एक्टिव करने के लिए सबसे पहले आप बैंक की वेबसाइट पर जाकर अपना अकाउंट नंबर डालें और सर्च करें। यहां चेक करें कि क्या आपके अकाउंट को डॉरमेंट किया हुआ है या नहीं। बैंक को सभी डॉरमेंट अकाउंट के डेटाबेस को अपने वेबसाइट पर बना कर रखना महत्वपूर्ण होता है। यहां से आपको अपना अकाउंट की पोजीशन पता लग सकती है। New Norms: प्राइवेट बैंकों में 5 फीसदी से अधिक हिस्सेदारी के आरबीआई की मंजूरी जरूरी
अकाउंट एक्टिव करने के लिए आवेदन
डॉरमेंट अकाउंट को एक्टिव करवाने के लिए ब्रांच मैनेजर के नाम से आवेदन को ड्राफ्ट करें। इसमें अकाउंट डॉरमेंट होने से कारण बताएं और अकाउंट को एक्टिव करने के कारण स्पष्ट करें। ज्वाइंट अकाउंट की स्थिति में दोनों अकाउंट होल्डर्स के हस्ताक्षर आवेदन पर होने अनिवार्य है।
केवाईसी बैंक में जमा करें
अकाउंट को एक्टिव करने के लिए बैंक की ब्रांच में नए केवाइसी डॉक्यूमेंट जमा करवाएं। इसमें एकाउंट धारक की फोटो, पैन की फोटो कॉपी, एड्रेस प्रूफ और पहचान पत्र जो भी बैंक लेगा उसे जमा करा दें।
एक्टिव अकाउंट में करें ट्रांस्जेक्शन
अकाउंट के एक्टिव होने पर उसमें ट्रांस्जेक्शन शुरू कर दें। ऐसा करने से पहले का पैसा भी डिपॉजिट हो जाएगा और आप उसे फिर से इस्तेमाल कर सकेंगे।
एक्टिवेशन के लिए कोई शुल्क नहीं देना होता
भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से जारी की गई गाइडलाइन्स के मुताबिक डॉरमेंट अकाउंट को एक्टिव करवाने के लिए कोई भी बैंक किसी भी तरह का शुल्क नहीं ले सकता। बैंक बिना किसी चार्जेस के डॉरमेंट अकाउंट को एक्टिवेट करते है। अपने अकाउंट को डॉरमेंट होने से बचाने के लिए आप उसे फिक्स्ड डिपॉजिट से जोड़ सकते है। ऐसा करने से उसमें इंटरस्ट जमा होता रहेगा और अकाउंट भी एक्टिव रहेगा। सेविंग्स अकाउंट डॉरमेंट हो जाए और उसमें पैसा है तो उस स्थिति में भी आपको ब्याज मिलता रहेगा। बैंक डॉरमेंट अकाउंट पर भी ब्याज देते हैं।