Feb-March का महीना शेयर बाजार के लिए डरावना, हमेशा क्रैश होने का रहा है इतिहास
2 फरवरी को बीएसई सेंसेक्स 59,558 अंक पर था, वह टूटकर 53,000 के करीब पहुंच चुका है।
Highlights
- 23 मार्च 2020 को, सेंसेक्स 3,934 अंक लुढ़का था
- 17 मार्च 2008 को सेंसेक्स में 951 अंकों की बड़ी गिरावट आई थी
- 7 मार्च, 2022 को सेंसेक्स में 1,400 अंकों की बड़ी गिरावट आई
नई दिल्ली। बाजार में लगातार आ रही बड़ी गिरावट से इन दिनों निवेशक डरे हुए है। हो भी क्यों न इस साल फरवरी से लेकर 7 मार्च तक सेंसेक्स में करीब 6,000 अंकों की बड़ी गिरावट आ चुकी है। जहां 2 फरवरी को बीएसई सेंसेक्स 59,558 अंक पर था, वह 7 मार्च तक टूटकर 53,000 के करीब पहुंच गया। निफ्टी भी इस दौरान 17,780 अंक से टूटकर 16,000 के नीचे पहुंच गया। ऐसे में निवेशकों के मन में यह डर है कि क्या आगे भी बाजार में बड़ी गिरावट देखने को मिल सकती है। अगर, आप भी बाजार में पैसा लगाते हैं और इस सवाल का जवाब ढूंढ रहे हैं तो चलिए हम आपको इसका उत्तर ढूंढने में आपकी मदद करते हैं।
2008 में फरवरी-मार्च महीने में ही बाजार क्रैश
साल 2008 में इनवेस्टमैंट बैंक लीमैन ब्रदर्स के धराशायी होने के बाद वैश्विक अर्थव्यवस्था बड़े संकट में घिर गई थी। इसका असर भारतीय शेयर बाजार पर भी हुआ था। उस समय पहली बार भारतीय बाजार क्रैश हुआ था। उस समय भी बाजार में बड़ी गिरावट फरवरी और मार्च महीना में आई थी।
11 फरवरी 2008 को सेंसेक्स 834 अंक और गिरकर 16,630 पर आ गया था
3 मार्च 2008 को सेंसेक्स 900 अंक गिरकर 16,677 पर आ गया
17 मार्च 2008 को, बीएसई सेंसेक्स 951 अंकों की गिरावट के साथ 14,809 अंक पर लुढ़क गया था
साल 2020 में भी फरवरी-मार्च का ही महीना
1 फरवरी 2020 को बजट के दिन सेंसेक्स 987 अंक और निफ्टी 373 अंक लुढ़का
28 फरवरी 2020 को, सेंसेक्स में 1448 अंक और निफ्टी 432 अंकों की गिरावट आई
2009 के बाद से सबसे खराब साप्ताहिक गिरावट फरवरी के आखिरी सप्ताह में आई, पांच दिन लगातार गिरावट रही
4 और 6 मार्च को बाजारों में करीब 1000 अंक की गिरावट आई
9 मार्च 2020 को सेंसेक्स 1,941.67 अंक गिर गया, जबकि निफ्टी50 538 अंक टूट गया
12 मार्च 2020 को सेंसेक्स में 2919.26 अंकों की बड़ी गिरावट आई
33 महीने के निचले स्तर सेंसेक्स 32778.14 पर बंद हुआ
16 मार्च 2020 को, सेंसेक्स 2,713.41 अंक गिरा, जो इतिहास में दूसरी सबसे खराब गिरावट
19 मार्च 2020 तक लगातार चार दिनों तक सेंसेक्स में गिरावट जारी रही, इस अवधि के दौरान सेंसेक्स में 5815 अंकों की गिरावट आई
23 मार्च 2020 को, सेंसेक्स 3,934.72 अंक और निफ्टी 1,135 अंक गिरकर 7610.25 अंक तक जा लुढ़का
2016 के बाद सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया सेंसेक्स-निफ्टी गिरावट आने के बाद
2022 में फरवरी और मार्च महीने में बड़ी गिरावट
7 फरवरी को सेंसेक्स 928 अंक गिरकर 57,621.19 पर बंद हुआ
3 मार्च को सेंसेक्स में 811 अंकों की गिरावट दर्ज की गई
7 मार्च को सेंसेक्स में 1,400 अंकों की बड़ी गिरावट आई
बाजार को लेकर क्या कहते हैं विशेषज्ञ
इंडिया इंफोलाइन सिक्योरिटीज (IIFL Securities) के वाइस प्रेसिडेंट अनुज गुप्ता ने इंडिया टीवी को बताया कि यह बियर मार्केट की शुरुआत है। ऐसे में आगे भी गिरावट से इनकार नहीं किया जा सकता है। अभी पांच राज्यों के चुनाव परिणाम आने है। इसके रिजल्ट पर बाजार की चाल बहुत कुछ निर्भर करेगा। अगर, बीजेपी की सरकार उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में बनती है तो बाजार में स्थिरता देखने को मिल सकती है। अगर, ऐसा नहीं हुआ तो बाजार में और गिरावट आएगी। निफ्टी ने अपना सपोर्ट तोड़ दिया है। ऐसे में निफ्टी 15,300 के स्तर को छू सकता है।