क्या बाजार में आने वाली है इलेक्शन से जुड़ी तेजी? जानिए चुनाव वाले वर्षों में कैसा रहा है शेयर मार्केट
Share Market Outlook : बाजार को स्थिर सरकार पसंद आती है। जब पुरानी सरकार रिपीट होती है, तो पॉलिसी में बदलाव की संभावनाएं काफी कम होती हैं। यह बात बाजार को सपोर्ट करती है।
सेंसेक्स ने पिछले महीने अपना 52 वीक हाई लेवल बनाया था। यह 16 जनवरी 2024 को 73,427 अंक तक गया था। इस समय सेंसेक्स 72,000 अंक के करीब बना हुआ है। 1 फरवरी 2024 को पेश हुए अंतरिम बजट से शेयर बाजार पर कुछ खास असर नहीं पड़ा। अब निवेशकों को उम्मीद है कि आम चुनाव से पहले बाजार में बड़ी तेजी का दौर देखा जा सकता है। डीआरएस फिनवेस्ट के फाउंडर डॉ रवि सिंह के अनुसार, आम चुनाव से 2-3 महीने पहले बाजार में अस्थिरता रहना आम बात है। डॉ रवि के अनुसार, बाजार को स्थिर सरकार पसंद आती है। जब पुरानी सरकार रिपीट होती है, तो पॉलिसी में बदलाव की संभावनाएं काफी कम होती हैं। यह बात बाजार को सपोर्ट करती है। यही कारण है कि काफी अधिक वैल्यूएशन होने के बावजूद इस समय भारतीय शेयर बाजार में तेजी देखने को मिल रही है।
इस साल अमेरिका में भी होने हैं चुनाव
इस साल सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि अमेरिका में भी चुनाव हैं। इस साल अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव होने हैं। भारत में आम चुनाव मई में हैं और अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव नवंबर में हैं। डॉ रवि के मुताबिक, राज्यों के चुनाव परिणामों को देखते हुए बाजार को मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के संकेत मिल रहे हैं। हालांकि, चुनाव और बाजार दोनों ही सरप्राइज देने के लिए जाने जाते हैं।
चुनावी वर्षों में क्या रहा है शेयर बाजार का हाल
थोड़ा पीछे जाएं, तो साल 1984 के आम चुनावों में कांग्रेस की सरकार बनी थी। उस समय चुनाव परिणाम आने के पहले 6 महीने में सेंसेक्स 12.50 फीसदी भागा था। साल 1989 के चुनावों में जनता दल की सरकार बनी थी। उस समय छह महीने में सेंसेक्स सिर्फ 0.10 फीसदी बढ़ा था। इसके बाद साल 1991 में कांग्रेस की सरकार बनने से पहले सेंसेक्स 2.60 फीसदी भागा था। इसके बाद साल 1996 में यूनाइटेड फ्रंट की सरकार बनने से पहले बाजार 25.10 फीसदी भागा था।
जब 59.80% भाग गया था सेंसेक्स
इसके बाद साल 1998 में बीजेपी की सरकार से पहले सेंसेक्स 9.30 फीसदी गिर गया था। 1999 में फिर बीजेपी की सरकार बनी, उससे पहले के 6 महीने में सेंसेक्स 31.60 फीसदी भागा। सैमको सिक्योरिटीज के आंकड़ों के अनुसार, 2004 में देश में कांग्रेस की सरकार आई, इससे पहले के 6 महीने में सेंसेक्स 9.10 फीसदी भागा। फिर से 2009 में कांग्रेस की सरकार आई तो उससे पहले के 6 महीने में सेंसेक्स 59.80 फीसदी भागा। इसके बाद साल 2014 में बीजेपी की सरकार आने के पहले के 6 महीने में सेंसेक्स ने 15.70 फीसदी रिटर्न दिया। जब साल 2019 में फिर से बीजेपी की सरकार आई, तो उससे पहले के 6 महीने में सेंसेक्स ने 9.80 फीसदी रिटर्न दिया था।