Stock Market के दिग्गज निवेशक राकेश झुनझुनवाला के निधन पर बाजार विश्लेषकों ने शोक जताते हुए कहा है कि उनका देश की वृद्धि की कहानी पर काफी भरोसा था और उनके भीतर मौजूद ऊर्जा उन्हें खास बनाती थी। 62 वर्षीय झुनझुनवाला का रविवार सुबह दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। जेरोधा के संस्थापक निखिल कामत ने ट्वीट किया, आप जैसा कोई कभी भी देखने को नहीं मिलेगा। झुनझुनवाला को भारत का वारेन बफे और भारतीय बाजारों का बिग बुल भी कहा जाता था।
उन्हें कभी भुलाया नहीं जा सकता
एक्सिस सिक्योरिटीज के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) बी गोपकुमार ने कहा, ‘वह टीवी स्टूडियो में जैसी ऊर्जा लाते थे, उसके लिए उन्हें कभी भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि भारत की वृद्धि की कहानी में उन्हें पूरा भरोसा था। उन्होंने हमेशा यह साबित किया कि यदि कोई व्यक्ति अच्छी कंपनियों में अपना निवेश बनाए रखता है, तो उसकी संपत्ति बढ़ना निश्चित है। एक अन्य विशेषज्ञ संदीप पारेख ने कहा कि झुनझुनवाला ऐसी हस्ती थे जिनके भाषण सुनकर ऐसे लोगों को भी देश की वृद्धि की कहानी में भरोसा हो जाता था, जो ऐसा नहीं मानते थे। झुनझुनवाला ने जिंदगी के अंतिम दिनों में जिस एयरलाइन ‘आकाश एयर’ को शुरू करने के लिए पूरी कोशिश की, वह पिछले हफ्ते ही अपनी पहली उड़ान के साथ मुकाम पर जा पहुंची।
भरोसा कोई भी डिगा नहीं सकता था
एंबिट एसेट मैनेजमेंट के सीईओ सुशांत भंसाली ने कहा कि झुनझुनवाला भारत की कहानी में सबसे अधिक भरोसा करने वाले लोगों में से एक थे। ट्रेंडलाइन के आंकड़ों के अनुसार, झुनझुनवाला और उनसे संबद्ध इकाइयों के पास जून, 2022 तक सार्वजनिक रूप से 32 शेयर थे जिनका नेटवर्थ 31,905 करोड़ रुपये था। एसोसिएशन ऑफ नेशनल एक्सचेंज मेंबर्स ऑफ इंडिया (एएनएमआई) के अध्यक्ष कमलेश शाह ने कहा कि झुनझुनवाला को एक ऐसी दूरदृष्टि की सोच वाले निवेशक के रूप में याद किया जाएगा जिनका बाजार के प्रति भरोसा कोई भी डिगा नहीं सकता था। रिलायंस सिक्योरिटीज के प्रमुख (खुदरा ब्रोकिंग एवं वितरण) निशांत श्रीवास्तव ने कहा कि झुनझुनवाला सर्वश्रेष्ठ निवेशकों में से थे, जिनका भारत की वृद्धि की कहानी में हमेशा ही विश्वास रहा।
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