18 साल बाद आ रहे है Tata के IPO की ये रही पूरी डिटेल, जानिए 2004 में किस कंपनी ने किया था 'मालामाल'
टाटा मोटर्स ने बताया कि यह IPO अभी बाजार की परिस्थितियों, नियामकीय मंजूरियों और सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) से मिलने वाली टिप्पणियों आदि पर निर्भर करेगा।
Tata Group IPO : भारत का सबसे प्रतिष्ठित औद्योगिक घराना टाटा समूह (Tata Group) 18 साल बाद एक बार फिर आईपीओ (IPO) बाजार में कदम रखने की तैयारी कर रहा है। करीब 2 दशकों के बाद आ रहे टाटा के IPO को लेकर बाजार में हलचल मचनी शुरू हो रही है। दरअसल टाटा ग्रुप की कंपनी टाटा मोटर्स (Tata Motors) की सब्सिडियरी टाटा टेक्नोलॉजी (Tata Technologies) अपना आईपीओ (IPO) लाने के लिए तैयारियां कर रही है। यह 18 साल पहले आए TCS के बाद टाटा की किसी कंपनी द्वारा पेश किया गया पहला आईपीओ होगा।
कंपनी ने बताया है कि उसके बोर्ड ने टाटा टेक्नोलॉजीज में अपनी आंशिक हिस्सेदारी को इनीशियल पब्लिक ऑफर (IPO) के जरिए बेचने को सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है। टाटा टेक्नोलॉजीज (Tata Technologies), एक ग्लोबल प्रोडक्ट इंजीनियरिंग और डिजिटल सर्विसेज कंपनी है। शेयर बाजारों को भेजी सूचना में टाटा मोटर्स ने बताया कि यह IPO अभी बाजार की परिस्थितियों, नियामकीय मंजूरियों और सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) से मिलने वाली टिप्पणियों आदि पर निर्भर करेगा।
आखिरी बार TCS का आया था IPO
टाटा समूह की करीब आधा दर्जन कंपनियां बाजार में लिस्टेड हैं। इसमें से सबसे आखिरी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज़ यानि टीसीएस (TCS) है। TCS का आईपीओ 2004 में बाजार में आया था। तब से किसी भी टाटा की कंपनी का आईपीओ नहीं आया है। टीसीएस का शेयर 25 अगस्त 2004 को 26% प्रीमियम पर 1,076 रुपये पर लिस्ट हुआ था। जबकि इसका इश्यू प्राइस 850 रुपये प्रति शेयर का था।
क्या करती है टाटा टेक्नोलॉजी
टाटा टेक्नोलॉजी टाटा मोटर्स की एक सब्सिडियरी कंपनी है, जो दुनियाभर में इंजीनियरिंग और डिजिटल सेवाएं मुहैया कराती है। टाटा टेक्नोलॉजीज में दुनिया भर में 9,300 से अधिक लोग काम करते हैं। टाटा समूह के मुताबिक आईपीओ के जरिये जुटाए गए फंड का इस्तेमाल ई-व्हीकल सेग्मेंट को मजबूती देने और एविएशन सेक्टर को बढ़ावा देने में होगा। टाटा टेक (Tata Technologies) ऑटो, एयरोस्पेस, इंडस्ट्रियल हैवी मशीनरी और अन्य इंडस्ट्रीज को सेवाएं मुहैया करती है।
टाटा मोटर्स की 74% हिस्सेदारी
मामले से जुड़े सूत्रों का कहना है कि आईपीओ पर काम शुरू हो गया है और जल्द ही घरेलू व विदेशी बैंकों को जोड़ा जाएगा। टाटा टेक्नोलॉजी में टाटा मोटर्स की 74 फीसदी से ज्यादा हिस्सेदारी है और कंपनी ने साल 2018 में अपनी 43 फीसदी हिस्सेदारी बेचने की कोशिश भी की थी, लेकिन कुछ मंजूरियां नहीं मिलने के कारण डील अटक गई। साल 2022 की मार्च तिमाही में टाटा टेक्नोलॉजी का राजस्व 3,529 करोड़ रुपये रहा, जिसमें उसे 437 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ
एन चंद्रशेखरन के कार्यकाल का पहला IPO
टीसीएस का आईपीओ रतन टाटा ( Ratan Tata) के दौर में आया था। साल 2017 में एन चंद्रशेखरन (N Chandrasekaran) के टाटा संस (Tata Sons) के चेयरमैन बनने के बाद यह टाटा ग्रुप का पहला आईपीओ होगा। टाटा टेक्नोलॉजीज ने अभी केवल आईपीओ लाने की प्रक्रिया की शुरुआत की है।