इटली के इस खूबसूरत कस्बे में बसने पर मिलेंगे 25 लाख रुपये, जानिये क्या है शर्ते
रोजगार बढ़ाने के लिये इटली के गांवों में ये प्रयोग शुरू किया गया है, जहां नया करोबार शुरू करने वाले को अगले 2 से 3 साल तक प्रति माह के आधार पर आर्थिक सहायता मिलेगी।
नई दिल्ली। अक्सर हम सुनते हैं कि विदेश में बसने के लिये लाखों रुपये लगाने की जरूरत होती है। हालांकि इटली में इसका उल्टा हो रहा है, यहां के एक कस्वे का प्रशासन लोगों को यहां बसने के लिये लाखों रुपये की मदद देने को तैयार है। दरअसल करीब करीब विरान हो चुके इस कस्बे की अर्थव्यवस्था को वापस पटरी पर लाने के लिये प्रशासन को खास लोगों की जरूरत है। अगर आप वैसे ही हैं जैसा कस्बे का प्रशासन चाहता है तो आपको यहां बसने के लिये 33 हजार डॉलर तक मिल सकते हैं। जो कि करीब 25 लाख रुपये के बराबर हैं। प्रशासन के मुताबिक ये एक प्रयोग है जो कि अगर सफल होता है तो कई और कस्बे भी ऐसी योजना शुरू करेंगे।
कहां मिल रहा है ये ऑफर
ये कस्बा इटली के सुदूर दक्षिण में है, जो कि कैलाब्रिया क्षेत्र में आता है। इस टाउन में फिलहाल 2000 निवासी हैं। कस्बे खूबसूरत पहाड़ों से लेकर समुद्र तटों में फैला हुआ है। पूरा क्षेत्र फिलहाल आर्थिक सुस्ती का सामना कर रहा है। इसी वजह से आशंका बन गई है कि आने वाले समय में यहां के निवासियों की संख्या में और गिरावट देखने को मिल सकती है, और रही सही अर्थव्यवस्था भी धराशाई हो सकती है। इसको देखते हुए सरकार अब बाहर से लोगों को यहां बसाने की कोशिश मे लगी हुई है जिससे बसावट और बेहतर हो और टूरिज्म सहित दूसरे उद्योगों को बढ़ावा मिले। फिलहाल इस बात की जानकारी नहीं है कि इस योजना में कितने लोगों को फायदा मिलेगा।
आसान नहीं फायदा उठाने की शर्त
- इस ऑफर की सीधी शर्त य़े है कि इस जगह बसने वाले को यहां की अर्थव्यवस्था को बढ़ाने और नये रोजगार में योगदान करना होगा
- मंजूरी इसी आधार पर मिलेगी कि आवेदन करने वाला शख्स इस कस्बे में अपना कोई नया कारोबार शुरू करेगा।
- आवेदक वहां स्थित किसी कारोबार , शॉप को खरीदकर भी ये शर्त पूरी कर सकता है।
- नये बसने वाले को आर्थिक मदद 2 से 3 साल के बीच 800 पौंड से 1000 पौंड प्रति माह के हिसाब से मिलेगी।
- आवेदन करने वालों की उम्र 40 साल या उससे कम होनी चाहिये
- उन्हें मंजूरी मिलने के 90 दिनों के अंदर इस कस्बे में शिफ्ट हो जाना होगा।
क्यों हुआ स्कीम का ऐलान
कैलाब्रिया क्षेत्र के 75 प्रतिशत से ज्यादा कस्बे यानि करीब 320 की जनसख्या 5000 या उससे कम है। ऐसे में आशंका है कि नौकरियों और आय के साधन न होने से पलायन की स्थिति में कुछ क्षेत्र पूरी तरह निर्जन हो जायेंगे। इससे उन्हें फिर से बसाने में इससे कहीं ज्यादा रकम और वक्त खर्च करना पड़ सकता है। सरकार चाहती है कि यहां बसने वाले नये लोग नये रोजगार की मदद से कस्बों की अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने में मदद करें, जिससे क्षेत्र और ज्यादा लोगों को बसाने के लिये प्रेरित किया जा सके।
( विदेशों में अवसर या जॉब की तलाश में हो क्या सावधानी
विदेशों में बसने या नौकरी पाने का सपना कई लोग देखते रहते हैं। अक्सर फ्रॉड करने वाले उनके इन्ही सपनों का फायदा उठाते हैं, ऐसे में सलाह है कि विदेश में किसी अवसर की तलाश में सावधानी बरतें। सरकार. सरकारी एजेंसियां लगातार सलाह देती हैं कि विदेशों में किसी भी अवसर की तलाश हमेशा वैध रूट्स के जरिये और सही चैनल के माध्यम से ही की जानी चाहिये।)
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