नई दिल्ली। अगर आप एटीएम से एक बार में 5000 रुपए से अधिक कैश निकाल रहे हैं तो अब आपको इस राशि पर अतिरिक्त शुल्क का भुगतान करना होगा। आरबीआई ने आठ साल बाद एटीएम से कैश निकालने के नियमों में बदलाव करने की तैयारी कर ली है। आरबीआई के नए एटीएम नियमों में एक माह में एटीएम से पांच बार फ्री पैसा निकालने की सुविधा शामिल नहीं होगी। इसका मतलब है कि यदि आप एक बार में एटीएम से 5000 रुपए से अधिक की राशि की निकासी करते हैं तो आपको अतिरिक्त शुल्क का भुगतान करना होगा। आरबीआई यह कदम अर्थव्यवस्था में नकदी के उपयोग को कम करने और डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देने के मकसद से उठा रहा है।
5,000 से अधिक निकासी पर देना होगा 24 रुपए का शुल्क
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एटीएम से एक बार में 5000 रुपए से अधिक की राशि निकालने पर बैंक उपभोक्ताओं को 24 रुपए का अतिरिक्त शुल्क देना होगा। वर्तमान में घरेलू बैंक एटीएम से एक महीने में पांच बार बिना किसी शुल्क के पैसे निकालने की सुविधा मिल रही है। एक महीने में 5 बार कैश विथड्रा सीमा के बाद छठी बार कैश निकालने पर बैंक 20 रुपए का शुल्क वसूलते हैं।
आरबीआई समिति ने की है सिफारिश
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा गठित एक समिति की सिफारिशों के आधार पर एटीएम से धन निकासी संबंधी नियमों में बदलाव करने पर विचार किया जा रहा है। हालांकि इस समिति की रिपोर्ट और सुझावों को अभी तक सार्वजनिक नहीं किया गया है। इस बात की जानकारी सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत मांगी गई जानकारी में दी गई है।
अक्टूबर 2019 में आरबीआई को सौंपी गई थी रिपोर्ट
आरबीआई द्वारा एटीएम शुल्क की समीक्षा के लिए गठित समिति ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। इसके आधार पर बैंक 8 साल बाद एटीएम शुल्क में बदलाव कर सकते हैं। आरटीआई में दी गई जानकारी के मुताबिक, रिजर्व बैंक की समिति ने कैश निकालने की सीमा को कम करने का सुझाव दिया है। समिति ने अपनी रिपोर्ट 22 अक्टूबर 2019 को आरबीआई को सौंप दी थी, हालांकि अभी तक इसे सार्वजनिक नहीं किया गया। बाद में आरटीआई कार्यकर्ता ने इस संबंध में आरबीआई से जानकारी मांगी थी।
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