आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल का आईपीओ आवेदन के लिए खुला, निवेश से पहले जान लें ये 10 अहम बातें
प्राइवेट बैंक आईसीआईसीआई की सब्सिडियरी कंपनी आईसीआईसीआई प्रू का आईपीओ 19 सितंबर से बाजार में आ रहा है। आईपीओ का प्राइस बैंड 300-334 रुपए प्रति शेयर हैं।
नई दिल्ली। प्राइवेट बैंक आईसीआईसीआई की सब्सिडियरी कंपनी आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल का आईपीओ 19 सितंबर से बाजार में आ रहा है। इस आईपीओ के जरिए कंपनी की योजना 6 हजार करोड़ रुपये जुटाने की है। आईपीओ का प्राइस बैंड 300-334 रुपए प्रति शेयर हैं। कोल इंडिया के बाद ये देश का सबसे बड़ा आईपीओ होगा। देश में किसी इंश्योरेंस कंपनी का भी ये पहला आईपीओ है।
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ये हैं 10 अहम बातें
1. इंश्योरेंस सेक्टर का पहला आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 19 सितंबर को खुल रहा है।ICICI बैंक अपने इंश्योरेंस वेंचर के इश्यू के जरिए 6,000 करोड़ रुपये जुटाएगा। इस हिसाब से ICICI प्रूडेंशियल लाइफ की वैल्यू 48,000 करोड़ रुपये बैठती है।
2. इश्यू में कंपनी के प्रमोटर ICICI बैंक के शेयरों का ऑफर फॉर सेल है। इसमें बैंक अपने 18.13 करोड़ शेयर बेचेगा। इश्यू का 10 पर्सेंट तक शेयर बैंक शेयरहोल्डर्स के लिए रिजर्व होगा। बैंक ने डीएसपी मेरिल लिंच और ICICI सिक्योरिटीज सहित 10 इनवेस्टमेंट बैंकों को हायर किया है।
3. इश्यू के बाद कंपनी में ICICI बैंक का स्टेक 68 पर्सेंट स्टेक घटकर 54 पर्सेंट रह जाएगा। बैंक को इश्यू के अपर बैंड पर 6,057 करोड़ रुपये मिलेंगे। इस हिसाब से यह अक्टूबर 2010 में आए कोल इंडिया के आईपीओ के बाद डोमेस्टिक मार्केट का दूसरा सबसे बड़ा IPO होगा।
4. बैंक की एमडी और सीईओ चंदा कोचर ने कहा, ‘हम हमेशा से कहते रहे हैं कि हम कंपनी को लिस्ट कराएंगे। हमें लगता है कि इंश्योरेंस सेक्टर में इतने बड़े मार्केट शेयर वाली इतनी बड़ी कंपनी का लिस्टिंग होना हर मायने में सही है।’ आईसीआईसीआई बैंक ने जब अजीम प्रेमजी और सिंगापुर सरकार के टेमासेक को कंपनी में 6 पर्सेंट स्टेक सेल किया था तब कंपनी का वैल्यूएशन 32,500 करोड़ रुपये था। कंपनी के वैल्यूएशन में पिछली डील के मुकाबले 50 पर्सेंट बढ़ोतरी पर कोचर ने कहा कि उसके मार्जिन में सुधार आया है। उन्होंने कहा, ‘वैल्यूएशन मार्केट और बैंकर्स तय करते हैं। आप देखेंगे कि आमतौर पर मार्जिन में बढ़ोतरी हुई है। बहुत सी चीजें बदली हैं। कंपनी में अगले तीन साल में पब्लिक शेयरहोल्डिंग बढ़कर 25 पर्सेंट तक हो जाएगी। इश्यू के बाद कंपनी में ICICI बैंक का स्टेक 54 पर्सेंट, प्रूडेंशियल का 20 पर्सेंट और पब्लिक शेयरहोल्डिंग 25 पर्सेंट होगी।
5. आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल आईसीआईसीआई बैंक और ब्रिटेन के प्रूडेंशियल ग्रुप की एक सब्सिडियरी का जेवी है। यह फिस्कल ईयर 2016 में रिटेल वेटेड रिसीव्ड प्रीमियम यानी RWRP (इंश्योरेंस इंडस्ट्री की सेल्स का पैमाना) के लिहाज से 21.9 पर्सेंट मार्केट शेयर के साथ देश की सबसे बड़ी प्राइवेट सेक्टर लाइफ इंश्योरेंस कंपनी थी। इसका RWRP पिछले चार फिस्कल ईयर में 15.2 पर्सेंट सीएजीआर से बढ़ा है। कंपनी का एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) फिस्कल ईयर 2016 में लगभग एक लाख करोड़ रुपये था। यह अपने मौजूदा मोमेंटम से HDFC स्टैंडर्ड लाइफ इंश्योरेंस और मैक्स लाइफ इंश्योरेंस के बीच होने वाले मर्जर से पैदा होनेवाले कॉम्पिटिशन से अच्छी तरह निपट सकती है। HDFC और मैक्स के लाइफ इंश्योरेंस बिजनेस का मर्जर होने से देश की सबसे बड़ी प्राइवेट सेक्टर कंपनी वजूद में आ सकती है।
6. फिस्कल ईयर 2016 में आईसीआईसीआई प्रू की नई पॉलिसी की सेल में यूनिट लिंक्ड प्रॉडक्ट्स (ULIP) का हिस्सा 82.3 पर्सेंट था। इसके कुल बिजनेस में प्योर इंश्योरेंस बिजनेस के न्यू बिजनेस प्रीमियम यानी एनबीपी का हिस्सा सिर्फ 2.5 पर्सेंट था। इस सेगमेंट में ज्यादा यील्ड को देखते हुए कंपनी इस पर फोकस करने का प्लान बना रही है।
7. वैल्यू ऑफ न्यू बिजनेस (VNB) यानी नई पॉलिसी से फ्यूचर में होने वाली आमदनी की प्रेजेंट वैल्यू फिस्कल ईयर 2016 में साल दर साल आधार पर 50 पर्सेंट बढ़कर 412 करोड़ रुपये हो गई। कंपनी का VNB मार्जिन भी फिस्कल ईयर 2015 के 5.5 पर्सेंट से बढ़कर फिस्कल ईयर 2016 में 8 पर्सेंट हो गया। आईसीआईसीआई के पास डायवर्सिफाइड डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क है, जिसमें कंपनी को फिस्कल ईयर 2016 में एजेंटों के जरिए 25 पर्सेंट और 57 बैंकएश्योरेंस चैनल के जरिए 57 पर्सेंट बिजनेस आया। कंपनी की कारोबारी क्षमता इंडस्ट्री में सबसे अच्छी मानी जाती है। इसका कॉस्ट टु टोटल RWRP फिस्कल ईयर 2013 के 19.2 पर्सेंट से घटकर फिस्कल ईयर 2016 में 14.6 पर्सेंट रह गया। इस पीरियड में इसके पर्सिस्टेंसी रेशियो में भी खासा सुधार आया। इस रेशियो से पता चलता है कि कस्टमर कितने समय तक पॉलिसी में बने रहते हैं।
8. आईसीआईसीआई प्रू फिस्कल ईयर 2002 से अब तक हर साल 30 पर्सेंट से ज्यादा रिटर्न ऑन इक्विटी (RoE) जेनरेट रही है। पिछले तीन फिस्कल ईयर में 34.2 पर्सेंट का एवरेज RoE इसको इंडस्ट्री बेस्ट में शुमार कराता है। हालांकि इसका NBP मार्जिन बहुत कम है, जिसकी भरपाई कंपनी प्रोटेक्शन बिजनेस के विस्तार से कर सकती है।
9. इंश्योरेंस एक्ट मार्च 2015 में संशोधित किया गया था और उसी साल दिसंबर में इंश्योरेंस रेगुलेटरी एंड डिवेलपमेंट अथॉरिटी ने लिस्टिंग गाइडलाइंस जारी कर दिए। कोचर ने बताया कि कंपनी तब से आईपीओ पर काम कर रही थी। उन्होंने कहा, ‘ICICI प्रूडेंशियल लाइफ ने 2002 के बाद से RWRP के हिसाब से सबसे ज्यादा प्रीमियम कमाया है।
10. कंपनी के पास अभी एक लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का एसेट अंडर मैनेजमेंट है। कंपनी की एंबेडेड वैल्यू 31 मार्च 2016 को 13,939 करोड़ रुपये और नेट प्रॉफिट 1,653 करोड़ रुपये था। ऑफर सोमवार 19 सितंबर को पब्लिक के सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगा और बुधवार 21 सितंबर को बंद हो जाएगा। इश्यू में शेयरों के लिए प्राइस बैंड 300 से 334 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है।