महंगाई डायन की चिंता में भरभराया शेयर बाजार, चौतरफा बिकवाली से सेंसेक्स 927 अंक लुढ़का, निफ्टी ने अहम सपोर्ट तोड़ा
सभी हैवीवेट शेयरों में बड़ी गिरावट आने से बीएसई सेंसेक्स 927.74 अंक टूटकर 59,744.98 अंक पर बंद हुआ। एनएसई में बड़ी गिरावट आई और निफ्टी ने अपने अहम सपोर्ट को तोड़ दिया। बाजार बंद होने पर निफ्टी 272.40 अंक टूटकर अंक पर 17,554.30 बंद हुआ।
दुनियाभर में एक बार फिर महंगाई डायन के मुंह फैलाने के डर से भारत समेत वैश्विक शेयर बाजार सहम गए हैं। इसका असर आज फिर भारतीय बाजार में देखने को मिला। भारतीय स्टॉक मार्केट में बुधवार को लगातार चौथे दिन बड़ी बिकवाली देखने को मिली। सभी हैवीवेट शेयरों में बड़ी गिरावट आने से बीएसई सेंसेक्स 927.74 अंक टूटकर 59,744.98 अंक पर बंद हुआ। एनएसई में बड़ी गिरावट आई और निफ्टी ने अपने अहम सपोर्ट को तोड़ दिया। बाजार बंद होने पर निफ्टी 272.40 अंक टूटकर अंक पर 17,554.30 बंद हुआ। बीएसई सेंसेक्स में शामिल 30 में से सिर्फ एक शेयर हरे निशान में बंद होने में कामयाब रहें। आईटीसी के शेयर आज मामूली तेजी के साथ बंद हुआ। इसके साथ ही एक बार फिर सेंसेक्स ने 61 हजार का और निफ्टी ने 17,800 का अहम सपोर्ट तोड़ दिया है।
आज इस तरह रही बीएसई सेंसेक्स की चाल
आपको बता दें कि अमेरिका में महंगाई में तेजी को देखते हुए अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों में एक बार फिर से बड़ी बढ़ोतरी की संभावना जताई है। गोल्डमैन सैक्स के अनुसार, अमेरिकी केंद्रीय बैंक इस बार भी ब्याज दरों को 75 बेसिस प्वाइंट तक बढ़ा सकता है। इसका असर मंगलवार को अमेरिकी बाजार पर देखने को मिला। डाउ जोन्स 697.1 अंक या 2.06 फीसदी फिसलकर 33,129.59 के लेवल पर बंद हुआ। एसएंडपी 500 इंडेक्स 81.75 अंक या 2 फीसदी टूटकर 3,997.34 के लेवल पर, जबकि नैस्डैक 294.97 अंक या 2.5 फीसदी की कमजोरी के साथ 11,492.30 के लेवल पर बंद हुआ।
निफ्टी में शुरुआती कारोबार के बाद बढ़ी कमजोरी
निफ्टी के 47 शेयर नुकसान में रहे
निफ्टी के 47 शेयर नुकसान में रहे। सेंसेक्स के शेयरों में बजाज फाइनेंस, बजाज फिनसर्व, रिलायंस इंडस्ट्रीज, विप्रो, एचडीएफसी बैंक, एचडीएफसी, आईसीआईसीआई बैंक और टाटा स्टील प्रमुख रूप से नुकसान में रहे। सेंसेक्स के तीस शेयरों में से एकमात्र आईटीसी लाभ में रहा। एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में रहे। यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरुआती कारोबार में गिरावट का रुख था। अमेरिकी बाजार मंगलवार को नुकसान में रहा था।
भारत जैसी मजबूत अर्थव्यवस्थाओं पर प्रभाव सीमित होगा
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘अमेरिका और रूस में शीत युद्ध के फिर से उभरने से बाजार में विभिन्न आशंकाओं की वजह से गिरावट रही। हालांकि, यह अल्पकालिक प्रभाव है। रूस के खिलाफ पांबदी बढ़ने और अर्थव्यवस्था खासकर खाद्य और तेल निर्यात पर पड़ने वाले प्रभाव को लेकर चिंता बढ़ी है। बाजार अभी महामारी से उबर रहा है तथा उच्च ब्याज दर एवं मुद्रास्फीति चुनौतियां बनी हुई हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा माना जाता है कि यह लड़ाई आर्थिक मोर्चे पर होगी। भारत और अमेरिका जैसी मजबूत अर्थव्यवस्थाओं पर प्रभाव सीमित होगा। निवेशकों को फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (एफओएमसी) और रिजर्व बैंक की बैठक के ब्योरे की प्रतीक्षा है।’’ इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.11 प्रतिशत की गिरावट के साथ 82.11 डॉलर प्रति बैरल पर रहा। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने मंगलवार को 525.80 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे।