नई दिल्ली। अगर आपका झुकाव प्रौद्योगिकी की तरफ है तो ऐप डेवलप करने की चुनौती स्वीकार कर आकर्षक पुरस्कार पाने का मौका हासिल कर सकते हैं। साथ ही राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन भी कर सकते हैं। ESRI इंडिया ने ऐसे ही प्रतिभावान युवाओं के लिए ऐप डेवलपमेंट चैलेंज 3.0 प्रतियोगिता ‘एमऐप योर वे ऐप’ पेश किया है।
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इस प्रतियोगिता के होंगे 3 चरण
जियोग्राफिक इंफॉर्मेशन सिस्टम (GIS) सॉफ्टवेयर एंड सॉल्यूशंस प्रोवाइडर ESRI इंडिया ने अपनी सालाना GIS ऐप डेवलपमेंट चैलेंज प्रतियोगिता के तीसरे संस्करण की घोषणा की है। यह प्रतियोगिता प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करने वाले संस्थानों से जुड़े सभी छात्रों के लिए खुला है। इस प्रतियोगिता के तीन चरण होंगे। पहले चरण में नए ऐप का विचार पेश करना और उसका चयन होगा। दूसरे चरण में ऐप विकसित किया जाएगा और उसका परीक्षण होगा। तीसरे चरण में राष्ट्रीय स्तर पर विकसित किए गए ऐप को पेश किया जाएगा और अंतिम निर्णय लिया जाए।
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यह प्रतियोगिता GIS युक्त एप्लीकेशंस के माध्यम से नए विचारों को लागू करने का एक विशेष अवसर मुहैया कराता है जो समाज के व्यापक लाभ पर केंद्रित होते हैं और इसका कारोबार एवं नागरिकों पर असर पड़ता है। नवोन्मेशी और प्रभावी एप्लीकेशन बनाने वाली सर्वश्रेष्ठ तीन टीमों को आकर्षक पुरस्कार प्रदान करने के अलावा राष्ट्रीय स्तर के पुरस्कार से भी सम्मानित किया जाएगा।
इस चैलेंज के बारे में ESRI इंडिया के अध्यक्ष अजेंद्र कुमार ने कहा कि,
एमऐप योर वे के माध्यम से हमारा उद्देश्य संस्थानों और छात्रों को GIS प्रौद्योगिकी में अपनी कुशलताएं और क्षमताएं प्रदर्शित करने का एक मंच मुहैया कराना है।
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