Jio फाइनेंशियल सर्विसेज के शेयरों में लगातार तीसरे दिन 5% का निचला सर्किट क्यों लगा? जानें
आपको बता दें कि बीएसई में कंपनी का शेयर 265 रुपये पर लिस्ट हुआ था। वहीं, एनएसई में कंपनी का शेयर 262 रुपये के भाव पर सूचीबद्ध हुआ था।
रिलायंस इंडस्ट्रीज से अलग हुई वित्तीय सेवा इकाई जियो फाइनेंशियल सर्विसेज लि.(जेएफएसएल) का शेयर बुधवार को लगातार तीसरे कारोबारी सत्र में अपने निचले सर्किट स्तर को छू गया। बीएसई पर कंपनी का शेयर पांच प्रतिशत के नुकसान से 227.25 रुपये पर आ गया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर कंपनी का शेयर पांच प्रतिशत के नुकसान से 224.65 रुपये पर कारोबार कर रहा था। लगातार तीसरे दिन एनएसई पर भी कंपनी के शेयर ने अपने निचले सर्किट को छुआ। जियो फाइनेंशियल सर्विसेज के शेयर सोमवार को शेयर बाजारों में सूचीबद्ध हुए थे। सोमवार और मंगलवार को भी कंपनी का शेयर पांच प्रतिशत टूटा था। जियो फाइनेंशियल सर्विसेज लि. पिछले महीने रिलायंस इंडस्ट्रीज से अलग हुई थी। आपको बता दें कि बीएसई में कंपनी का शेयर 265 रुपये पर लिस्ट हुआ था। वहीं, एनएसई में कंपनी का शेयर 262 रुपये के भाव पर सूचीबद्ध हुआ था। आखिर क्या वजह है कि लगातार तीसरे दिन शेयर में लोअर सर्किट लगा है? आइए, आपको वजह बताते हैं।
इस कारण जियो फाइनेंशियल का शेयर टूट रहा
शेयर मार्केट एक्सपर्ट का कहना है कि इस स्टॉक में कमजोरी संस्थागत बिकवाली यानी इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स की ओर से बिकवाली के कारण आ रही है। वहीं दूसरी ओर डीमर्जर से डिस्कवर्ड प्राइस 160 से 180 रुपये होने की उम्मीद थी लेकिन प्राइस डिस्कवरी 260 रुपये के आसपास हुई। इसके चलते भी बाजार में बिकवाली देखने को मिल रही है। हालांकि, लंबी अवधि के लिए यह एक बेहतरीन स्टॉक है।
लंबी अवधि में शानदार प्रदर्शन की उम्मीद
जेएफएसएल की भविष्य की विकास संभावनाएं उज्ज्वल हैं क्योंकि यह उपभोक्ताओं और व्यापारियों के साथ अपने विशाल संबंध के साथ अपने व्यवसाय को बड़े पैमाने पर बढ़ा सकता है। संस्थागत बिक्री निकट अवधि में शेयर की कीमत पर एक दबाव है। चूंकि स्टॉक टी सेगमेंट में है, इसलिए संस्थागत बिक्री कीमत को नीचे खींच रही है।" शेयरों का टी समूह वे हैं जिनका स्टॉक एक्सचेंजों में सक्रिय रूप से कारोबार किया जाता है, लेकिन कुछ प्रतिबंधों के साथ जैसे कि 5 प्रतिशत सर्किट फिल्टर और केवल डिलीवरी ट्रेडिंग के लिए अनुमति दी जाती है।