Mutual Funds में निवेश करने के बाद कंपनियां आपके पैसे का कहां करती हैं इस्तेमाल? यहां जानें सबकुछ
Mutual Funds Investment: म्यूचुअल फंड में पैसा लगाकर अच्छा रिटर्न पाने की चाहत आज के समय में लगभग निवेशक करते हैं, लेकिन कई बार उन्हें यह नहीं पता होता है कि म्यूचुअल फंड कंपनियां उन पैसों का कहां इस्तेमाल करती हैं? आइए आज जानते हैं।
Mutual Funds Money Use: भारतीय निवेशक पैसा इन्वेस्ट करते वक्त सबसे अधिक ध्यान इस बात का रखते हैं कि रिटर्न कितना मिलेगा। खास कर कम रिस्क के साथ अधिक रिटर्न की चाहत लगभग निवेशक करते हैं। बता दें कि म्यूचुअल फंड उनमें से एक निवेश का साधन है, जहां थोड़े रिस्क के साथ किसी दूसरे ऑप्शन की तुलना में अच्छा रिटर्न बनाया जा सकता है। अगर आप भी म्यूचुअल फंड में पैसा लगाते हैं तो आज आपको जानना चाहिए कि आपके लगाए पैसों का म्यूचुअल फंड कंपनियां क्या करती हैं? उन पैसों का कहां इस्तेमाल होता है? क्या उन पैसों का उपयोग इंडियन कंपनी के लिए किया जाता है? साथ ही हम यह भी जानेंगे कि बाजार में म्यूचुअल फंड की क्या स्थिति है और कितना सुधार देखने को मिला है? म्यूचुअल फंड ने वित्त वर्ष 2022-23 में घरेलू शेयरों में 1.82 लाख करोड़ रुपये का निवेश किया है। इसमें खुदरा निवेशकों की मजबूत भागीदारी का प्रमुख योगदान रहा है। इसके अलावा बाजार में सुधार के कारण मूल्यांकन आकर्षक होने के चलते भी म्यूचुअल फंड ने अपना निवेश बढ़ाया है।
हर साल बढ़ा रहा म्यूचुअल फंड का दायरा
भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) के आंकड़ों के मुताबिक, म्यूचुअल फंड ने वित्त वर्ष 2021-22 में इक्विटी में 1.81 लाख करोड़ रुपये का निवेश किया था। इससे पहले 2020-21 में यह आंकड़ा 1.2 लाख करोड़ रुपये था। बता दें कि जब कोई निवेशक किसी कंपनी के म्यूचुअल फंड में पैसा लगाता है तो वह कंपनी उस पैसे को शेयर, बॉन्ड और कई अन्य वित्तीय उपकरण खरीदने में इस्तेमाल करती हैं।। कुछ पैसा वह अगर दूसरे जगह निवेश करती है तो इसकी जानकारी अपने निवेशक को दे देती है। मान लीजिए कि आपको शेयरों में नुकसान हुआ और बॉण्ड में फायदा तो आपका नुकसान की संभावना बहुत कम होगी। यानि आप कुल मिलाकर प्रॉफिट में ही रहेंगे। बजाज कैपिटल के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक राजीव बजाज ने कहा कि चालू वित्त वर्ष के लिए इक्विटी निवेश में अगली दो तिमाहियों में सुधार शुरू हो जाएगा। ऐसा अमेरिका में महंगाई कम होने और अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व द्वारा नीतिगत रुख में नरमी के चलते होगा। दीर्घकाल में विकसित अर्थव्यवस्थाओं में धीमी वृद्धि की आशंका है, जबकि भारत की वृद्धि संभावना अपेक्षाकृत अच्छी है।
हाल ही में मिला था बजाज फिनसर्व को SEBI का ग्रीन सिग्नल
बता दें कि हाल ही में बजाज फिनसर्व को सेबी के तरफ से ग्रीन सिग्नल मिला था कि वह अपना म्यूचुअल फंड प्लान शुरू कर सकती है। इस मसले पर कंपनी ने कहा था कि बजाज फिनसर्व म्यूचुअल फंड का उद्देश्य भविष्य के लिए तैयार एसेट मैनेजमेंट कंपनी बनाने के लिए विभिन्न टचपॉइंट्स और भौगोलिक क्षेत्रों में निवेशकों की सेवा के लिए एक टेक्नोलॉजी पर आधारित शानदार मल्टी चैनल दृष्टिकोण तैयार करना है। निवेशकों का बढ़ता विश्वास और वित्तीय सेवाओं तक डिजिटल पहुंच के कारण म्युचुअल फंडों को अधिक अपनाया जा रहा है। बजाज फिनसर्व के लिए सेबी की मंजूरी रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह कंपनी को खुदरा ग्राहकों के लिए वित्तीय समाधानों के अपने लक्ष्य को पूरा करने में सक्षम बनाती है। बजाज फिनसर्व के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक संजीव बजाज ने कहा कि गणेश मोहन के साथ हमारा म्यूचुअल फंड व्यवसाय निवेश और दीर्घकालिक रिटर्न के दृष्टिकोण को प्रेरित करेगा।