क्या होगा अगर जालसाजों के हाथ पड़ जाए आधार कार्ड? जानिए ऐसे ही सभी अहम सवालों के जवाब
आधार कार्ड को लेकर लोगों के मन मे उठ रहे तमाम सवालों के जवाब UIDAI की वेबसाइट्स पर दिए गए हैं। इसमें जालसाजी से बचने के उपाय और आधार कार्ड की सुरक्षा से जुड़ी तमाम शंकाओं को दूर किया गया है।
नई दिल्ली। आधार कार्ड के गलत इस्तेमाल को लेकर सवाल लगभग हर शख्स के दिमाग में रहते हैं। वहीं आधार कार्ड के पैन और बैंक खाते से जुड़ने के बाद ऐसे सवालों की लिस्ट और लंबी हो गई है। UIDAIi यानि Unique identification authority of India ने आम लोगों के दिमाग में आधार कार्ड को लेकर उठ रहे ऐसे ही तमाम सवालों के जवाब दिए हैं। जानिए आपकी शंका पर UIDAI का क्या कहना है।
सवाल- क्या हो अगर मेरा आधार कार्ड किसी जालसाज के हाथ पड़ जाए और वो उससे मेरे नाम से खाता खुलवाने की कोशिश करे, तो मुझे क्या नुकसान होगा।
जवाब- कुछ नहीं। सरकारी नियमों के मुताबिक अन्य कागजातों के साथ साथ आधार कार्ड के जरिए बैंक खाता खुलवाया जा सकता है। हालांकि आधार कार्ड मिलने के बाद बैंकों को खाता खुलवाने की पूरी प्रक्रिया अपनानी पड़ती है और वेरीफिकेशन पूरा करना पड़ता है। ऐसे में सिर्फ आधार कार्ड की कॉपी ले जाकर कोई जालसाज बिना आपकी सहमति आपके नाम से खाता नहीं खुलवा सकता। अगर ऐसा होता है तो इसे बैंक की गलती माना जाएगा, आधार कार्ड धारक की नहीं।
सवाल- अगर किसी जालसाज के पास मेरे बैंक खाते से जुड़ा आधार नंबर हो तो क्या वो खाते से पैसे निकाल सकता है?
जवाब- बिल्कुल नहीं, ये वैसा ही है जैसे आपके पास किसी दूसरे का खाता नंबर हो। जिस तरह किसी दूसरे का सिर्फ खाता नंबर जानकर कोई उस खाते से पैसे नहीं निकाल सकता। वैसे ही खाते से जुड़ा आधार नंबर जानकर कोई उससे जुड़े खाते से पैसे भी नहीं निकाल सकता। खाते से पैसे निकालने के लिए बैंक की एक तय प्रक्रिया होती है, जिसमें खाता धारक का स्वयं ब्रांच में मौजूद रहना,या फिर उसके चेक पर सही हस्ताक्षर का होना, या फिर एटीएम या डिजिटल ट्रांजेक्शन के लिए पिन, ओटीपी, पासवर्ड का होना जरूरी है। वहीं नए पासवर्ड या पिन के लिए भी बैंक कई जानकारियों को एक साथ भरने के लिए कहते हैं, सिर्फ एक जानकारी के आधार पर नए पासवर्ड या पिन इश्यू नहीं किए जाते। ऐसे में आधार नंबर की जानकारी किसी को भी देने में कोई नुकसान नहीं है।
सवाल- अगर आधार नंबर का गलत इस्तेमाल संभव नहीं है तो UIDAI लोगों से सोशल मीडिया पर आधार नंबर डालने से क्यों मना करती है।
जवाब- आधार नंबर का गलत इस्तेमाल संभव नहीं है, हालांकि बेवजह अपनी जानकारियां सोशल मीडिया पर देना सही कदम नहीं हैं, इससे आप ना चाहते हुए भी जालसाजों की निगाह में आ सकते हो, इससे भले ही आपको आर्थिक नुकसान न हो लेकिन वेवजह की मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं।
सवाल- क्या कभी आधार कार्ड के गलत इस्तेमाल की वजह से किसी आधार कार्ड धारक को आर्थिक नुकसान हुआ है।
जवाब- UIDAI की वेबसाइट के मुताबिक आधार नंबर से किसी शख्स की पहचान चुरा कर उसको आर्थिक नुकसान पहुंचाने का कोई मामला अब तक सामने नहीं आया है। आधार प्लेटफॉर्म पर हर दिन लगभग 3 करोड़ आधार नंबर को विभिन्न सेवाओं के लिए प्रमाणित किया जा रहा है। इसके साथ ही प्लेटफॉर्म को सुरक्षित बनाए रखने के लिए सिस्टम में लगातार बदलाव किए जाते हैं, और नए सुरक्षा उपायों को जोड़ा जाता है।
सवाल- जिन लोगों के साथ फॉड हुए हैं उनसे क्या गलती हुई।
जवाब- अक्सर फ्रॉड करने वाले बड़ी रकम का लालच या कार्ड ब्लॉक होने की बात कहकर या फिर किसी और तरह से आपकी निजी जानकारियां मांगते हैं। जिसमें जन्म की तारीख, पैन कार्ड की जानकारी, यूजर आईडी, ओटीपी, पासवर्ड या पिन आदि शामिल होते हैं। बैंक और सरकार लगातार लोगों को समझाती रहती है कि बैंक के कर्मचारी कभी भी आपसे ये जानकारी नहीं मांगते हैं। अक्सर लोग अनजाने नंबरों से आए किसी फोन पर जालसाज की बातों में आकर अपनी निजी जानकारियां दे देते हैं और नुकसान उठा लेते हैं। बैंक साफ कहते हैं कि किसी भी स्थिति में किसी को भी अपना ओटीपी, पिन, पासवर्ड, या यूजर आईडी न बताएं। वहीं कोई भी शंका हो तो बेहतर है कि अपने बैंक की ब्रांच पर संपर्क करें।