वीकली एक्सपायरी के दिन शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव, लाल निशान में खुलने के बाद हरे में बंद हुए सेंसेक्स और निफ्टी
आपको बता दें कि पिछले 9 कारोबारी दिन से बाजार में तेजी बनी हुई है। टीसीएस के अनुमान से कमजोर नतीज आने का असर आज के कारोबार में आईटी शेयरों में दबाव देखने को मिला।
वीकली एक्सपायरी के दिन गुरुवार को पूरे दिन शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिला। हालांकि, लाल निशान में खुलने वाला निफ्टी और सेंसेक्स बाजार बंद होने पर हरे निशान में बंद हुए। बाजार बंद होने पर बीएसई सेंसेक्स 38.23 अंक चढ़कर 60,431.00 अंक पर बंद हुआ। इसी तरह एनएसई निफ्टी 15.00 अंक की तेजी के साथ 17,827.40 अंक पर बंद हुआ। आपको बता दें कि पिछले 9 कारोबारी दिन से बाजार में तेजी बनी हुई है। टीसीएस के अनुमान से कमजोर नतीज आने का असर आज के कारोबार में आईटी शेयरों में दबाव देखने को मिला। इसके चलते टीसीएस, विप्रो, एचसीएल टेक, टेक महिंद्रा जैसे आईटी शेयरों में बिकवाली देखने को मिली। वहीं दूसरी ओर बैंकिंग शेयरों में तेजी रही। इसके अलावा रिलायंस, आईटीसी, टाटा मोटर्स जैसे शेयरों में भी अच्छी मजबूती रही।
इस कारण बाजार में तेजी रही कायम
घरेलू खुदरा मुद्रास्फीति के उत्साहजनक आंकड़ों के बीच बैंक, वित्तीय और रियल्टी शेयरों में खरीदारी के कारण प्रमुख शेयर सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी बृहस्पतिवार को लगातार नौवें दिन तेजी के साथ बंद हुए। दूसरी ओर आईटी शेयरों में कमजोर रुख और मंदी की ताजा चिंताओं के चलते अमेरिकी शेयर बाजारों में बुधवार को हुई गिरावट के कारण घरेलू शेयर बाजारों में बढ़त सीमित रही। सेंसेक्स की कंपनियों में इंडसइंड बैंक, पावर ग्रिड, एक्सिस बैंक, बजाज फिनसर्व, कोटक महिंद्रा बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया और टाटा मोटर्स बढ़ने वाले प्रमुख शेयरों में शामिल थे। दूसरी ओर इंफोसिस, टेक महिंद्रा, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, एनटीपीसी, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, लार्सन एंड टुब्रो, विप्रो और अल्ट्राटेक सीमेंट में गिरावट रही।
इंफोसिस के शेयर में तीन प्रतिशत की गिरावट
इंफोसिस के शेयर में तिमाही नतीजों की घोषणा से पहले लगभग तीन प्रतिशत की गिरावट हुई। देश की सबसे बड़ी आईटी कंपनी टीसीएस ने बुधवार को उत्तरी अमेरिका के अपने प्रमुख बाजार को लेकर चिंता व्यक्त की थी। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ''देश में खुदरा मुद्रास्फीति घटकर 5.66 प्रतिशत पर आ गयी। इससे रिजर्व बैंक के नीतिगत दर में बदलाव न करने के फैसले को समर्थन मिला है। हालांकि, अमेरिका में मुद्रास्फीति घटकर पांच प्रतिशत पर आ गई, लेकिन फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (एफओएमसी) के ''हल्की मंदी'' के संकेत देने के बाद दुनिया भर में बेचैनी बढ़ गई।''
वैश्विक बाजारों में भी रही तेजी
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की और हांगकांग का हैंगसेंग बढ़कर बंद हुए, जबकि चीन का शंघाई कम्पोजिट नुकसान में बंद हुआ। यूरोप के प्रमुख बाजारों में दोपहर के कारोबार में मिला-जुला रुख रहा। अमेरिकी बाजार बुधवार को गिरावट के साथ बंद हुए। इस बीच, वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.05 प्रतिशत गिरकर 87.29 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर आ गया। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने बुधवार को 1,907.95 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।