Good News: PathStore भारत में 299 रुपये में करेगी RT-PCR टेस्ट, Wipro देगी 1000 करोड़ रुपये का दान
कंपनी ने गुरुग्राम में एक बड़ा आरटी-पीसीआर और जैव सुरक्षा स्तर-तीन जांच लैब स्थापित की है। यहां एक दिन में एक लाख नमूनों की जांच हो सकती है।
नई दिल्ली। फ्रांस की कंपनी पैथस्टोर (PathStore) ने भारत में 299 रुपये में कोविड-19 आरटी-पीसीआर परीक्षण (RT-PCR testing) शुरू किया है। इससे देशभर में कंपनी की पहुंच बढ़ेगी। पैथस्टोर ने मंगलवार को बयान में कहा कि कंपनी के बेहद सस्ते आरटी-पीसीआर टेस्ट से पर्यटन, उद्योग और खुदरा क्षेत्रों में कामकाज में मदद मिलेगी।
पैथस्टोर की मूल कंपनी जेनस्टोर के वैश्विक मुख्य कार्यपालक अधिकारी अनुभव अनुषा ने कहा कि समाज के आर्थिक रूप से कमजोर तबके के समक्ष उच्च गुणवत्ता के कोविड-19 के इलाज में सबसे बड़ी अड़चन लागत की आ रही है। अनुषा ने कहा कि पैथस्टोर आगामी एक से तीन माह के दौरान सभी प्रमुख कोविड-19 प्रभावित राज्यों तक विस्तार केरगी। कंपनी आरटी-पीसीआर सैंपल जुटाने के लिए 2,000 से अधिक चिकित्सा प्रतिनिधियों को तैनात करेगी। कंपनी ने गुरुग्राम में एक बड़ा आरटी-पीसीआर और जैव सुरक्षा स्तर-तीन जांच लैब स्थापित की है। यहां एक दिन में एक लाख नमूनों की जांच हो सकती है।
विप्रो ने कोविड-19 के लिए 1,000 करोड़ रुपये और देने की प्रतिबद्धता जताई
सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र की कंपनी विप्रो की परमार्थ इकाई ने कोविड महामारी का मुकाबला करने के लिये शुरुआत में दिए गए 1,125 करोड़ रुपये के अतिरिक्त 1,000 करोड़ रुपये की और सहायता देने की प्रतिबद्धता जताई है। कंपनी के संस्थापक चेयरमैन अजीम प्रेमजी ने बॉम्बे चार्टर्ड अकाउंटेंट्स सोसायटी के स्थापना दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में इसकी घोषणा करते हुए कहा कि अतिरिक्त अनुदान प्राथमिक तौर पर सभी के टीकाकरण के लिए दिया जाएगा। पिछले साल जब कोरोना वायरस शुरू हुआ था तब विप्रो ने महामारी से लड़ने के लिए 1,125 करोड़ रुपये की सहायता दी थी। इसमें पुणे स्थित कंपनी के कार्यालय को अस्पताल में परिवर्तित करना भी शामिल था।
प्रेमजी ने कहा कि हमारे काम के साथ-साथ जैसे-जैसे स्थिति बदलती चली गई, हमने महसूस किया है कि सभी का टीकाकरण भी उतना ही महत्वपूर्ण है जितनी की दूसरी पहलें। इसलिए हमने कोविड-19 राहत रणनीति में एक और महत्वपूर्ण कार्य को जोड़ा है और इसके लिए 1,000 करोड़ रुपये अतिरिक्त देने की प्रतिबद्धता जताई है। प्रेमजी ने महामारी को सदियों में एक बार होने वाली घटना बताया और इसके लिए सभी उपलब्ध संसाधनों को साथ लेकर लड़ने का संकल्प जताया। प्रेमजी ने अपनी पूरी 80 अरब डॉलर से अधिक की संपत्ति को धर्मार्थ कार्यों के लिए देने की प्रतिबद्धता जताई है।
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