इंटरसिटी रेलयात्री ने सेफ+ फीचर्स के साथ फिर शुरू की स्मार्टबस सेवा, यूपी और पंजाब के लिए चलेंगी बसें
सेफ+ पहल के अंतर्गत, इंटरसिटी रेलयात्री ने विभिन्न उपायों की एक सीरीज लॉन्च की है, जिसके तहत सुरक्षित और संक्रमण मुक्त यात्रा के लिए बसों में प्री-सैनेटाइज्ड प्राइवेट केबिन्स बनाए गए हैं।
नई दिल्ली। ऑनलाइन ट्रेन व बस यात्रा की सुविधा प्रदान करने वाली इंटरसिटी रेलयात्री ने दिल्ली से उत्तर प्रदेश और पंजाब के बीच अपनी स्मार्टबस सेवाओं को फिर से शुरू कर दिया है। लॉकडाउन में रियायत और एक शहर से दूसरे शहर आने-जाने के नियमों में छूट के बाद यह कदम उठाया गया है। कंपनी बेंगलुरु और हैदराबाद में अपने दक्षिणी केंद्रों से कर्नाटक, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में विभिन्न शहरों तक भी अपनी सेवाएं शुरू कर रही है। कंपनी ने अपने यात्रियों, क्रू के सदस्यों और ड्राइवर-पार्टनर्स की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सेफ+ पहल की पेशकश भी की है। इसके अतिरिक्त, इंटरसिटी रेलयात्री ने अपने यात्रियों के लिए कोविड-19 इंश्योरेंस ऐड-ऑन भी लॉन्च किया है।
सेफ+ पहल के अंतर्गत, इंटरसिटी रेलयात्री ने विभिन्न उपायों की एक सीरीज लॉन्च की है, जिसके तहत सुरक्षित और संक्रमण मुक्त यात्रा के लिए बसों में प्री-सैनेटाइज्ड प्राइवेट केबिन्स बनाए गए हैं। यात्रियों को इंटरसिटी स्मार्टबस लाउंजेज से बसों में सवार होने के लिए शिक्षित किया जा रहा है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि बोर्डिंग के दौरान सुरक्षा और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन किया जा सके। पांच चरणीय क्लीनिंग एवं सैनेटाइजेशन प्रोटोकॉल के तहत यह सुनिश्चित किया जाता है कि प्रत्येक स्मार्टबस को हर सिंगल ट्रिप के बाद डिस्इंफेक्ट और फ्यूमीगेट किया जाए।
यात्री के लिए केबिन्स सहित प्रत्येक सर्फेस को अच्छी तरह से डिस्इंफेक्ट किया जाता है, ताकि यात्री एक सुरक्षित बस में सवार हों। बस में किसी यात्री के सवार होने और केबिनों में पहुंचने तक सभी केबिनों को डिस्इंफेक्शन की प्रक्रिया के बाद सील कर दिया जाता है। कर्मचारियों का अनिवार्य चेकअप किया जाता है। उनके थर्मल स्कैन रिकॉर्ड किए जाते हैं। उन्हें हर समय प्रोटेक्टिव मास्क और ग्लव्स पहनकर रहना होता है और अपनी एवं हमारे यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आरोग्य सेतु एप स्टेट्स पर बारीकी से नजर रखनी होती है।
यात्रियों को एक केवाईसी प्रोसेस के बाद बस में चढ़ाया जाता है, क्वारंटीन किए गए मरीजों को बस में तभी बैठने दिया जाएगा, जब वे सर्टिफिकेट दिखाने में सक्षम होंगे। इंटरसिटी द्वारा 5 लाख रुपए के मौजूदा फ्री एक्सीडेंटल कवर के साथ यात्रियों को कोविड-19 इंश्योरेंस ऐड-ऑन भी दिया जाएगा। इंटरसिटी रेलयात्री ने यात्रा करने वाले सभी यात्रियों के लिए ट्रैवेल एडवायजरी भी जारी की है, जिसके अंतर्गत यात्रियों को अपनी सुरक्षा के लिए कंबल और हवा से फुलाए जाने वाले तकिये स्वयं लेकर आना होगा। हालांकि, यदि जरूरत पड़ती है, तो फ्रेश सैनिटाइज्ड कंबल और पर्सनल बेड-शीट बस कैप्टन्स के लिए उपलब्ध हैं। सभी यात्रियों को हैंड सैनिटाइजर्स और डिस्इंफेक्टेड वेट वाइप्स उपलब्ध कराए जाएंगे और उनसे अतिरिक्त सावधानी के लिए मास्क और दस्ताने पहनकर रखना होगा।
इंटरसिटी स्मार्टबस में नई सेफ+ पहलों के बारे में इंटरसिटी रेलयात्री के सह-संस्थापक और सीईओ मनीष राठी ने कहा कि जब कोविड-19 भारत में आया था और पहले लॉकडाउन की घोषणा की गई थी, तभी हमें समझ में आ गया था कि जिस जिंदगी को हम जानते हैं, अब वह बदल जाएगी। हमने यात्रियों तक पहुंच बनाई और व्यापक सर्वेक्षण किया जिसमें यह साफ हो गया कि हमारे यात्री चाहते हैं कि हाईजीन, सैनिटेशन और सोशल डिस्टेंसिंग को अनिवार्य बनाया जाए, ताकि वे हमारे साथ सुरक्षित महसूस कर सकें और यात्रा का आनंद ले पाएं। प्री-बोर्डिंग ईकोसिस्टम यात्रियों के लिए हमेशा से एक बड़ी चुनौती थी, यहां तक कि कोविड के पहले भी और अब यह सबसे अधिक महत्वपूर्ण है।