यह कंपनी केवल दो हफ्ते में बना देती है फुल फर्निश्ड घर, अब आप भूल जाएंगे जेपी और यूनीटेक को
अर्बन स्टे टेक्नोलॉजीस लिमिटेड (स्क्वायर प्लम्स) नामक यह कंपनी बेंगलुरु जैसे शहर में कम कीमत पर फुल फर्निश्ड घर उपलब्ध करवा रही है।
नई दिल्ली। अर्बन स्टे टेक्नोलॉजीस लिमिटेड (स्क्वायर प्लम्स) नामक यह कंपनी बेंगलुरु जैसे शहर, जहां कम किराये वाले घरों की मांग सबसे ज्यादा है, में कम कीमत पर फुल फर्निश्ड घर उपलब्ध करवा रही है। इस कंपनी ने सस्ते घरों के लिए एक ऐसा नया और अनूठा प्रयोग किया है, जो देश में इससे पहले किसी और ने नहीं किया है।
अर्बन स्टे की स्थापना राजेश कोट्टा और हेमंत अत्रे ने मिलकर की है। यह कंपनी बेंगलुरु में स्थित है और इसके कर्मचारियों की संख्या 25 है। इस कंपनी ने सीड राउंड में आईएएन से 3 करोड़ रुपए की राशि जुटाई है।
स्क्वायर प्लम्स नाम से अपनी सर्विस देने वाली यह स्टार्टअप कंपनी सिंगल और कामकाजी लोगों को सस्ता घर उपलब्ध कराने के लिए शिपिंग कंटेनर्स को घर में बदलकर उन्हें फुल फर्निश्ड अपार्टमेंट का रूप दे रही है। राजेश कोट्टा ने बताया कि कंटेनर्स को घर में बदला जा रहा है और जब यह तैयार हो जाएंगे इन्हें ट्रक पर लादकर प्रॉपर्टी डीलर के स्वामित्व वाली जगह पर स्थापित कर दिया जाएगा। कंपनी ने हाल ही में एक डेमो यूनिट को एसएसआर लेआउट में लॉन्च किया है। स्क्वायर प्लम्स के स्टूडियो होम के मॉडल यूनिट को एक शिपिंग कंटेनर में बनाया गया है।
अत्रे ने कहा कि यह पारंपरिक अपार्टमेंट्स की तुलना में सस्ते हैं। यह कंटेनर होम केवल दो हफ्ते में बनाकर तैयार किए जा सकते हैं। वहीं इनकी तुलना में ईंट और रेत से बनने वाले घर 18 माह से लेकर 3 साल का समय लेते हैं। लागत और समय की बचत के अलावा यह घर पूरी तरह से फर्निश्ड होते हैं।
अत्रे का यह नया प्रोडक्ट भारत में अफोर्डेबल हाउसिंग के क्षेत्र में आपूर्ति की समस्या को सुलझाने में काफी मददगार हो सकता है। पूरे भारत में पोर्ट से हासिल किए गए नए के साथ ही साथ रिसाइकल्ड कंटेनर्स को इस कंपनी द्वारा कई सारी फैक्टरियों में काटकर, जोड़कर और डिजाइन कर तैयार किया जाता है। प्रत्येक युनिट का साइज 200 वर्ग फुट है, जो कि एक छोटे स्टूडियो रूम की तरह होता है, जिसमे एक व्यक्ति आराम से रह सकता है।
इस मॉडल को दुबई, हांगकांग और यूरोप में हॉस्टल, शॉपिंग मॉल्स, होटल और हॉस्पीटल के लिए सफलापूर्वक प्रदर्शित किया जा चुका है। स्क्वायर प्लम्स हेब्बल में मान्यता टेक पार्क के नजदीक 4000 वर्ग फुट क्षेत्र में अपना पहला प्रोजेक्ट तैयार कर रही है। इस पर दिसंबर के पहले हफ्ते में काम शुरू होगा। यह भारत में पहला कंटेनर आधारित अपार्टमेंट होगा। यह एक चार मंजिला स्ट्रक्चर होगा। प्रत्येक मंजिल पर 15 यूनिट होंगी। इस तरह एक स्ट्रक्चर में कुल 60 कमरे होंगे। 15 कंटेनर्स की चार परत बनाकर यह तैयार किए जाएंगे। प्रत्येक यूनिट को बनाने का औसत खर्च लगभग 5.25 लाख रुपए है। इसका किराया लोकेशन के हिसाब से 14,000 से 20,000 रुपए के बीच होने की उम्मीद है।