भारत की दिग्गज माइनिंग कंपनी वेदांता लिमिटेड ने हिंदुस्तान जिंक में अपनी हिस्सेदारी को लेकर एक बड़ा ऐलान किया। वेदांता ने मंगलवार को बताया कि कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने हिंदुस्तान जिंक में बिक्री पेशकश (ऑफर फोर सेल) के जरिए 11 करोड़ शेयर बेचने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। बताते चलें कि हिंदुस्तान जिंक में 11 करोड़ शेयर कंपनी में कुल हिस्सेदारी का 2.60 हिस्सा है। हालांकि, वेदांता लिमिटेड ने हिंदुस्तान जिंक में हिस्सेदारी बेचने के लिए ओएफस लाने की तारीख और इसके बेस प्राइस के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है।
13 अगस्त, 2024 को आयोजित एक अहम मीटिंग में मिली मंजूरी
वेदांता लिमिटेड ने शेयर मार्केट एक्सचेंजों को दी एक सूचना में कहा, ''वेदांता लिमिटेड के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की अधिकृत समिति ने 13 अगस्त, 2024 को आयोजित एक अहम मीटिंग में बिक्री पेशकश (OFS) के जरिए हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड के 11,00,00,000 इक्विटी शेयरों (2.6 प्रतिशत हिस्सेदारी) की बिक्री को मंजूरी दी। ये हिंदुस्तान जिंक की जारी और चुकता इक्विटी शेयर पूंजी का 2.60 प्रतिशत है।''
जून 2024 तक हिंदुस्तान जिंक में 64.92 प्रतिशत थी वेदांता की हिस्सेदारी
बताते चलें कि चालू वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून 2024) के आखिर में, हिंदुस्तान जिंक में वेदांता लिमिटेड की 64.92 प्रतिशत हिस्सेदारी थी, जबकि सरकार के पास 29.54 प्रतिशत हिस्सेदारी थी। वेदांता अपने एल्युमीनियम, तेल और गैस, बिजली, आधार धातुओं और लोहा और स्टील बिजनेस को अलग-अलग लिस्टेड यूनिट्स में विभाजित करने की योजना बनी रही है।
कंपनी के नेट प्रॉफिट में 36.5 प्रतिशत की बंपर बढ़ोतरी
इस पहल का उद्देश्य रीफाइनेंसिंग रिस्क और वेदांता रिसोर्सेज लिमिटेड से डिविडेंड पर निर्भरता को कम करना है। वेदांता लिमिटेड ने चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून 2024 तिमाही में 3,606 करोड़ रुपये का एकीकृत नेट प्रॉफिट अर्जित किया। ये एक साल पहले की समान अवधि के 2,640 करोड़ रुपये के नेट प्रॉफिट से 36.5 प्रतिशत ज्यादा है। बताते चलें कि हिंदुस्तान जिंक में होने वाली इस हिस्सेदारी बिक्री का सीधा असर शेयरों के भाव पर पड़ेगा, जो सीधे-सीधे निवेशकों को प्रभावित करेगा।
Latest Business News