उतार-चढ़ाव के बीच शेयर बाजारों ने फिर गंवाया शुरुआती बढ़त, सेंसेक्स 236 अंक और टूटकर बंद
एशिया के अन्य बाजारों में चीन का शंघाई कंपोजिट, दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और जापान का निक्की, हांगकांग का हैंगसेंग गिरावट के साथ बंद हुए।
वैश्विक बाजारों में कमजोरी के रुख और सूचना प्रौद्योगिकी कंपनियों के शेयरों में बिकवाली के बीच घरेलू शेयर बाजारों ने मंगलवार को एक बार फिर शुरुआती बढ़त को गंवा दिया। कारोबार के अंत में सेंसेक्स 236 अंक टूटकर बंद हुआ। तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स मजबूती के साथ खुला लेकिन इस बढ़त को कायम नहीं सका और 236 अंक यानी 0.43 प्रतिशत गिरकर 54,052.61 पर आ गया। दिन में कारोबार के दौरान यह एक समय 54,524.37 अंक के उच्च स्तर तक गया था और 53,886.28 अंक के निचले स्तर तक आया था। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 89.55 अंक यानी 0.55 प्रतिशत की गिरावट के साथ 16,125.15 अंक पर बंद हुआ।
इन कंपनियों के शेयर में रही बिकवाली
सेंसेक्स की कंपनियों में टेक महिंद्रा, हिंदुस्तान यूनिलीवर, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, एशियन पेंट्स, एनटीपीसी, टाटा स्टील, इन्फोसिस, एक्सिस बैंक और बजाज फिनसर्व के शेयर घाटे में रहे। वहीं, दूसरी तरफ डॉ रेड्डीज, एचडीएफसी, पावरग्रिड, कोटक महिंद्रा बैंक, एचडीएफसी बैंक और नेस्ले के शेयरों में लाभ रहा। एचडीएएफसी सिक्योरिटीज के खुदरा शोध प्रमुख दीपक जसानी ने कहा, निफ्टी में एक बार फिर दोपहर के बाद भारी बिकवाली हुई। यह सुबह सपाट खुला और बाद में इसमें वृद्धि हुई थी। हालांकि, बाद में भारी बिकवाली के दबाव में लगातार दूसरे निफ्टी गिरावट लेकर बंद हुआ।
वैश्विक बाजार में भी रही गिरावट
एशिया के अन्य बाजारों में चीन का शंघाई कंपोजिट, दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और जापान का निक्की, हांगकांग का हैंगसेंग गिरावट के साथ बंद हुए। यूरोपीय बाजार दोपहर के सत्र में नुकसान के साथ कारोबार कर रहे थे, जबकि अमेरिकी बाजार शुक्रवार को मजबूती के साथ बंद हुए थे। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.46 प्रतिशत गिरकर 112.9 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी निवेशकों का घरेलू बाजारों से निकासी का सिलसिला जारी है। उन्होंने सोमवार को 1,951.17 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।