शेयर बाजार की दमदार शुरुआत, खुलते ही चढ़े सेंसेक्स निफ्टी, ये शेयर बना रहे हैं निवेशकों को मालामाल
सेंसेक्स में शामिल आईटीसी, एशियन पेंट्स, टाइटन, हिंदुस्तान लीवर, बजाज फिनसर्व से लेकर एचसीएल और इंफोसिस के शेयरों में तेजी बनी हुई है।
शेयर बाजार (Stock Market) में मंगलवार को तेज शुरुआत देखने को मिली है। आज बाजार के दोनों प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स (Sensex) और निफ्टी (Nifty) हरे निशान पर खुले। आज शुरुआत में सेंसेक्स 246 अंकों की तेजी के साथ 62,970 पर कारोबार कर रहा है। आज सेंसेक्स में शामिल सभी 30 शेयर हरे निशान पर हैं। सेंसेक्स में शामिल ITC , एशियन पेंट्स, टाइटन, हिंदुस्तान लीवर, बजाज फिनसर्व से लेकर एचसीएल और इंफोसिस के शेयरों में तेजी बनी हुई है।
दूसरी ओर 13 जून को निफ्टी 18650 के करीब खुला। बाजार के शुरुआती मिनटों में निफ्टी 74.80 अंक या 0.40% बढ़कर 18,676.30 पर था। लगभग 1663 शेयरों में तेजी आई, 473 शेयरों में गिरावट आई और 103 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ। निफ्टी पर बीपीसीएल, जेएसडब्ल्यू स्टील, एशियन पेंट्स, आईटीसी और एचयूएल प्रमुख लाभ में थे, जबकि हारने वालों में सिप्ला, ओएनजीसी, हीरो मोटोकॉर्प और अदानी पोर्ट्स शामिल थे।
विदेशी बाजारों में मिला जुला कारोबार
वहीं विदेशी बाजारों की बात करें तो आज आने वाले अमेरिकी फेडरल रिवर्ज के नतीजों से पहले मंगलवार को एशिया-प्रशांत बाजारों में व्यापार मिला-जुला रहा। जापान ताइवान और कोरिया के बाजार हरे निशान पर कारोबार कर रहे हैं। वहीं हांगकांग के हैंगसैंग में गिरावट दर्ज की जा रही है। शंघाई कंपोजिट भी रहे निशान पर कारोबार कर रहा है।
सोमवार को 99 अंक चढ़कर बंद हुआ बाजार
सेंसेक्स और निफ्टी सोमवार को बढ़त के साथ बंद हुए। इसके साथ ही बाजार में पिछले दो कारोबारी सत्रों से जारी गिरावट का सिलसिला थम गया। इस दौरान बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 99.08 अंक या 0.16 प्रतिशत बढ़कर 62,724.71 अंक पर बंद हुआ। दिन के कारोबार में यह 179.26 अंक या 0.28 प्रतिशत बढ़कर 62,804.89 अंक पर पहुंच गया था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 38.10 अंक या 0.21 प्रतिशत बढ़कर 18,601.50 अंक पर बंद हुआ।
आज फेडरल रिजर्व के निर्णय पर नजर
आज अमेरिकी फेडरल रिजर्व ब्याज दरों की घोषणा करने जा रहा है। अमेरिका में बीते एक साल के बाद इस बार ब्याज दरों में कोई बढ़ोत्तरी नहीं होने की उम्मीद है। इस बीच डॉलर इंडेक्स में बदलाव के चलते भारतीय रुपये पर भी इसका असर देखने को मिल सकता है। वहीं क्रूड की कीमतों को लेकर भी निवेशक फेड के फैसले पर नजर गड़ाए हुए हैं।