टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन आइडिया को गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले का जोरदार झटका लगा। कंपनी का स्टॉक करीब 15 प्रतिशत लुढ़क गया। निवेशकों ने बड़ी राशि आज गंवाई। दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने दूरसंचार कंपनियों के खिलाफ समायोजित सकल राजस्व के फैसले को बरकरार रखने और एजीआर मांग की मात्रा को बरकरार रखने का फैसला दिया, जिसका असर टेलीकॉम कंपनियों के स्टॉक पर देखने को मिला। सीएनबीसीटीवी18 की खबर के मुताबिक, सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में उल्लेख किया कि उसने क्यूरेटिव याचिकाओं और संबंधित दस्तावेजों को देखा है, साथ ही कहा कि टेलीकॉम कंपनियों द्वारा कोई मामला नहीं बनाया गया है। टेलीकॉम कंपनियों ने एजीआर बकाया की गणना में अंकगणितीय त्रुटियों का दावा किया था।
भारती एयरटेल के लिए हिस्सेदारी बढ़ने की संभावना
खबर के मुताबिक, जानकार का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट से राहत मिलने पर वोडाफोन आइडिया के लिए ₹5 प्रति शेयर की बढ़त हो सकती थी, लेकिन अब प्रतिकूल फैसले के मद्देनजर कंपनी की नकदी प्रवाह स्थिति और अधिक कठिन हो जाएगी। उनका यह भी कहना है कि वोडाफोन आइडिया को राहत न मिलने के चलते उन्हें भारती एयरटेल के लिए आगे भी बाजार हिस्सेदारी बढ़ने की संभावना दिख रही है। अब इस बात पर नजर होगी कि वोडाफोन आइडिया सुप्रीम कोर्ट के प्रतिकूल फैसले को देखते हुए अपनी ऋण जुटाने की योजना को आगे बढ़ा सकता है या नहीं और यह ऋण निधि जुटाना कंपनी के लिए अपनी पूंजीगत व्यय योजनाओं को जारी रखने के लिए महत्वपूर्ण होगा।
वोडाफोन आइडिया के शेयर
IIFL सिक्योरिटीज के मुताबिक, भारती एयरटेल के पास मौजूदा समय में एजीआर बकाया के रूप में ₹36,000 करोड़ हैं। वोडाफोन आइडिया का शेयर अपने फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर मूल्य ₹11 से नीचे गिर गया है। दोपहर में शेयर 11 रुपये से ऊपर कारोबार करता दिखा।
कुछ दिनों पहले ब्रोकरेज कंपनी Goldman Sachs ने कहा था कि वोडाफोन आइडिया (वीआईएल) की हालिया पूंजी-वृद्धि हालांकि सकारात्मक है, लेकिन यह उसकी बाजार हिस्सेदारी में गिरावट को रोकने के लिए पर्याप्त नहीं है। ब्रोकरेज कंपनी ने अगले तीन-चार साल में कंपनी के लिए बाजार हिस्सेदारी में तीन प्रतिशत की हानि की आशंका जताई है।
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