अपने घर का पता बदलने पर ऐसे करें अपने बैंक एकाउंट को मैनेज, नहीं करना पड़ेगा परेशानी का सामना
घर बदलने पर सबसे पहले संबंधित जगहों पर जैसे कि बैंक और इंवेस्टमेंट एकाउंट में अपना पता अपडेट कर दें। इससे भविष्य में संपर्क करने में कोई दिक्कत नहीं आती।
नई दिल्ली। हम सभी अपनी सुविधा के लिए या फिर मजबूरीवश दो या तीन साल में अपने किराए का घर बदलना पड़ता है। घर के नए एड्रेस के साथ ही हमें अपने मोबाइल फोन, क्रेडिट कार्ड बिलिंग आदि के एड्रेस चेंज करवाने होते हैं। लेकिन इसमें सबसे महत्वपूर्ण बैंक का मेलिंग एड्रेस होता है। क्योंकि ज्यादातर बैंक आपका डेबिट कार्ड और इसका पिन या फिर स्टेटमेंट घर के एड्रेस पर ही भेजते हैं। बैंकों में कोर बैंकिंग सुविधा के बाद अब बैंक की ब्रांच बदलने की जरूरत तो नहीं होती। लेकिन फिर भी जरूरत है कि आप अपना अकाउंट एड्रेस जरूर बैंक में अपडेट करवा लें। ऐसा करने पर भविष्य में संपर्क करने में किसी भी तरह की दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ता। इससे बैंक जैसी जगहों का आपसे संपर्क सुनिश्चित रहता है।
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क्या विक्लप हैं-
बैंक एकाउंट के संबंध में दो विकल्प हैं। पहला या तो अपने मौजूदा एकाउंट को पुराने बैंक में ही जारी रखते हुए अपने नए पते की जानकारी दें। दूसरा अपने एकाउंट को बैंक की नई ब्रांच में शिफ्ट करा दें।
कौन से फॉर्म होते हैं जरूरी-
अगर आप अपने मौजूदा एकाउंट को पुराने बैंक में ही जारी रखते हैं तो पता अपडेट कराने के लिए अपने बैंक की नजदीकी ब्रांच से फॉर्म लेकर भरें और जमा कराएं। यदि ब्रांच बदलना चाहते हैं तो एकाउंट ट्रांसफर का फॉर्म जरूर भरें।
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क्या डॉक्यूमेंट्स है जरूरी
इसके लिए केवल नए पते का प्रमाण पत्र जमा कराना होता है। एकाउंट ट्रांस्फर की स्थिति में बैंक आपसे चेक बुक, एटीएम कार्ड या डेबिट कार्ड वापस करने की मांग कर सकता है। अगर ग्राहक ने अपने पुराने बैंक में केवाइसी की औपचारिकताएं पूरी की हुईं हैं तो दोबारा उन सब दस्तावेजों की जरूर नहीं होती है।
क्या होती है आगे की प्रक्रिया-
अपने नए पते को नजदीकी बैंक ब्रांच में सभी फॉर्म डॉक्यूमेंट्स सहित जमा कराने के बाद बैंक आपकी ओर से दी गई सभी जानकारियों को जांचता है। इसके बाद आपका आवेदन प्रोसेस किया जाता है।
एकाउंट ट्रांस्फर कराने की स्थिति में ग्राहक को नए पते और एटीएम व डेबिट कार्ड दे दिया जाता है। यदि ग्राहक ने केवल अपना बदला है और अपने मौजूदा एकाउंट को पुराने बैंक में ही जारी रखना चाहता है तो भविष्य में किसी जानकारी को सूचित करने के लिए बैंक नए पते पर संपर्क करती है।
किन बातों का रखें ध्यान-
- सभी ज्वाइंट एकाउंटधारकों को पता बदलने या एकाउंट ट्रांस्फर कराने की स्थिति में फॉर्म पर हस्ताक्षर करना अनिवार्य होता है।
- आवश्यक फॉर्म को भरते समय अपनी जरूरी जानकारियां जैसे कि लैंडलाइन फोन नंबर और मोबाइल नंबर जरूर अपडेट करें।
- कोर बैंकिंग में ग्राहक अपने सभी बैंक से संबंधित काम किसी भी ब्रांच में बिना एकाउंट शिफ्ट करवाए कर सकता है।