मुंबई। घरेलू शेयर बाजारों में लगातार तीसरे कारोबारी सत्र में तेजी रही। वैश्विक स्तर पर सकारात्मक रुख के बीच चौतरफा लिवाली से बीएसई सेंसेक्स मंगलवार को 673 अंक मजबूत हुआ। कारोबारियों के अनुसार, डॉलर के मुकाबले रुपये की विनिमय दर में गिरावट के बावजूद मजबूत निर्यात आंकड़ों से भी लिवाली को समर्थन मिला।
तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स बढ़त के साथ खुला और कारोबार के दौरान इसमें अच्छी तेजी बनी रही। अंत में यह 672.71 अंक यानी 1.14 प्रतिशत की तेजी के साथ 59,855.93 अंक पर बंद हुआ। इसी प्रकार नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 179.55 अंक यानी 1.02 प्रतिशत की तेजी के साथ 17,805.25 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स के शेयरों में एनटीपीसी, पावर ग्रिड, एसबीआई, टाइटन, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एक्सिस बैंक और टीसीएस में 5.48 प्रतिशत तक की तेजी रही। दूसरी तरफ सन फार्मा, इंडसइंड बैंक, अल्ट्राटेक सीमेंट, डॉ.रेड्डीज और इन्फोसिस 1.21 प्रतिशत तक नुकसान में रहे।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘वैश्विक बाजारों में तेजी के साथ घरेलू शेयर बाजारों में मजबूती रही। सूचकांक में मजबूत हिस्सेदारी रखने वाले शेयरों और वित्तीय तथा टिकाऊ उपभोक्ता सामान बनाने वाली कंपनियों के शेयरों में तेजी से बाजार को समर्थन मिला। कोविड मामलों में तेजी के बावजूद वैश्विक स्तर पर धारणा मजबूत बनी हुई है। इसका कारण कोरोना वायरस के नये स्वरूप का आर्थिक गतिविधियों पर कम प्रभाव पड़ने की रिपोर्ट है।’’
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा, ‘‘अमेरिकी शेयर बाजार नये साल के पहले कारोबारी दिन रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचा। यह वैश्विक शेयर बाजारों के लिये लाभदायक साबित हुआ है।’’ उन्होंने कहा कि अगर विदेशी संस्थागत निवेशकों की सोमवार को वित्तीय खासकर प्रमुख बैंकों में लिवाली उनकी रुचि को लेकर कोई संकेत है, तो यह स्थिति आगे भी जारी रह सकती है।
विजयकुमार ने कहा कि महामारी की तीसरी लहर हालांकि चिंता का कारण है। लेकिन बाजार का मत है कि इसका आर्थिक गतिविधियों पर असर पड़ने की आशंका नहीं है। कुल 19 क्षेत्रवार सूचकांकों में 16 लाभ में रहे। बीएसई बिजली, जन केंद्रित सेवा, ऊर्जा और बैंक सूचकांक सर्वाधिक लाभ में रहे। कोरोना वायरस के नये स्वरूप ओमीक्रोन की चिंता के बावजूद वैश्विक शेयर बाजारों में 2022 की शुरुआत जोरदार रही है।
एशिया के अन्य बाजारों में जापान का निक्की, हांगकांग का हैंगसेंग और दक्षिण कोरिया का कॉस्पी लाभ में रहे जबकि चीन के शंघाई कंपोजिट में नुकसान में रहा। यूरोप के प्रमुख बाजारों में भी दोपहर कारोबार में तेजी का रुख रहा। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.27 प्रतिशत मजबूत होकर 79.19 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 30 पैसे टूटकर 74.58 पर बंद हुआ।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक सोमवार को पूंजी बाजार में शुद्ध लिवाल रहे और उन्होंने 575.39 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे। देश का निर्यात दिसंबर, 2021 में सालाना आधार पर 37 प्रतिशत बढ़कर 37.29 अरब डॉलर पहुंच गया।
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